भारत में क्रूज़ पर्यटन की संभावना | 16 May 2022
प्रिलिम्स के लिये:फिक्की, लाइटहाउस, पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय महायोजना, स्वदेश दर्शन योजना, नमामि गंगे परियोजना। मेन्स के लिये:भारत में क्रूज़ पर्यटन की संभावना और संबंधित पहल। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में पहला अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ सम्मेलन, 2022 आयोजित किया गया।
- भारत, पर्यटन उद्योग को गति देने के लिये राष्ट्रीय पर्यटन नीति पर कार्य कर रहा है।
भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ सम्मेलन, 2022:
- सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय तथा भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry- FICCI) द्वारा किया गया है।
- दो दिवसीय इस कार्यक्रम में कुछ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई:
- भारत को एक क्रूज़ हब के रूप में विकसित करने के लिये रणनीतियाँ, नीतिगत पहल और बंदरगाह बुनियादी ढाँचे, नदी क्रूज पर्यटन की क्षमता तथा महामारी के बाद की दुनिया में प्रौद्योगिकी की भूमिका।
भारत में क्रूज़ पर्यटन की क्या संभावनाएँ हैं?
- परिचय:
- बढ़ती मांग और प्रयोज्य आय से प्रेरित भारतीय क्रूज़ बाज़ार की अगले दशक में 10 गुना बढ़ने की क्षमता है।
- भारत एक शानदार क्रूज़ गंतव्य है, इसकी 7,500 किमी. लंबी तटरेखा के साथ भारत के कई आकर्षण और विशाल नदी प्रणालियों का दुनिया के सामने अनावरण किया जाना बाकी है।
- भारत सरकार अपनी क्षमता का एहसास कर भारत को महासागर और नदी परिभ्रमण दोनों के लिये अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे के साथ एक वैश्विक क्रूज़ हब के रूप में स्थापित करने के लिये दृढ़ संकल्पित है।
- भारत में वैश्विक हितधारकों ने क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा देने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। उचित बुनियादी ढाँचे के साथ आधुनिक तकनीक को अपनाने से भारत निश्चित रूप से दुनिया के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक बन जाएगा।
- उद्देश्य:
- भारत का लक्ष्य क्रूज़ यात्री यातायात को वर्तमान के 0.4 मिलियन से बढ़ाकर 4 मिलियन करना है।
- आने वाले वर्षों में क्रूज़ पर्यटन की आर्थिक क्षमता 110 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 5.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है।
संबंधित पहल:
- टास्क फोर्स:
- सरकार ने क्रूज़ पर्यटन के विकास हेतु एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
- देश में क्रूज़ पर्यटन के विकास हेतु एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में टास्क फोर्स की मदद करने के लिये राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक उच्च स्तरीय सलाहकार समिति की स्थापना की घोषणा की गई है।
- तटीय गंतव्य सर्किट (Coastal Destination Circuits):
- 'क्रूज़ की मांग को सक्रिय करने हेतु चार थीम आधारित तटीय गंतव्य सर्किट विकसित किये गए हैं।
- चार थीम आधारित तटीय गंतव्य सर्किट हैं:
- गुजरात तीर्थ यात्रा
- पश्चिम तट - सांस्कृतिक और दर्शनीय पर्यटन
- दक्षिण तट - आयुर्वेदिक वेलनेस टूर्स
- पूर्वी तट - विरासत पर्यटन
- प्रकाश स्तंभ:
- तटीय पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु प्रकाश स्तंभ और द्वीप विकास का कार्य भी किया जा रहा है।
- क्रूज पर्यटन का अन्य संभावित क्षेत्र है- रिवर क्रूज़ या अंतर्देशीय क्रूज़ जिसे खोजा जा सकता है।
- तटीय पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु प्रकाश स्तंभ और द्वीप विकास का कार्य भी किया जा रहा है।
- मैरीटाइम विज़न दस्तावेज़ 2030:
- सांस्कृतिक पर्यटन,आयुर्वेद पर्यटन, तटीय पर्यटन, नदी क्रूज़ पर्यटन आदि पर ध्यान देने के उद्देश्य से ‘मैरीटाइम विज़न डॉक्यूमेंट 2030’ तैयार किया गया है।
- महामारी के बाद भारत में पर्यटन क्षेत्र पुनरुत्थान के साथ बढ़ रहा है और क्रूज़ पर्यटन ने साल-दर-साल 35% की वृद्धि दर्ज की है।
- सांस्कृतिक पर्यटन,आयुर्वेद पर्यटन, तटीय पर्यटन, नदी क्रूज़ पर्यटन आदि पर ध्यान देने के उद्देश्य से ‘मैरीटाइम विज़न डॉक्यूमेंट 2030’ तैयार किया गया है।
- बंदरगाहों का उन्नयन और आधुनिकीकरण:
- बंदरगाहों का उन्नयन और आधुनिकीकरण का कार्य देश के सात प्रमुख बंदरगाहों पर किया जा रहा है, जिसमें मुंबई में बनने वाला ‘न्यू इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल’ भी शामिल है, जिसकी कुल लागत लगभग 495 करोड़ रुपए है।
- न्यू इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल प्रतिवर्ष 200 जहाज़ो और दस लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता से युक्त होगा।
- इसी तरह के बुनियादी ढाँचे का उन्नयन गोवा, न्यू मैंगलोर, कोच्चि, चेन्नई, विशाखापत्तनम और कोलकाता में हो रहा है।
- पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय महायोजना:
- महत्त्वाकांक्षी पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय महायोजना के अंतर्गत नौवहन, नदी पर्यटन, वन और वन्यजीव पर्यटन पर ध्यान देने के साथ-साथ पर्यटन संबंधी बुनियादी ढाँचा भी विकसित किया जा रहा है।
- स्वदेश दर्शन योजना:
- स्वदेश दर्शन योजना के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 648.80 करोड़ रुपए के तटीय विषयगत सर्किट के तहत 10 परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है।
- नमामि गंगे परियोजना:
- सरकार ने विशाल नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से नदियों को स्वच्छ और पुनर्जीवित करने के लिये महत्त्वपूर्ण प्रयास किये हैं, जो नदी आधारित पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दे सकती है।
- अन्य:
- बुनियादी ढांँचे के उन्नयन, बंदरगाह शुल्क के युक्तिकरण, बेदखली शुल्क को हटाने, क्रूज़ ज़हाज़ों को प्राथमिकता देने, ई-वीज़ा सुविधाएंँ प्रदान करने आदि सहित कई पहलें की गई हैं।
भारत में क्रूज बाज़ार की स्थिति:
- विश्व स्तर पर नदी क्रूज़ बाज़ार पिछले कुछ वर्षों में लगभग 5% की दर से बढ़ा है तथा वर्ष 2027 तक क्रूज़ बाज़ार के लगभग 37% होने की उम्मीद है।
- यूरोप दुनिया में नदी क्रूज़ ज़हाज़ों के लगभग 60% हिस्से के साथ विकास कर रहा है, यूरोप डेन्यूब और चीन यांग्त्ज़ी नदियों के साथ वैश्विक स्तर पर नदी क्रूज़ बाज़ार पर हावी है।