जैव विविधता और पर्यावरण
अमेज़न वनों का उन्मूलन
- 22 Nov 2021
- 7 min read
प्रिलिम्स के लिये:अमेज़न वर्षावन, अमेज़न में वनों की कटाई का कारण मेन्स के लिये:अमेज़न वनों का कार्बन उत्सर्जक के रूप में परिवर्तित होने का कारण |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि ब्राज़ील के अमेज़न में वनों की कटाई का क्षेत्र पिछले वर्ष (2020) से 22% की वृद्धि के बाद 15 वर्षों में सबसे उच्च स्तर पर पहुँच गया।
- इससे पहले हुए एक अध्ययन के अनुसार, अमेज़न के जंगलों/वनों ने कार्बन डाइऑक्साइड ( Carbon dioxide- CO2) को अवशोषित करने के बजाय इसका उत्सर्जन करना शुरू कर दिया है।
- समय के साथ वैश्विक जलवायु परिवर्तन और अधिक वनों की कटाई के कारण अमेज़न के तापमान में वृद्धि एवं वर्षा के पैटर्न में बदलाव की संभावना है, जो निस्संदेह इस क्षेत्र के जंगलों, पानी की उपलब्धता, जैव विविधता, कृषि और मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा।
प्रमुख बिंदु
- अमेज़न में वनों की कटाई का कारण:
- पशुपालन:
- अमेज़न वर्षावन में वनों की कटाई के प्रमुख कारणों में से एक गौ-माँस (बीफ) की खपत से जुड़ा हुआ है।
- मवेशियों को चराने और चरागाह के निर्माण के लिये पेड़ों को काटकर एवं वनों को जलाकर वन के विशाल क्षेत्रों को साफ किया जाता है।
- ब्राज़ील जो कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन जैसे देशों को गौ-माँस (बीफ) का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, ने वर्ष 2019 में 1.82 मिलियन टन गौ-माँस (बीफ) का निर्यात किया।
- छोटे पैमाने पर कृषि:
- इसे लंबे समय से अमेज़न वर्षावन में वनों की कटाई के प्रमुख कारक के रूप में जाना जाता है।
- पशुपालन की तरह छोटे पैमाने की कृषि के लिये वनों को "काटकर जलाना" पड़ता है ताकि विभिन्न प्रकार की फसलों और चराई के लिये भूमि को साफ किया जा सके।
- आग:
- अन्य प्रकार के जंगलों के विपरीत अमेज़न के जंगल आग के अनुकूल नहीं होते हैं।
- वास्तव में अमेज़न बेसिन में वनों की कटाई से आग लगने की घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। जैसा कि उनके नाम से पता चलता है, वर्षावनों में उच्च स्तर की नमी होती है, जो उन्हें आग से बचाने में मदद करती है।
- औद्योगिक कृषि का संचालन:
- अमेज़न वर्षावन में औद्योगिक कृषि कार्य तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
- अन्य कारण:
- सोने जैसे बहुमूल्य खनिजों के लिये खनन कार्य, अमेज़न के जंगल को और नुकसान पहुँचाते हैं।
- सड़कों और बाँधों सहित ऋण तथा बुनियादी ढाँचे पर खर्च के रूप में सरकारी प्रोत्साहन में वृद्धि।
- पशुपालन:
- अमेज़न वर्षावन:
- ये विश्व के सबसे बड़े उष्णकटिबंधीय वर्षावन हैं जो उत्तरी दक्षिण अमेरिका में अमेज़न नदी और इसकी सहायक नदियों के जल निकासी बेसिन के सहारे स्थित हैं।
- उष्णकटिबंधीय वर्षावन बंद वितान वन होते (Closed-Canopy Forests) हैं जो भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण में 28 डिग्री के भीतर पाए जाते हैं।
- यहाँ या तो मौसमी रूप से या पूरे वर्ष में प्रतिवर्ष 200 सेमी. से अधिक वर्षा होती है।
- तापमान समान रूप से उच्च होता है जो 20 डिग्री सेल्सियस और 35 डिग्री सेल्सियस के मध्य होता है।
- इस प्रकार के वन एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, मैक्सिको और कई प्रशांत द्वीपों में पाए जाते हैं।
- अमेज़न एक विशाल बायोम है जो तेज़ी से विकसित आठ देशों- ब्राज़ील, बोलीविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलंबिया, वेनेज़ुएला, गुयाना और सूरीनाम तथा फ्रांँस के एक समुद्री पार क्षेत्र (Overseas Territory) फ्रेंच गुयाना तक फैला हुआ है।
- अमेज़न वर्षावन लगभग 80% अमेज़न बेसिन को कवर करते हैं और दुनिया की लगभग 1/5 भूमि पर रहने वाली प्रजातियों का घर है तथा सैकड़ों स्वदेशी समूहों एवं कई अलग-अलग जनजातियों सहित लगभग 30 मिलियन लोगों का भी घर है।
- अमेज़न बेसिन 6 मिलियन वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र के साथ विस्तृत है, यह भारत के आकार का लगभग दोगुना है।
- यह बेसिन दुनिया के ताज़े पानी के प्रवाह का लगभग 20% महासागरों से प्राप्त करता है।
- ब्राज़ील के कुल क्षेत्रफल का लगभग 40% हिस्सा उत्तर में गुयाना हाइलैंड्स, पश्चिम में एंडीज़ पर्वत, दक्षिण में ब्राज़ील के केंद्रीय पठार और पूर्व में अटलांटिक महासागर से घिरा है।
- ये विश्व के सबसे बड़े उष्णकटिबंधीय वर्षावन हैं जो उत्तरी दक्षिण अमेरिका में अमेज़न नदी और इसकी सहायक नदियों के जल निकासी बेसिन के सहारे स्थित हैं।
- वनों की कटाई को रोकने के लिये पहलें:
- COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन में ब्राज़ील उन कई देशों में शामिल था जिन्होंने वर्ष 2030 तक वनों की कटाई को रोकने का वादा किया था।
- लीडर्स समिट ऑन क्लाइमेट, 2021 में ‘लोअरिंग एमिशन बाय एक्सीलरेटिंग फॉरेस्ट फाइनेंस’ (Lowering Emissions by Accelerating Forest Finance- LEAF) गठबंधन की घोषणा की गई थी।
- REDD+ पहल: यह वन कार्बन स्टॉक के संरक्षण, वनों के सतत् प्रबंधन और वनों की कटाई एवं वन क्षरण से होने वाले उत्सर्जन को कम करने हेतु विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन शमन विकल्पों में से एक है।