SWAYATT पहल
स्रोत: पी.आई.बी.
चर्चा में क्यों?
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) द्वारा स्टार्ट-अप्स, वीमेन एंड यूथ एडवांटेज थ्रू ई-ट्रांज़ैक्शन (SWAYATT) पहल की छठी वर्षगाँठ मनाई गई।
SWAYATT पहल क्या है?
- परिचय: इसे महिला उद्यमियों, युवाओं, स्टार्टअप्स, सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (MSEs) और स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की बाज़ार पहुँच बढ़ाने के क्रम में वर्ष 2019 में शुरू किया गया था।
- यह बाजार पहुँच और विकास के क्रम में GeM का लाभ उठाने हेतु प्रशिक्षण, पंजीकरण और क्षमता निर्माण के माध्यम से विक्रेता समावेशन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
- उपलब्धियाँ:
- महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों और स्टार्टअप्स में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जो कि इसकी शुरुआत के समय 6,300 महिला नेतृत्व वाले MSEs एवं 3,400 स्टार्टअप्स से बढ़कर 1,77,786 MSEs तक पहुँच गई है।
- महिलाओं द्वारा संचालित व्यवसाय अब GeM के विक्रेता आधार का 8% हिस्सा हैं।
- GeM द्वारा बाज़ार पहुँच, वित्त और मूल्य संवर्द्धन से जुड़ी चुनौतियों का समाधान किया गया है और इसे स्टार्टअप्स से 35,950 करोड़ रुपए के ऑर्डर प्राप्त हुए हैं।
- इसका उद्देश्य महिला उद्यमियों की संख्या को दोगुना करने एवं उनकी खरीद हिस्सेदारी (वर्तमान में 3.78%) को बढ़ाने के साथ DPIIT-पंजीकृत 1 लाख स्टार्टअप को शामिल करना है।
- इसका उद्देश्य उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा पंजीकृत 1 लाख स्टार्टअप्स को शामिल करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ महिला उद्यमियों की संख्या को दोगुना करने और देश की कुल खरीद में उनकी हिस्सेदारी को मौजूदा 3.78 प्रतिशत से बढ़ाना है।
- 9,500 से अधिक महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित करने और शामिल करने, प्रत्यक्ष बाज़ार संपर्क सुनिश्चित करने तथा समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिये GeM और FICCI महिला संगठन (FICCI-FLO) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए।
- सरकारी खरीदारों के बीच स्टार्टअप, महिला उद्यमियों और युवाओं की व्यापक दृश्यता सुनिश्चित करने के लिये "स्टार्टअप रनवे" और "वुमनिया" स्टोरफ्रंट को शामिल किया गया है।
- महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों और स्टार्टअप्स में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जो कि इसकी शुरुआत के समय 6,300 महिला नेतृत्व वाले MSEs एवं 3,400 स्टार्टअप्स से बढ़कर 1,77,786 MSEs तक पहुँच गई है।
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) क्या है?
- GeM केंद्र एवं राज्य सरकारों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा संबद्ध संस्थाओं के लिये वस्तुओं और सेवाओं की खरीद हेतु सार्वजनिक खरीद पोर्टल है।
- यह भारत के राष्ट्रीय खरीद पोर्टल के रूप में कार्य करता है।
- इसकी स्थापना वर्ष 2016 में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन आपूर्ति और निपटान महानिदेशालय (DGS&D) के तहत राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग (MeitY) के तकनीकी सहयोग से की गई थी।
- यह एक कागज रहित, नकदी रहित और प्रणाली-संचालित मंच है, जो सार्वजनिक खरीद में मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम करता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. विनिर्माण क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार की हाल की नीतिगत पहल क्या है/हैं? (2012)
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 उत्तर: (d) प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन समावेशी विकास के सरकार के उद्देश्य को आगे बढ़ाने में सहायता कर सकता है? (वर्ष 2011)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (A) केवल 1 उत्तर: (D) |
WASP-121b एक्सोप्लैनेट
स्रोत: अर्थ
खगोलविदों ने यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला (ESO) के वेरी लार्ज टेलीस्कोप (VLT) का उपयोग करके 900 प्रकाश वर्ष दूर स्थित बाह्यग्रह WASP-121b (टाइलोस) के वायुमंडल का 3D मानचित्रण किया है, जिससे इसके जटिल मौसम प्रतिरूप एवं रासायनिक संरचना का पता चला है।
WASP-121b (टाइलोस):
- यह वर्ष 2016 में खोजा गया एक गैस विशाल एक्सोप्लैनेट है जो पीले-सफेद एफ-टाइप तारे WASP-121 की परिक्रमा करता है।
- इसका आकार बृहस्पति से 1.87 गुना तथा द्रव्यमान 1.18 गुना अधिक है।
- प्रकार: यह एक अल्ट्रा हॉट जुपिटर (एक गैसीय पिंड, जो अपने होस्ट स्टार के बहुत निकट से परिक्रमा करता है) है, जिसका परिक्रमण काल 30 अर्थ ऑवर है।
मुख्य निष्कर्ष:
- चरम जलवायु परिस्थितियाँ: WASP-121b में ज्वारीय अवरोधन के कारण अत्यधिक तापमान विषमताएँ हैं, जिसमें एक गोलार्द्ध अत्यधिक गर्म तथा दूसरा ठंडा होता है, जिससे गतिशील वायुमंडलीय प्रारूप संचालित होता है।
- जेट स्ट्रीम और पवन का प्रारूप: शक्तिशाली जेट स्ट्रीम और तेज़ गति वाली पवनें, विशिष्ट वायुमंडलीय प्रवाह का निर्माण करती हैं।
- रासायनिक संरचना: इसके वायुमंडल में लोहा, सोडियम, हाइड्रोजन और टाइटेनियम शामिल हैं, जिसमें 3 अलग-अलग परतें हैं: आधार पर लौह युक्त पवनें, बीच में सोडियम से युक्त तीव्र जेट स्ट्रीम और शीर्ष पर हाइड्रोजन से युक्त पवनें, जो इसकी अनूठी जलवायु को आकार प्रदान करती हैं।
और पढ़ें: एक्सोप्लैनेट वायुमंडल में बेरियम
स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
ढाई साल की एक बच्ची में आनुवांशिक विकार (जिसे स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (SMA) के नाम से जाना जाता है) का कोई लक्षण नहीं दिखा है और य विश्व का पहला ऐसा मामला है जिसमें गर्भ में रहते हुए इस बीमारी का इलाज किया गया।
- SMA: स्पाइनल मस्क्युलर एट्रॉफी (SMA) एक अनुवांशिक बीमारी है, जो मांसपेशियों को कमज़ोर करती है और शारीरिक कार्यों को प्रभावित करती है, SMA टाइप 1 सबसे गंभीर प्रकार है, जिसमें SMN1 (Survivor Motor Neuron 1) जीन उत्परिवर्तन और प्रोटीन की कमी के कारण रोगी की मांसपेशियाँ धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती हैं.
- घटना: यह प्रत्येक 10,000 जन्मों में से एक को प्रभावित करता है, जो शिशु और बाल मृत्यु दर का एक प्रमुख आनुवंशिक कारण है।
- जीन स्थानांतरण: SMA SMN 1 जीन में उत्परिवर्तन के कारण होता है, जो माता-पिता दोनों से प्राप्त होता है, वाहकों में आमतौर पर कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं होते हैं।
- प्रभाव : यह मुख्य रूप से मांसपेशियों को प्रभावित करता है, जो तंत्रिका कोशिकाओं से संकेत प्राप्त नहीं करती हैं।
- लक्षण: स्वैच्छिक मांसपेशियों (कंधों, कूल्हों, जांघों) में कमजोरी, श्वसन और निगलने में कठिनाई, आदि।
- आनुवंशिक विकार वे चिकित्सीय स्थितियाँ हैं जो किसी व्यक्ति के जीन या गुणसूत्रों में असामान्यताओं के कारण उत्पन्न होती हैं, जो या तो विरासत में मिलती हैं या DNA उत्परिवर्तन के कारण होती हैं।
और पढ़ें: आनुवंशिक विकार
ICG कार्मिकों हेतु वीरता पुरस्कार
स्रोत: पी.आई.बी.
रक्षा मंत्री ने भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के कर्मियों को उनकी अनुकरणीय सेवा के लिये वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा पदक प्रदान किये।
- वीरता पुरस्कार: ये पुरस्कार सशस्त्र बलों एवं अन्य बलों के साथ नागरिकों की बहादुरी के सम्मान पर केंद्रित हैं और इनकी घोषणा गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर की जाती है।
- पुरस्कार का वरीयता क्रम: परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र।
- ICG: यह एक समुद्री सुरक्षा बल है जो समुद्री कानूनों को लागू करने के लिये ज़िम्मेदार है और यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- इसकी स्थापना 1 फरवरी 1977 को हुई थी और यह तटरक्षक अधिनियम, 1978 के अधिनियमन के साथ 18 अगस्त 1978 को एक स्वतंत्र सशस्त्र बल बन गया।
- वर्ष 1972 में UNCLOS के तहत तटीय राज्यों के लिये EEZs का प्रावधान किया गया। भारत ने भारतीय समुद्री क्षेत्र अधिनियम, 1976 को लागू किया, जिसके तहत 2.01 मिलियन वर्ग किलोमीटर के समुद्री क्षेत्र पर दावा किया गया, जिसके लिये निगरानी एवं पुलिसिंग की आवश्यकता के क्रम में भारतीय तट रक्षक (ICG) की आवश्यकता पड़ी।
- इसका क्षेत्राधिकार भारत के प्रादेशिक जल (12 समुद्री मील तक) तथा समीपवर्ती क्षेत्र (24 समुद्री मील तक) और EEZ (200 समुद्री मील तक) तक विस्तारित है।
- इसके अलावा, यह विश्व का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक बल है।
- इसकी स्थापना 1 फरवरी 1977 को हुई थी और यह तटरक्षक अधिनियम, 1978 के अधिनियमन के साथ 18 अगस्त 1978 को एक स्वतंत्र सशस्त्र बल बन गया।
और पढ़ें: भारतीय तटरक्षक बल
चंद्रशेखर आज़ाद का 94वाँ बलिदान दिवस
स्रोत: द पिनेकल गैज़ेट
विभिन्न दलों के नेताओं ने 27 फरवरी 2025 को स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद को उनके 94वें बलिदान दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
- परिचय: वह एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे जो अपनी वीरता के लिये जाने जाते थे और उनके जीवित रहते हुए अंग्रेज़ उन्हें बंदी बनाने में कभी सफल नहीं हुए।
- स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका: वे जलियाँवाला बाग हत्याकांड (1919) से बहुत प्रभावित हुए और युवावस्था में ही स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए।
- वर्ष 1921 में एक छात्र के रूप में NCM में शामिल हुए और वर्ष 1922 में गांधीजी द्वारा NCM को निलंबित करने के बाद हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन HRA) के प्रमुख सदस्य बन गए ।
- क्रांतिकारी गतिविधियाँ: काकोरी ट्रेन एक्शन (वर्ष 1925)।
- लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिये जेपी सॉन्डर्स की हत्या (वर्ष 1928)।
- वर्ष 1929 में वायसराय लॉर्ड इरविन की ट्रेन पर बम फेकने का प्रयास किया।
- विरासत: वे अल्फ्रेड पार्क, इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में पुलिस मुठभेड़ में पकड़े जाने के बजाय खुद को गोली मारकर शहीद हो गये (27 फरवरी 1931)।
अधिक पढ़ें: चंद्रशेखर आज़ाद
वीडी सावरकर की पुण्यतिथि
स्रोत: पी.आई.बी.
प्रधानमंत्री ने 26 फरवरी 2025 को वीडी सावरकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका निधन 26 फरवरी 1966 को मुंबई में हुआ था।
- वीडी सावरकर: वह एक राष्ट्रवादी, क्रांतिकारी एवं लेखक थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में प्रमुख भूमिका निभाने के साथ राष्ट्रवादी विचारधारा को आकार दिया।
- राजनीतिक विचारधारा:
- हिंदुत्व: इन्होने हिंदू राष्ट्रवाद को परिभाषित करते हुए भारत की सांस्कृतिक एवं सभ्यतागत पहचान को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का तर्क दिया।
- हिंदू महासभा नेतृत्व (1937-1943): विभाजन के विरुद्ध समर्थन की और हिंदुओं के लिये सैन्य प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया।
- क्रांतिकारी गतिविधियाँ:
- अभिनव भारत सोसाइटी (यंग इंडिया सोसाइटी, 1904): यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध का समर्थन करने वाला एक गुप्त क्रांतिकारी समूह था।
- इंडिया हाउस और फ्री इंडिया सोसाइटी: लंदन में भारतीय छात्रों के बीच क्रांतिकारी गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- वर्ष 1857 के विद्रोह पर पुस्तक (1909): उनकी कृति, भारतीय स्वतंत्रता का प्रथम युद्ध - 1857 , ने 1857 के विद्रोह को एक राष्ट्रवादी संघर्ष के रूप में पुनर्परिभाषित किया।
- कारावास (1911-1924): ब्रिटिश शासन के खिलाफ षड्यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार कर उन्हें अंडमान सेलुलर जेल के काला पानी में 50 साल की सजा सुनाई गई।
- वर्ष 1911 से 1920 के बीच अपनी रिहाई के लिये कुछ दया याचिकाएँ लिखने के बाद उन्हें वर्ष 1924 में रिहा कर दिया गया।
और पढ़ें: वीर सावरकर