गेलेफू स्मार्ट सिटी परियोजना
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में भूटान के राजा ने असम के साथ अपनी सीमा पर 1,000 वर्ग किमी से अधिक के क्षेत्र में एक विशाल "अंतर्राष्ट्रीय शहर" बनाने की योजना की घोषणा की है। इस परियोजना को गेलेफू परियोजना के रूप में जाना जाता है।
गेलेफू स्मार्ट सिटी परियोजना की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- यह "भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के माध्यम से दक्षिण एशिया को दक्षिण पूर्व एशिया से जोड़ने वाला आर्थिक गलियारा" होगा।
- शहर से पर्यावरण मानकों एवं सतत विकास को एक लक्ष्य के रूप में पालन करने की उम्मीद की जाती है और इसका लक्ष्य "विशेष रूप से जाँची गई" अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से "गुणवत्तापूर्ण निवेश" आकर्षित करना होगा।
- इस परियोजना में "शून्य उत्सर्ज़न" उद्योग तथा एक "माइंडफुलनेस शहर" जो पर्यटन एवं कल्याण में भूटान की शक्ति के रूप में स्थापित होगा और बुनियादी ढाँचा कंपनियों को शामिल करेगा।
- इस परियोजना के "विशिष्ट प्रशासनिक क्षेत्र" से संबंधित होने का अनुमान है जिसे अधिक अंतर्राष्ट्रीय निवेश की सुविधा के लिये विभिन्न कानूनों के तहत किर्यांवित किया जाएगा।
- यह परियोजना भूटान तथा दक्षिण एशिया के लिये "परिवर्तन के बिंदु" एवं "परिवर्तन" के रूप में कार्य करेगी।
- भारत सरकार ने गेलेफू तक पहली भारत-भूटान रेलवे लाइन के निर्माण के लिये सहमति व्यक्त की है।
- यह रेलवे लाइन असम तथा पश्चिम बंगाल में सड़क मार्गों एवं सीमा व्यापार बिंदुओं से भी जुड़ेगी, जो अंततः भूटान को म्याँमार, थाईलैंड, कंबोडिया व सिंगापुर तक पहुँच प्रदान करेगी।
भूटान से संबंधित मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय:
- भूटान भारत और चीन के स्वायत्त क्षेत्र ‘तिब्बत’ के मध्य स्थित है।
- यह भूमि से घिरा हुआ देश है।
- इसकी राजधानी थिम्पू है।
- वर्ष 2008 में पहले लोकतांत्रिक चुनाव होने के बाद भूटान एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बन गया। भूटान के राजा इसके राज्य प्रमुख हैं।
- नदी:
- पश्चिम से पूर्व की ओर मुख्य नदियाँ
- (एमो), वोंग (रैदक), संकोश (मो) और मानस हैं। सभी नदियाँ हिमालय से निकलकर दक्षिण की ओर बहती हैं और भारत में ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती हैं।
- भूटान की सबसे लंबी नदी मानस नदी है।
- मानस नदी दक्षिणी भूटान और भारत के बीच हिमालय की तलहटी में एक सीमा पार नदी है।
- सरकार:
- संवैधानिक राजतंत्र।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 26 दिसंबर, 2023
RBI का अर्थव्यवस्था की स्थिति बुलेटिन
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में अपना 'अर्थव्यवस्था की स्थिति' बुलेटिन जारी किया, जो आर्थिक परिदृश्य में महत्त्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
- RBI को दुनिया भर में अवस्फीति के रुझान से प्रभावित होकर 2024 में ब्याज दरों में संभावित वैश्विक कमी की आशंका है।
- वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था ने 2023 में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी।
- RBI का आर्थिक गतिविधि सूचकांक (EAI) 2023-24 की तीसरी तिमाही के लिये सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) में 6.7% की वृद्धि का अनुमान लगाता है।
- EAI एक "नाउकास्ट" है जो विकास और आउटपुट को मापने के लिये 27 उच्च-आवृत्ति संकेतकों का उपयोग करता है। यह सकल घरेलू उत्पाद की गतिशीलता को भी ट्रैक करता है।
- खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण नवंबर 2023 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति बढ़कर 5.6% हो गई।
और पढ़ें: भारतीय रिज़र्व बैंक
दंशकोशिका: एक कोशिकीय शस्त्र
क्रमिक विकास के साथ कुछ जलीय जंतुओं का एक शक्तिशाली रक्षा तंत्र के साथ उद्भव हुआ है जिसे दंशकोशिका (Nematocyst) के नाम से जाना जाता है।
- दंशकोशिका नाइडेरिया (Cnidarians) में पाई जाने वाली विशेष कोशिकाएँ हैं जिनमें जेलीफिश, मूंगा, समुद्री एनीमोन तथा हाइड्रा शामिल हैं जो शिकार करने तथा शिकारियों से बचाव के लिये प्रबल शस्त्र के रूप में कार्य करते हैं।
- प्रत्येक दंशकोशिका में कुंडलित, धागे जैसी नलिका वाला एक कैप्सूल होता है और इसके भीतर विषाक्त पदार्थ होते हैं जो गोली से भी तेज़ गति से बाहर निकल सकते हैं।
- नाइडेरिया में निमेटोब्लास्ट होते हैं जो संभावित शिकार के संपर्क में आने पर दंशकोशिका उत्सर्जित करते हैं। दंशकोशिका शिकार की बाहरी परत को भेदते हैं अथवा उसके शरीर में विषाक्त पदार्थों को संचरित करते हैं।
- दंशकोशिका में मौजूद विषाक्त पदार्थों का शिकार पर पैरालिटिक (पक्षाघात) अथवा साइटोलिटिक (कोशिकाओं को नष्ट करने वाला) प्रभाव पड़ता है।
- नाइडेरियन जीव शिकारी अथवा रक्षात्मक उद्देश्यों के लिये विषाक्त पदार्थों के संयोजन का उपयोग करते हैं।
चीनी के लिये कर राहत संबंधी रणनीतियाँ
केंद्र सरकार चीनी निर्यात पर कर छूट लाभ को पुनर्जीवित करने की योजना बना रही है, जिसे वर्ष 2022 के मध्य में 'प्रतिबंधित' श्रेणी में रखा गया था।
- निर्यात उत्पादों पर शुल्कों और करों में छूट (RoDTEP) योजना, जिसे जनवरी 2021 में लॉन्च किया गया था, का उद्देश्य निर्यातित वस्तुओं के निर्माण एवं वितरण की प्रक्रिया में निर्यात संस्थाओं द्वारा किये गए करों, शुल्कों तथा लेवी/वसूली की प्रतिपूर्ति हेतु एक तंत्र प्रदान करना है।
- RoDTEP समिति वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के राजस्व विभाग के अंतर्गत कार्य करती है।
- हालाँकि इस योजना के तहत, चीनी निर्यातकों को सीमा शुल्क अधिकारियों से कर संबंधी पूछताछ का सामना करना पड़ा, क्योंकि यह एक प्रतिबंधित उत्पाद है और निर्यात लाभ के लिये पात्र नहीं है।
- चीनी, जिसका व्यापार पहले मुक्त निर्यात के तहत होता था, ने RoDTEP लाभ की मांग की।
और पढ़ें: निर्यातित उत्पादों पर शुल्क और करों में छूट की योजना
यूनेस्को का प्रिक्स वर्साय पुरस्कार 2023
बंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 (T2) ने हाल ही में यूनेस्को के प्रिक्स वर्साय 2023 दो प्रतिष्ठित पुरुस्कार प्राप्त किये हैं।
- इसे 'विश्व के सबसे खूबसूरत हवाई अड्डों' में से एक के रूप में चिह्नित किया गया है और इसने ‘इंटीरियर 2023 के लिये प्रतिष्ठित विश्व विशेष पुरस्कार’ प्राप्त किया है।
- 2015 से यूनेस्को द्वारा वार्षिक रूप से घोषित प्रिक्स वर्साय पुरस्कार वैश्विक वास्तुकला और डिज़ाइन में असाधारण उपलब्धियों का सम्मान करता है।
- यह प्रतिष्ठित पुरुस्कार एक सांस्कृतिक उत्प्रेरक के रूप में विचारशील स्थिरता के महत्त्व पर ज़ोर देता है, जो नवाचार, रचनात्मकता, स्थानीय विरासत के प्रतिबिंब, पारिस्थितिक दक्षता और सामाजिक संपर्क को बढ़ावा देती है।