रैपिड फायर
क्रायो-बॉर्न बेबी कोरल
स्रोत: ओसियनोग्राफिक मैगज़ीन
विश्व के पहले क्रायो-बॉर्न बेबी कोरल को ग्रेट बैरियर रीफ में सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया गया है, जो कोरल / प्रवाल पुनरुद्धार और उनके संरक्षण में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
- ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने ग्रेट बैरियर रीफ से एकत्रित क्रायोप्रिज़र्व्ड शुक्राणुओं से कोरल एग्स को निषेचित करने के लिये अत्याधुनिक क्रायोप्रिज़र्वेशन का उपयोग किया।
- वैज्ञानिकों ने कोरल को राष्ट्रीय समुद्री सिम्युलेटर में उगाया और फिर उन्हें रीफ / भित्ति पर विशेष रूप से डिज़ाइन किये गए 'कोरल क्रेडल्स' में हस्तांतरित कर दिया।
- इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और बढ़ते समुद्री तापमान से भित्तियों के संरक्षण के लिये ताप-सहिष्णु प्रवाल विकसित करना है।
- ऑस्ट्रेलिया स्थित क्रायोडायवर्सिटी बैंक के पास 32 प्रजातियों के फ्रोज़ेन कोरल शुक्राणुओं का विश्व का सबसे बड़ा संग्रह है, जिसे वर्ष 2011 से प्रतिवर्ष एकत्र किया जाता है।
- कोरल रीफ / प्रवाल भित्तियाँ: प्रवाल एन्थोज़ोआ वर्ग, निडारिया संघ से संबंधित अकशेरुकी हैं।
- रीफ का निर्माण पॉलिप्स की कॉलोनियों द्वारा होता है, जो चूना पत्थर के कंकालों का स्राव करते हैं और पोषण हेतु सहजीवी शैवाल (ज़ूक्सैन्थेला) पर निर्भर रहते हैं।
- सॉफ्ट कोरल ऐसी प्रजातियाँ हैं, जो कोरल रीफ निर्माण के लिये ज़रूरी कैल्शियम कार्बोनेट कंकाल का उत्पादन नहीं करती हैं। केवल कठोर कोरल ही रीफ का निर्माण करते हैं।
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अनाधिकृत रेलवे ई-टिकट अवैध घोषित
स्रोत: द हिंदू
मैथ्यू के. चेरियन मामला 2025 में उच्चतम न्यायालय ने माना कि रेलवे ई-टिकटों की खरीद और आपूर्ति का अनधिकृत व्यवसाय एक सामाजिक अपराध है, जिसे रोकने की आवश्यकता है।
- रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 143 में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से रेलवे टिकटों की अनधिकृत बिक्री और खरीद के लिये दंड का प्रावधान है।
- इस मामले में इंग्लिश केस ऑफ कॉम्डेल कमोडिटीज लिमिटेड बनाम सिपोरेक्स ट्रेड एसए मामला, 1990 का संदर्भ दिया गया, जिसमें तर्क दिया गया कि विधिक प्रावधान अप्रत्याशित तकनीकी प्रगति तक विस्तारित हो सकते हैं।
- केरल उच्च न्यायालय ने पूर्व में यह निर्णय दिया गया था कि यह प्रावधान केवल ऑफलाइन टिकट बिक्री पर लागू होता है, हालाँकि उच्चतम न्यायालय ने इसमें सुधार भी किया।
- आरोपी मैथ्यू ने IRCTC द्वारा निर्धारित टिकट सीमा (प्रति माह 12-24 टिकट आरक्षण) को दरकिनार करने के लिये सैकड़ों अनधिकृत उपयोगकर्त्ता पहचान प्रमाण पत्र बनाए, जो अधिनियम की धारा 143 का उल्लंघन था।
- भारतीय रेलवे भारत के बुनियादी ढाँचे का एक आधार है जो वार्षिक रूप से लगभग 673 करोड़ यात्रियों को आवागमन की सुविधा प्रदान करता है।
और पढ़ें... भारतीय रेलवे का भविष्य पुनर्निर्धारित करना
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महाकुंभ मेला 2025 में मोबाइल कनेक्टिविटी
स्रोत: द हिंदू
वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में सरकार निर्बाध मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।
- वर्ष 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में 44 दिनों में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है अर्थात् औसतन प्रतिदिन लगभग 1 करोड़ श्रद्धालु आएँगे। यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी टेली-डेंसिटी (प्रत्येक 100 व्यक्तियों पर टेलीफोन कनेक्शन की संख्या) होगी।
- यहाँ 100 किलोमीटर से अधिक ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है, यहाँ अधिकतम डेटा क्षमता सुनिश्चित करने के लिये प्रत्येक टावर को उच्च रेडियो क्षमताओं के साथ कॉन्फिगर किया जाएगा।
- संचार व्यवस्था बनाए रखने के लिये भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में 78 परिवहन योग्य टावर और 150 छोटे सेल समाधान तैनात किये जाएँगे।
- विशेष केंद्र स्थानीय प्राधिकारियों के साथ समन्वय करके आपातकालीन संचार की सुविधा प्रदान करेंगे।
- पवित्र तीर्थस्थल महाकुंभ मेला 2025, प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
- यह प्रत्येक 12 वर्ष के अंतराल में चार स्थानों अर्थात प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), हरिद्वार (उत्तराखंड), नासिक (महाराष्ट्र) और उज्जैन (मध्यप्रदेश) में आयोजित होता है।
- कुंभ शब्द का तात्पर्य एक बर्तन या पात्र से है, जिसके बारे में हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि उसमें अमरता का अमृत भरा हुआ है।
- उत्तर प्रदेश ने प्रयागराज में महाकुंभ क्षेत्र को 4 माह यानी 1 दिसंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक के लिये महाकुंभ मेला नामक एक नवीन ज़िले के रूप में घोषित किया है।
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हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025
स्रोत: द हिंदू
अद्यतन हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत की रैंक वर्ष 2024 की तुलना में 80वें स्थान से गिरकर 85वें स्थान पर आ गई है, जिससे इसके धारकों को 57 देशों में वीज़ा फ्री एक्सेस प्राप्त हो गया है।
- भारत की रैंकिंग में विगत कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव देखा गया है, वर्ष 2006 में इसे रैंकिंग में उच्चतम अर्थात् 71वाँ स्थान प्राप्त हुआ और कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण वर्ष 2021 में इसे निम्नतम अर्थात् 90 वाँ स्थान प्राप्त हुआ।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025
- परिचय:
- हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 199 वैश्विक पासपोर्टों (227 यात्रा स्थलों को कवर करता है) को उन स्थलों की संख्या के आधार पर रैंक करता है, जहाँ इनके धारक बिना वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं, इसके आँकड़े अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) से प्राप्त होते हैं।
- इसे वैश्विक नागरिकता और निवास सलाहकार फर्म हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा संकलित और प्रकाशित किया जाता है।
- मुख्य बातें:
- शीर्ष रैंकिंग: सिंगापुर (195 गंतव्य) सबसे आगे है, उसके बाद जापान (193) का स्थान है। विभिन्न यूरोपीय संघ के देश और दक्षिण कोरिया तीसरे स्थान (192 गंतव्य) पर हैं।
- गिरती रैंकिंग: अमेरिका (दूसरे से नौवें) , ब्रिटेन (पहले से पाँचवे)।
- निचले देश: पाकिस्तान और यमन (संयुक्त 103वाँ स्थान) उसके बाद इराक, सीरिया और अफगानिस्तान।
- UK स्थित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म "कंपेयर द मार्केट" के वर्ष 2024 के आँकड़ों के अनुसार:
- सबसे महंगे पासपोर्ट: मैक्सिको, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका
- सबसे सस्ते पासपोर्ट: संयुक्त अरब अमीरात, भारत और हंगरी।
- भारत का पासपोर्ट सर्वोत्तम "प्रति वर्ष लागत" मूल्य प्रदान करने के लिये जाना जाता है, जो इसे अन्य देशों की तुलना में अत्यधिक किफायती बनाता है।
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