प्रिलिम्स फैक्ट्स: 04 सितंबर, 2021
वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (FSDC) की बैठक
Financial Stability and Development Council (FSDC) Meeting
हाल ही में वित्त मंत्री ने वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (FSDC) की 24वीं बैठक की अध्यक्षता की।
- परिषद ने तनावग्रस्त संपत्तियों के प्रबंधन, वित्तीय स्थिरता विश्लेषण के लिये संस्थागत तंत्र को मज़बूती प्रदान करने, IBC (दिवाला और दिवालियापन संहिता) से संबंधित मुद्दों, सरकारी अधिकारियों के डेटा साझाकरण तंत्र, भारतीय रुपए के अंतर्राष्ट्रीयकरण और पेंशन क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
प्रमुख बिंदु
- FSDC की स्थापना:
- यह वित्त मंत्रालय के तहत एक गैर-सांविधिक शीर्ष परिषद है तथा इसकी स्थापना वर्ष 2010 में एक कार्यकारी आदेश द्वारा की गई थी।
- FSDC की स्थापना का प्रस्ताव सबसे पहले वित्तीय क्षेत्र के सुधारों पर गठित रघुराम राजन समिति (2008) द्वारा किया गया था।.
- संरचना:
- इसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री द्वारा की जाती है तथा इसके सदस्यों में वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामकों (RBI, SEBI, PFRDA और IRDA) के प्रमुख, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के सचिव, वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव और मुख्य आर्थिक सलाहकार शामिल हैं।
- वर्ष 2018 में, सरकार ने आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के ज़िम्मेदार राज्य मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, भारतीय दिवाला और दिवालियापन बोर्ड (IBBI) के अध्यक्ष तथा राजस्व सचिव को शामिल करने के उद्देश्य से FSDC का पुनर्गठन किया।
- FSDC उप-समिति की अध्यक्षता RBI के गवर्नर द्वारा की जाती है।
- आवश्यकता पड़ने पर यह परिषद विशेषज्ञों को भी अपनी बैठक में आमंत्रित कर सकती है।
- इसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री द्वारा की जाती है तथा इसके सदस्यों में वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामकों (RBI, SEBI, PFRDA और IRDA) के प्रमुख, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के सचिव, वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव और मुख्य आर्थिक सलाहकार शामिल हैं।
- कार्य:
- वित्तीय स्थिरता बनाए रखने, अंतर-नियामक समन्वय को बढ़ाने और वित्तीय क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिये प्रक्रिया को मज़बूत और संस्थागत बनाना।
- अर्थव्यवस्था के वृहद-विवेकपूर्ण पर्यवेक्षण की निगरानी करना। यह बड़े वित्तीय समूहों के कामकाज का आकलन करता है।
अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष
International Fund for Agricultural Development
हाल ही में कृषि विकास के लिये अंतर्राष्ट्रीय कोष (IFAD) ने वर्ष 2030 तक अपने जलवायु वित्त का 30% ग्रामीण लघु-स्तरीय कृषि में प्रकृति-आधारित समाधानों के समर्थन पर केंद्रित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
- इसने अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) के वर्ल्ड कंज़र्वेशन कॉन्ग्रेस (WCC) से पूर्व, यह जैव विविधता की रक्षा के लिये अधिक निवेश का आह्वान किया है।
- IUCN द्वारा प्रत्येक चार वर्ष के अंतराल पर वर्ल्ड कंज़र्वेशन कॉन्ग्रेस का आयोजन किया जाता है। कॉन्ग्रेस के माध्यम से IUCN के विभिन्न सदस्य एक साथ आते हैं, सिफारिशों पर मतदान करते हैं और वैश्विक संरक्षण प्रयासों के लिये एजेंडा निर्धारित करते हैं।
प्रमुख बिंदु
- IFAD के विषय में:
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान और संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी है जो विकासशील देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में काम कर रही है तथा संबद्ध परियोजनाओं के लिये कम ब्याज के साथ अनुदान और ऋण प्रदान करने का कार्य करती है।
- यह हाशिए पर जीवन व्यतीत कर रहे लोगों और कमज़ोर समूहों (जैसे कि छोटी जोत वाले किसान, वनवासी, पशुचारक, मछुआरे तथा छोटे पैमाने के उद्यमी) को आपदा की तैयारी, मौसम की जानकारी तक पहुँच, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं सामाजिक शिक्षा आदि प्रदान करने का कार्य करता है।
- गठन:
- वर्ष 1974 के वर्ल्ड फूड कॉन्फ्रेंस के परिणामस्वरूप वर्ष 1977 में इसका गठन किया गया था।
- मुख्यालय:
- रोम, इटली
- सदस्य:
- इसके 177 सदस्य देश हैं।
- भारत भी इसका सदस्य देश है।
- इसके 177 सदस्य देश हैं।
- उद्देश्य:
- गरीब लोगों की उत्पादक क्षमता में वृद्धि करना।
- बाज़ार की भागीदारी के माध्यम से उनके लाभ में वृद्धि करना।
- उनकी आर्थिक गतिविधियों की पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु अनुकूलता को मज़बूती प्रदान करना।
- रिपोर्ट:
- यह संगठन प्रतिवर्ष रूरल डेवलपमेंट रिपोर्ट प्रस्तुत करता है।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 04 सितंबर, 2021
आयुष आपके द्वार” अभियान
आयुष मंत्रालय द्वारा देश भर में 45 से अधिक स्थानों पर “आयुष आपके द्वार” अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान की शुरुआत आयुष भवन में कर्मचारियों को औषधीय पौधे वितरित कर की गई। इस अभियान की शुरूआत से जुड़ी गतिविधियों में कुल 21 राज्य भाग ले रहे हैं और इस दौरान दो लाख से अधिक पौधे वितरित किये जाएंगे। इस अभियान का उद्देश्य एक वर्ष में देश भर के 75 लाख घरों में औषधीय पौधे वितरित करना है। इन औषधीय पौधों में तेजपत्ता, स्टीविया, अशोक, जटामांसी, गिलोय/गुडुची, अश्वगंधा, कुमारी, शतावरी, लेमनग्रास, गुग्गुल, तुलसी, सर्पगंधा, कालमेघ, ब्राह्मी और आँवला शामिल हैं। ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत वाई-ब्रेक एप की शुरुआत, रोगनिरोधी आयुष दवाओं के वितरण सहित कई अन्य कार्यक्रम पहले ही शुरू किये जा चुके हैं।
न्यूज़ऑनएयर रेडियो लाइव-स्ट्रीम की वैश्विक रैंकिंग
विश्व स्तर पर (भारत को छोड़कर) शीर्ष ऑल इंडिया रेडियो (AIR) स्ट्रीम की रैंकिंग में बड़े बदलाव आए हैं। विश्व स्तर पर भारत को छोड़कर शीर्ष देशों की नवीनतम रैंकिंग में न्यूज़ऑनएयर एप पर ऑल इंडिया रेडियो लाइव-स्ट्रीम सबसे लोकप्रिय है। न्यूज़ीलैंड ने जर्मनी को पीछे छोड़कर 8वाँ स्थान हासिल किया है, जबकि इंग्लैंड ने फिजी को चौथे स्थान पर खिसकाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। ऑल इंडिया रेडियो की 240 से अधिक रेडियो सेवाओं का न्यूज़ऑनएयर एप, प्रसार भारती के आधिकारिक एप पर लाइव-स्ट्रीम किया जाता है। न्यूज़ऑनएयर एप पर ऑल इंडिया रेडियो स्ट्रीम के न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर 85 से अधिक देशों और वैश्विक स्तर पर 8000 शहरों में बड़ी संख्या में श्रोता हैं।
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट - कॉरपोरेट अवार्ड 2021
एसजेवीएन को प्रतिष्ठित डन एंड ब्रैडस्ट्रीट- कॉरपोरेट अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है, यह पुरस्कार उसे बेस्ट ग्रोथ परफॉर्मेंस-पावर की श्रेणी में प्राप्त हुआ। यह पुरस्कार वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से प्रदान किया गया है, जिसका शीर्षक ‘भारत की शीर्ष 500 कंपनियाँ 2021’ था। एसजेवीएन के पास वर्तमान में लगभग 10,000 मेगावाट की 31 परियोजनाओं का मज़बूत पोर्टफोलियो है। इस कार्यक्रम की थीम ‘लैइंग द फाउंडेशन फॉर एन ईएसजी-रेडी कॉरपोरेट इंडिया' थी। इस कार्यक्रम में भारत की शीर्ष 500 कंपनियाँ वर्ष 2021 के प्रकाशन के डिजिटल लॉन्च को भी शामिल किया गया। पिछले दो दशकों से भी ज़्यादा समय से डन एंड ब्रैडस्ट्रीट भारत की शीर्ष 500 कंपनियों की सूची तैयार कर रहा है, जो भारत के कॉरपोरेट जगत के लीडरों और भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन वर्षों में प्रकाशन ने सबसे विश्वसनीय और व्यापक संग्रह तथा भारत के व्यापक कॉरपोरेट जगत की सबसे सटीक रैंकिंग में से एक होने की प्रतिष्ठा प्राप्त की है।
एम. मोहम्मद अब्दुल्ला
तमिलनाडु में एम. मोहम्मद अब्दुल्ला को राज्यसभा के लिये निर्वाचित किया गया है। यह सीट इस वर्ष आल इंडिया अन्ना डीएमके पार्टी के सांसद ए. मोहम्मदजान के निधन के कारण रिक्त हुई थी। इस सीट के लिये उपचुनाव 13 सितंबर को कराया जाना था लेकिन कोई और उम्मीदवार नहीं होने के कारण मोहम्मद अब्दुल्ला को चुनाव किये बिना ही नामांकित कर दिया गया। श्री अब्दुल्ला पुदुक्कोट्टई ज़िले के तिरूमैयम के निवासी हैं। वे पहले पार्टी की युवा इकाई के पदाधिकारी थे। उन्हें इस वर्ष जनवरी में पार्टी की एन.आर.आई. विंग का संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया था।