यूरोपीय संघ का 'राइट टर्न'!
02 Jul, 2024 | वर्षा भम्भाणी मिर्ज़ायूरोपीय संघ केवल ‘एक बाजार-एक मुद्रा’ वाला व्यापारिक संगठन नहीं है बल्कि यह गारंटी है लोकतंत्र की, आज़ादी की, न्याय की और मानव अधिकारों की। जो राष्ट्र इन गारंटियों की...
यूरोपीय संघ केवल ‘एक बाजार-एक मुद्रा’ वाला व्यापारिक संगठन नहीं है बल्कि यह गारंटी है लोकतंत्र की, आज़ादी की, न्याय की और मानव अधिकारों की। जो राष्ट्र इन गारंटियों की...
गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) सरकार और जनता के बीच एक कड़ी है जिसमें दोनों की सहभागिता के बड़े मायने है। आधुनिक NGO के स्वरूप में आने से पहले भी साम्राज्यों में जत्थे या संगठन जनता की...
जीवन में कोई भी मूर्त या अमूर्त चीज तभी मिलती है, जब उसकी कीमत चुका दी गई हो। ये यूं ही कही गई बात नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक आर्थिक सिद्धांत है, अवसर की लागत का सिद्धांत। अवसर...
इंदौर का रहने वाला मानस बेंगलुरु की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है और टू बीएचके के फ्लैट में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। आज मानस ऑफिस से देर से घर पहुँचा है।...
लोकतान्त्रिक देशों में मत देने का अधिकार सभी को प्राप्त है। चुनाव किसी भी लोकतांत्रिक समाज की आधारशिला हैं। वे नागरिकों को अपने नेताओं को चुनने और कार्यालय में उनके...
गर्भावस्था यानी प्रेग्नेंसी, एक स्त्री के जीवन का एक अनूठा एवं कभी न भूलने वाला दौर होता है। इसके साथ ही मां बनने के पहले प्रेग्नेंसी के नौ महीनों के दौरान कुछ विशेष...
वर्ष 1946 के अक्टूबर महीने तक तय हो चुका था कि भारत को आजादी दे दी जाएगी। जब 24 मार्च 1947 को लार्ड माउंटबेटन को सत्ता हस्तांतरण के लिए नया वायसराय बनाकर भारत भेजा गया तो उन्होंने...
हम में से अधिकांश के लिये चिकित्सालय के भीतर की पहली स्मृति उस समय की होती है, जब हमें बालपन में किसी गंभीर बीमारी से बचने के लिये टीका (Vaccine) लगवाने ले जाया जाता था। यदि यह टीका...
दुनियाभर में लोग अब ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले खतरों को पहचानने लगे हैं। इसकी बानगी हाल में आए स्विट्जरलैंड बनाम क्लिमासेनियोरिनन श्वेइज केस में यूरोप की शीर्ष...
कोई भी समाज अपने स्वरूप में विविधता लिए हुए होता है। समाज के वैविध्य से ही सामाजिक व्यवहार भी तय होता है। इन्हीं सामाजिक व्यवहारों व प्रतिक्रियाओं से फिर राजनीतिक व...
दिल एक धड़कता हुआ बहुत ही खूबसूरत शय है, यह न होता तो न हम होते और न ही हमें प्यार का दिलकश अहसास होता। बॉलीवुड के गानों और संवादों में भी इसे बहुत ही खूबसूरत तरीके से पिरोया...
1947 में विभाजन से पहले अविभाजित भारत में करीब 584 रियासतें थीं। जिनका कामकाज राजा देखते थे। इसके लिए अंग्रेजों के साथ उनका एक खास करार था। ये रियासतें 40 फीसदी क्षेत्र और 23...
“अशक्यं प्रकृते: ऋते जीवनम्” अर्थात्– प्रकृति के बिना मानव जीवन संभव नहीं है। मानव हमेशा से ही अपनी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रकृति पर निर्भर रहा है। चाहे...
जब पूरी दुनिया में बात ग्रीन वर्ल्ड की हो रही हो, तेजी से खत्म होते प्राकृतिक संसाधनों को बचाने की हो रही हो तो ग्रीन हाउस की परिकल्पना भी बहुत तेजी से हकीकत में बदल रही है।...
भारतीय शिलालेखों में तांडव नृत्य की चर्चा से पहले उस शिव की चर्चा ज़रूरी है कि आखिर क्या वजह है कि वे जन-जन के आराध्य हो गए। भोले बाबा का शिव तांडव। वाकई व्यक्तित्व का कितना...
तमिल में कच्चाथिवू का अर्थ होता है बंजर द्वीप, जो भौगौलिक दृष्टि से बंजर होते हुए भी रणनीतिक दृष्टिकोण से काफी उपजाऊ है। भारत और श्रीलंका के मध्य पाक जलडमरूमध्य में स्थित...
"इतिहास को इनसे और इनके परिवारों से माफ़ी मांगनी चाहिए क्योंकि जो कलंक और निष्कासन इन्होंने सदियों से भोगा है, उसकी कोई भरपाई नहीं की जा सकती"- जस्टिस इन्दु मल्होत्रा नवंबर...
ट्रांस समुदाय के लोग बेहद प्रतिभाशाली, मज़बूत ,बुद्धिमान, सृजनशील, सहृदय और इरादों के पक्के होते हैं। हमें होना ही पड़ता है। हम अधिकारों को चुन या छोड़ नहीं सकते ,बस उम्मीद...
दुनिया भर के आंदोलनों को यदि देखा जाए तो उसमें एक समानता दिखाई देती है और वह समानता ही आंदोलनों के जन्म लेने का मूल कारण है जो कि है शोषण, दमन, अत्याचार या समानता का न होना।...
''यदि धन खो दिया तो हमने कुछ नहीं खोया है, लेकिन यदि स्वास्थ्य खो दिया तो अवश्य कुछ खो दिया है।'' यह फ्रांसीसी लोकोत्ति बताती है कि स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण...