पुरानी पेंशन: विवाद क्यों?
04 Sep, 2024 | विमल कुमारराज्य एक अमूर्त संस्था है और शासन उसका मूर्त रूप। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में शासन के तीन प्रमुख स्तंभ होते हैं– विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। साधारण...
राज्य एक अमूर्त संस्था है और शासन उसका मूर्त रूप। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में शासन के तीन प्रमुख स्तंभ होते हैं– विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। साधारण...
यूं तो लोगों के लिए बारिश का मौसम एक सुखद अहसास है लेकिन अनेक वजहों से हम संवेदनशील लोग खुद को बरसात के प्रति असहज पाते हैं। दिल्ली में हर वर्षा ऋतु कई घरों को उजाड़ती है,...
केंद्र सरकार ने 17 अगस्त, 2024 को यूपीएससी के माध्यम से भारत सरकार की सेंट्रल स्टाफ स्कीम में 45 उच्च पदों पर लेटरल एंट्री से भर्ती का विज्ञापन निकाला। इनमें 10 पद संयुक्त सचिव के...
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो देशों, पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा के बाद वापस लौट आए हैं। पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा और इस दौरान वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमीर...
नेट परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर एवं जूनियर रिसर्च फैलो के लिये होने वाली परीक्षा है। हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं। अच्छी और सही स्ट्रैट्जी से तैयारी...
‘निर्भया कांड’ कोई अकेली ऐसी घटना नहीं रही, जिसकी चीख हमारे दिमाग़ पर अमिट छाप छोड़ जाती है। हमें दुत्कार जाती है। ऐसी घटनाएं रोज कहीं-न-कहीं घट रही होती हैं। वो अलग बात...
"यह हमारे लिए अमेरिका को जोड़ने, चीन को मैनेज करने, यूरोप को रोपने, जापान को परिदृश्य में लाने, पड़ोसियों को पुकारने, उनसे दोस्ती बढ़ाने और पारंपरिक सहयोगियों के साथ और अधिक...
जॉन डेवी का मानना है “शिक्षा जीवन की तैयारी नहीं है; शिक्षा स्वयं जीवन है।” दरअसल शिक्षा हासिल करते हुये मनुष्य अवगुणों को त्याग रहा होता है व सद्गुणों को आमंत्रित कर...
पिछले वर्ष अप्रैल के पहले सप्ताह में नार्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन यानी नाटो में 31वें सदस्य देश के रूप में फिनलैंड को शामिल किया गया। कुछ ही समय बाद स्वीडन भी संगठन का...
पिछले दिनों पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता, तो चारों तरफ उनकी खूब तारीफ़ हुई। एक भारतीय न्यूज़ एंकर अरशद की तारीफ करते हुए कह रहे थे कि कैसे...
आख़िर क्यों एक देश जहां से आर्थिक रफ़्तार पकड़ने की ख़बरें आ रही थी, कुछ ही महीनों में अराजकता की ओर धकेल दिया गया और दमन की सियासत के चलते सैकड़ों छात्र ,आम नागरिक मारे गए और वहां...
ओलंपिक में स्वर्ण पदक या कोई भी पदक जीत पाना कितना कठिन कार्य है, इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पुरुष टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक...
दिन प्रतिदिन बढ़ते मोबाईल और टेक्नोलाजी के इस्तेमाल ने साइबर क्राइम्स को भी बढ़ावा दिया है। आज साइबर क्रिमिनल क्राइम के नए नए तरीके इजाद कर रहे हैं। जिसमें डिजिटल हाउस...
अमेरिका के राजनीतिक अर्थशास्त्री लेस्टर थोरो ने अपनी पुस्तक ‘दि फ्यूचर ऑफ कैपिटलिज़्म’ में लिखा है कि विश्व व्यापार व्यवस्था के नियम-कायदे हमेशा वर्चस्वशील...
20वीं सदी में मशहूर शायर साहिर लुधियानवी ने ‘ऐ शरीफ इंसानों’ शीर्षक के साथ एक नज़्म लिखी थी, जिसकी कुछ पंक्तियाँ हैं– “जंग तो ख़ुद ही एक मसअला हैजंग क्या मसअलों का हल...
ईरान हमारा सदियों पुराना मित्र रहा है। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के आलावा ईरान से हमारे व्यापारिक रिश्तों की कहानी, ईसा से भी 600 साल पहले से शुरू हो जाती है। भारतीय कला,...
वर्ष 1945 में जब संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई, तो भरोसा दिया गया कि अब विश्वयुद्ध जैसी विभीषिकाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी और कोई भी शहर हिरोशिमा व नागासाकी जैसे हस्र...
लोकतांत्रिक देशों में चुनाव एक महंगा और जटिल कार्य है। लोकतंत्र में सरकार बनाने के लिए समय-समय पर चुनाव कराए जाते हैं। ऐसे में नियमित चुनावों के संपादन के लिए देश के...
देश के शासन को चलाने के लिए सरकार के गठन में मतदाता वोटिंग के लिए जो व्यवहार अपनाते है, वह व्यवहार ही तय करता है कि सरकार बहुमत प्राप्त कर शासन करेगी या गठबंधन में रहकर कार्य...
पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार ने अटल बिहारी वाजपेई जी से कहा, “आप कुंवारे हैं, मैं आपसे शादी करने के लिए तैयार हूं। लेकिन मुझे मुंह दिखाई में कश्मीर चाहिए।” इस पर अटल जी...