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विमर्श

चुनावी घोषणा और क़र्ज़माफ़ी, कितना सही-कितना ग़लत!

21 Nov, 2023

तिरे वादों पे कहाँ तक मिरा दिल फ़रेब खाए,कोई ऐसा कर बहाना मिरी आस टूट जाए। - फ़ना निज़ामी कानपुरी हर चुनाव के बाद जब वक़्त गुज़रता है और जनता से किए गए वादों को चुनाव में विजयी...

विमर्श

नारी शक्ति के वंदन में लग रहा लंबा समय

17 Nov, 2023

सितंबर की 21 तारीख जो अब इतिहास बन चुकी है। इस दिन देश की सर्वोच्च पंचायत में जो ऐतिहासिक पटकथा लिखी गई, वह सदन की सर्वसम्मति की भी कथा है। महिला आरक्षण बिल के लिये 128 वें...

विमर्श

एक देश, एक चुनाव की प्रासंगिकता

07 Nov, 2023

भारत चुनावों का देश है। भौगोलिक विस्तार और बहुदलीय संसदीय प्रणाली के दृष्टिकोण से हम इतने विशाल हैं कि यहाँ चुनावों का मौसम हावी रहता है। चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होता है।...

मोटिवेशन

निबंध की बदलती प्रकृति को ध्यान में रखकर अच्छे निबंध लेखन की तैयारी कैसे करें

30 Oct, 2023

हम जानते हैं कि यूपीएससी यानी “संघ लोक सेवा आयोग” को देश की सबसे बड़ी परीक्षा (सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा) आयोजित कराने का गौरव हासिल है। यूपीएससी की परीक्षा न केवल...

मोटिवेशन

नए पैटर्न्स और सिलेबस: UPSC परीक्षा के नवीनतम बदलावों का सामना कैसे करें?

06 Oct, 2023

हर युवा कम से कम उम्र में एक ऐसा स्थायी करियर बनाना चाहता है, जिसमें बेहतर ज़िंदगी जीने हेतु न सिर्फ संतोषजनक सैलरी हो, बल्कि अपने कार्यक्षेत्र के माध्यम से वह समाज के लिए...

विमर्श

लघु उद्योग, वृहद संभावनाएँ

30 Aug, 2023

यदि कहा जाए कि व्यक्ति और राष्ट्र की आत्मनिर्भरता का सही मायने में तर्कसंगत संबंध लघु उद्योगों से है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति न होगी! गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था के चार पहिये...

विमर्श

‘खेल महाशक्ति’ बन सकता है भारत

28 Aug, 2023

“अगले 10 सालों में भारत ‘खेल महाशक्ति” होगा।” वर्ष 2022 में आई बुक ‘बिज़नेस ऑफ स्पोर्ट्स-द विनिंग फ़ॉर्मूला ऑफ सक्सेस’ के लेखक और ग्रुप साउथ एशिया के स्पोर्ट्स,...

विमर्श

भारतीय सिनेमा में साहित्य की उपयोगिता

25 Jul, 2023

भारतीय सिनेमा और हिन्दी साहित्य दो परस्पर अलग-अलग विधाएँ हैं किंतु दोनों में पारस्परिक संबंध काफी गहरा है। अपनी शैशवावस्था से ही भारतीय सिनेमा भाषा के लिहाज से हिन्दी पर...

विमर्श

हिंदी साहित्य को वैश्विक साहित्य कहा जा सकता है?

20 Jun, 2023

हिंदी वर्तमान समय में केवल शिक्षा एवं साहित्य की भाषा की परिधि तक सीमित नहीं रह गई है। भूमंडलीकरण अथवा वैश्वीकरण के दौर में हिंदी वैश्विक परिदृश्य में अपना महत्त्वपूर्ण...

विमर्श

पिता होने का अर्थ

20 Jun, 2023

भगवान स्वरूप कटियार की कविता की एक पंक्ति है “पिता के पास लोरियाँ नहीं होतीं”। असल में पिताओं के पास होती हैं थपकियाँ, जिससे बच्चा मीठी नींद में सोता है। ये थपकियाँ ही...


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