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विमर्श

पर्यावरण सरंक्षण के लिए दिए जाने वाले फेलोशिप एवं पुरस्कार

20 Feb, 2024

हमारा देश एक अद्भुत आस्थावान देश है। इसकी आस्था की एक खास बात यह है कि ये जीवन के विभिन्न आयोमों में आस्था के माध्यम से हर गतिविधियों को देखते थे। पीपल अथवा तुलसी के वृक्षों...

विमर्श

धर्म की हमारी समझ

12 Feb, 2024

धर्म का एक भौतिक पक्ष है, और एक आध्यात्मिक, एक सैद्धांतिक और एक व्यावहारिक, एक सार्विक और एक स्थानीय, एक शाश्वत और एक परिवर्तनशील, एक शोषक और एक पोषक, और अंततः एक सकारात्मक और...

विमर्श

युद्ध: कल, आज और कल

24 Jan, 2024

ईसा से सात-आठ सौ साल पहले यूनानी कवि हेसियड ने घोषणा की थी– ‘मानवजाति का स्वर्णिम युग अतीत में रह गया है। रजत युग भी बीत गया है। अब कठोर लौह युग आ गया है और सब कुछ तबाह होने...

विमर्श

सुशासन की अवधारणा: लोकतंत्रीकरण के यंत्र के रूप में

08 Jan, 2024

‛सुशासन, मानव अधिकारों के लिये सम्मान और कानून का शासन सुनिश्चित करता है तथा लोकतंत्र को मज़बूती, लोक प्रशासन में पारदर्शिता एवं सामर्थ्य को बढ़ावा देता है।’ -कोफ़ी अन्नान...

विमर्श

दिल्ली-एनसीआर लिए ही पराली क्यों बन रही मुसीबत

08 Jan, 2024

जिन दो फसलों से दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों का पेट भरता है, उनमें गेहूं और चावल शामिल हैं। लेकिन, चावल यानी धान की इसी फसल का डंढल दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के लोगों के...

विमर्श

सबसे ज़रूरी होता है सायरन की तरह गूंज जाना

08 Jan, 2024

"यदि मैं स्त्री के रूप में पैदा होता तो पुरुषों द्वारा थोपे गए हर अन्याय का जमकर विरोध करता तथा उनके खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद करता" -महात्मा गांधी रेवा का घर जाने का...

विमर्श

क्यों सर्दियों में सबसे घातक हो जाता है दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण

15 Dec, 2023

जिन आधुनिक मुसीबतों को हम इंसानों ने खुद जन्म दिया है, उनमें प्रदूषण भी एक है। आज से चार-पाँच सौ साल पहले शायद इस मुसीबत की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। लेकिन आज यह हमारे...

मोटिवेशन

ट्रैफिक नियमों का ज्ञान, बचाए रोड एक्सीडेंट से जान

12 Dec, 2023

जगह बदलता रहता है, आँकड़े बदलते रहते हैं, वाहन बदलते रहते हैं, होने वाली मौतों की संख्या बदलती रहती है, लेकिन 'सड़क दुर्घटना' की खबर सबमें कॉमन ही रहती है। हम अपने आसपास हर रोज़...

मोटिवेशन

एक डोर के दो छोर : पर्यटन और आर्थिक विकास

07 Dec, 2023

"सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ,ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ।" ख़्वाजा मीर दर्द का ये शेर हर यात्री की कहानी है। दुनिया में कई लोग हैं जो चाहते हैं कि...

विमर्श

मानसिक जीवटता, जो आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स को दूसरों से अलग करती है।

28 Nov, 2023

अमूमन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अगर किसी बड़ी प्रतियोगिता के फाइनल में पहुँचती है तो किसी भी तरह से और किसी भी हालत में जीत का वरण भी कर ही लेती है। भारत में हुई वर्ल्ड कप...


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