मध्य प्रदेश Switch to English
लाडली बहना लाभार्थियों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली बहना योजना के लाभार्थियों को समग्र वर्ष 450 रुपए की सब्सिडी दर पर गैस सिलेंडर प्रदान किये जाने की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- योजना की पृष्ठभूमि: लाडली बहना योजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।
- लाभार्थी: यह सहायिकी महिला लाभार्थियों, विशेष रूप से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत लाभार्थियों के लिये है।
- रक्षाबंधन के त्योहार पर लाभार्थियों को 250 रुपए प्रदान किये जाएंगे।
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा राज्यसभा को दिये गए लिखित जवाब के अनुसार केंद्र सरकार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों को प्रतिवर्ष 12 रिफिल तक 14.2 किलोग्राम LPG सिलेंडर पर 200 रुपए की लक्षित सब्सिडी प्रदान कर रही है।
- इसके अतिरिक्त केंद्र ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के सभी लाभार्थियों के लिये लक्षित सब्सिडी को बढ़ाकर 300 रुपए प्रति 14.2 किलोग्राम LPG सिलेंडर कर दिया है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) क्या है?
- परिचय:
- खाना पकाने के लिये लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले आदि ईंधनों का उपयोग करने वाले ग्रामीण और वंचित परिवारों को LPG जैसे स्वच्छ इंधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MOPNG) ने एक प्रमुख योजना के रूप में 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' (PMUY) की शुरुआत की।
- खाना पकाने के पारंपरिक ईंधन के उपयोग का ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
- उद्देश्य
- महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना।
- भारत में खाना पकाने के लिये उपयोग की जाने वाले अशुद्ध ईंधन के कारण होने वाली मौतों की संख्या में कमी लाना।
- जीवाश्म ईंधन जलाने से घर के अंदर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली गंभीर श्वसन बीमारियों से छोटे बच्चों को बचाना।
मध्य प्रदेश Switch to English
बेगम बिलकिस का मकबरा वक्फ की संपत्ति नहीं
चर्चा में क्यों
हाल ही में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने निर्णय दिया कि बुरहानपुर में स्थित मुगल बादशाह शाहजहाँ की पुत्र वधु बेगम बिलकिस का मकबरा सहित तीन प्राचीन स्मारक वक्फ बोर्ड की संपत्ति नहीं हैं।
मुख्य बिंदु
- भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (ASI) का तर्क: ASI ने तर्क दिया कि शाह शुजा स्मारक, नादिर शाह का मकबरा और बीबी साहिबा की मस्जिद, प्राचीन संस्मारक परिरक्षण अधिनियम, 1904 के तहत प्राचीन एवं संरक्षित स्मारक हैं।
- न्यायालय की टिप्पणी:
- न्यायमूर्ति जी.एस. अहलूवालिया ने कहा कि ये सभी संपत्तियाँ प्राचीन और संरक्षित स्मारक हैं तथा मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के CEO द्वारा इन्हें वक्फ संपत्ति घोषित किया जाना भौतिक अवैधता है।
- ASI ने प्रस्तुत किया कि प्राचीन संस्मारक परिरक्षण अधिनियम, 1904 की धारा 11 के अनुसार, आयुक्त स्मारक का संरक्षक होगा और ऐसे स्मारक के अनुरक्षण के उद्देश्य हेतु उसे स्वयं तथा उसके अभिकर्त्ता द्वारा सभी उचित समयों पर स्मारक तक पहुँच प्राप्त होगी।
- “जब तक कि प्राचीन संस्मारक परिरक्षण अधिनियम, 1904 की धारा 14 के तहत संरक्षकता वापस नहीं ले ली जाती, तब तक इसे वक्फ संपत्ति घोषित नहीं किया जा सकता है।”
- स्मारकों का विवरण:
- शाह शुजा स्मारक:
- शाह शुजा स्मारक में मुगल बादशाह शाहजहाँ के पुत्र शाह शुजा की पत्नी बेगम बिलकिस का मकबरा है।
- बेगम बिलकिस की मौत बेटी को जन्म देते समय हुई थी जिसके बाद बेगम को बुरहानपुर में दफनाया गया था
- खरबूजा महल के नाम से भी जाना जाने वाला यह मकबरा “एक भव्य गुंबद से सुसज्जित है।” इसका आधार एक उभरा हुआ वृत्ताकार चबूतरा है और यह पत्थर से बना है एवं इसका शेल मोर्टार से प्लास्टर किया गया है व चित्रों से सुसज्जित है।”
- नादिर शाह का मकबरा:
- नादिर शाह का मकबरा एक “विशाल मकबरा है, जो एक उत्थित चबूतरे पर बना है” और इसमें आठ तोरणपथ हैं।” इस इमारत में तीन कब्रें हैं।
- बीबी साहिबा की मस्जिद
- बीबी साहिबा की मस्जिद जिसे बीबी की मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है, का निर्माण गुजरात के सुल्तान मुफ्फर शाह द्वितीय की बेटी रानी बेगम रोकैया द्वारा लगभग 1529 ई. में पूरा करवाया गया था।
- शाह शुजा स्मारक:
हरियाणा Switch to English
शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस
चर्चा में क्यों?
हाल ही में हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि 31 जुलाई को शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस के सम्मान में राजपत्रित अवकाश रहेगा।
मुख्य बिंदु
- अवकाश की घोषणा: हरियाणा सरकार ने शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस हेतु 31 जुलाई को राजपत्रित अवकाश घोषित किया है।
- स्कूल में अवकाश: इस घोषणा के परिणामस्वरूप गुड़गाँव और फरीदाबाद सहित संपूर्ण राज्य में सभी सरकारी और निजी स्कूल में अवकाश रहेगा।
- सार्वजनिक अवकाश की घोषणा: विगत वर्ष दिसंबर में हरियाणा सरकार ने 2024 के लिये सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की, जिसमें शहीद उधम सिंह और अन्य शहीदों के सम्मान में 31 जुलाई, 2024 को सभी सार्वजनिक कार्यालयों, स्कूलों एवं कॉलेजों को बंद करने का निर्णय किया गया था।
- शहीद उधम सिंह की महत्ता: शहीद उधम सिंह को जलियाँवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिये इसके मास्टरमाइंड माइकल ओ'डायर की हत्या करने के लिये जाना जाता है।
उधम सिंह
- उधम सिंह का जन्म वर्ष 1899 में पंजाब के संगरूर ज़िले के सुनाम में हुआ और उन्हें शहीद-ए-आज़म सरदार उधम सिंह भी कहा जाता है जिसका अर्थ 'महान शहीद' होता है।
- उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी क्रांतिकारियों में से एक माना जाता है।
- 13 अप्रैल, 1919 को जलियाँवाला बाग नरसंहार के बाद वे क्रांतिकारी गतिविधियों और राजनीति में अधिक सक्रिय हुआ। वे भगत सिंह से बहुत प्रभावित थे।
- वर्ष 1924 में वह गदर पार्टी में शामिल हुए और औपनिवेशिक शासन का समूल नाश करने उद्देश्य से प्रवासी भारतीयों को संगठित किया।
- 1927 में क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम देने के लिये सहयोगियों और हथियारों के साथ भारत लौटते समय, उन्हें अवैध रूप से आयुध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया तथा पाँच वर्ष का कारावास दिया गया।
- 13 मार्च, 1940 को सिंह ने कैक्सटन हिल में ईस्ट इंडिया एसोसिएशन और रॉयल सेंट्रल एशियन सोसाइटी की एक बैठक में जनरल डायर की जगह माइकल ओ'डायर को गोली मार दी।
- उन्हें मृत्युदंड दिया गया और 31 जुलाई, 1940 को लंदन की पेंटनविल जेल में फाँसी की सज़ा दी गई।
हरियाणा Switch to English
पंजाब, गुजरात, हरियाणा में H1N1 से हुई सर्वाधिक मृत्यु
चर्चा में क्यों?
हाल ही में H1N1 के कारण पंजाब, गुजरात और हरियाणा में क्रमशः 41, 27 तथा 26 लोगों की मृत्यु हुई जो भारत में H1N1 के कारण होने वाली मृत्यु में सबसे अधिक है।
मुख्य बिंदु
- कुल मामले: भारत में H1N1 के अभी तक 7,000 से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं।
- मामलों के संदर्भ में शीर्ष राज्य: दिल्ली (1,563), गुजरात (1,049) और राजस्थान (1,008) में सबसे अधिक मामले दर्ज किये गए।
- स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश: स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्क्रीनिंग, संवर्गीकरण, प्रयोगशाला निदान, संक्रमण नियंत्रण, घरेलू देखभाल और नैदानिक प्रबंधन पर दिशा-निर्देश जारी किये।
- रोकथाम के उपाय: इससे संबंधित जन जागरूकता अभियानों में हाथ धोने, खाँसते या छींकते समय मुँह को ढकने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने पर ज़ोर दिया जाता है।
- टीकाकरण: टीकाकरण को इन्फ्लूएंज़ा की रोकथाम हेतु सबसे अच्छे निवारक उपाय के रूप में देखा जाता है।
H1N1
- H1N1 इन्फ्लूएंज़ा श्वसन संबंधी बीमारी का कारण बनता है जो सूअर के श्वसन पथ को प्रभावित कर सकता है।
- इन संक्रमित सूअर के निकट संपर्क में आने से मनुष्यों को स्वाइन फ्लू का खतरा होता है जो कि एक ज़ूनोटिक रोग है।
- स्वाइन इन्फ्लूएंज़ा विषाणु मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं यदि उनके एंटीजेनिक गुण अन्य इन्फ्लूएंज़ा स्ट्रेन के साथ पुनर्संयोजन के कारण बदल जाते हैं।
- यह आनुवंशिक परिवर्तन विषाणु की प्रतिकृति करने और संचरण की क्षमता में वृद्धि कर सकता है, जिससे मनुष्यों में इसका संचरण सरल हो जाता है।
- ऐसे परिवर्तनों से महामारी की उत्पत्ति हुई, जैसा कि 1918 और 2009 में देखा गया था, जब विषाणु द्वारा मनुष्यों में इसका संचरण चरम अवस्था पर था।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड ने वाहनों में गार्बेज बैग रखना अनिवार्य किया
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने एक नवीन नियम क्रियान्वित किया जिसके तहत राज्य में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों में गार्बेज बैग अथवा कूड़ादान रखना अनिवार्य होगा।
- इस उपाय का उद्देश्य उत्तरदायीपूर्ण पर्यटन को बढ़ावा देना और उत्तराखंड के मूल पर्यावरण को संरक्षित करना है।
मुख्य बिंदु
- निरीक्षण: परिवहन विभाग अनुपालन सुनिश्चित करने के लिये प्रवेश बिंदुओं पर वाहनों का निरीक्षण करेगा।
- ट्रिप कार्ड: वाहनों को ट्रिप कार्ड तभी निर्गत किये जाएंगे जब उनमें अपशिष्ट निपटान संबंधी आवश्यक सुविधाएँ होंगी।
- दस्तावेज़ीकरण: वाहन उपयोगकर्त्ताओं को ट्रिप कार्ड प्राप्त करने के लिये पंजीकरण प्रमाण-पत्र, फिटनेस प्रमाण-पत्र, बीमा-पत्र और प्रदूषण प्रमाण-पत्र जैसे वैध दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे।
- व्यापक रणनीति: यह पहल उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता, विशेषकर लोकप्रिय पर्यटन मार्गों का संरक्षण करने के एक व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
- सहयोग: परिवहन विभाग इस नियम को क्रियान्वित करने के लिये पड़ोसी राज्यों से सहयोग की मांग की।
- सामूहिक उत्तरदायित्व: यह विनियमन राज्य की स्वच्छता बनाए रखने में निवासियों और पर्यटकों के साझा उत्तरदायित्व पर ज़ोर देता है।
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