छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
चर्चा में क्यों?
हाल ही में छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में 25 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। वे प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की गंगलूर और भैरमगढ़ क्षेत्र समितियों में सक्रिय थे।
मुख्य बिंदु
- अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने खोखली माओवादी विचारधारा से मोहभंग होने तथा गैरकानूनी आंदोलन के नेताओं द्वारा आदिवासी समुदायों पर किये गए अत्याचारों का उदाहरण देते हुए आत्मसमर्पण किया।
- छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिये पुनर्वास नीति बनाई है।
- उन्होंने नियाद नेल्लनार योजना के तहत गाँवों में सड़क, स्वास्थ्य सेवाएँ, जल और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराकर समानता एवं विकास का वातावरण बनाया है।
नियाद नेल्लनार योजना
- नियाद नेल्लनार, जिसका अर्थ है "आपका अच्छा गाँव" या "आपका अच्छा गाँव" स्थानीय दंडामी बोली है (दक्षिण बस्तर में बोली जाती है)।
- इस योजना के तहत बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा शिविरों के 5 किलोमीटर के भीतर स्थित गाँवों में सुविधाएँ और लाभ प्रदान किये जाएंगे।
- बस्तर में 14 नए सुरक्षा शिविर स्थापित किये गए हैं। ये शिविर नई योजना के क्रियान्वयन में भी सहायक होंगे। नियाद नेल्लनार के तहत ऐसे गाँवों में करीब 25 बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
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