स्टार्टअप इकोसिस्टम रिपोर्ट-2025 | उत्तर प्रदेश | 26 Mar 2025
चर्चा में क्यों?
स्टार्टअप इकोसिस्टम रिपोर्ट-2025 के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में तीसरा स्थान प्राप्त किया है, जहाँ 26 स्टार्टअप्स ने यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त किया है।
मुख्य बिंदु
- रिपोर्ट के बारे में:
- रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश ने स्टार्टअप ईकोसिस्टम में उल्लेखनीय प्रगति की है। परिणामस्वरूप, राज्य में 14,000 से अधिक स्टार्टअप्स उभर चुके हैं।
- उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहाँ 49 ज़िलों में स्टार्टअप सक्रिय हैं।
- पहले स्टार्टअप का केंद्र केवल नोएडा, गाज़ियाबाद, लखनऊ और कानपुर जैसे बड़े शहर थे, लेकिन अब छोटे शहरों में भी इनका तेज़ी से विकास हो रहा है।
- उत्तर प्रदेश के शीर्ष 10 स्टार्टअप हब शहर
- उत्तर प्रदेश के शीर्ष 10 स्टार्टअप हब शहर में नोएडा सबसे आगे है, जहाँ 3418 स्टार्टअप्स कार्यरत हैं। इसके बाद लखनऊ में 1789, गाज़ियाबाद में 1582 और कानपुर में 586 स्टार्टअप्स मौजूद हैं।
- वाराणसी में 406, आगरा में 359, मेरठ में 291 और प्रयागराज में 283 स्टार्टअप्स सक्रिय हैं। वहीं, गोरखपुर में 201 और बरेली में 177 स्टार्टअप्स कार्यरत हैं।
- उत्तर प्रदेश का देश में योगदान
- उत्तर प्रदेश का भारत के कुल मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स में 9.6% योगदान है।
- दिल्ली (10%) और कर्नाटक (10.6%) से थोड़ा पीछे होने के बावजूद, उत्तर प्रदेश की तेज़़ी से बढ़ती हिस्सेदारी इसे जल्द ही दूसरे स्थान पर पहुँचा सकती है।
यूनिकॉर्न:
परिचय:
- एक यूनिकॉर्न किसी भी निजी स्वामित्व वाली फर्म है जिसका बाज़ार पूंजीकरण 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है।
- यह अन्य उत्पादों/सेवाओं के अलावा रचनात्मक समाधान और नए व्यापार मॉडल पेश करने के लिये समर्पित नई संस्थाओं की उपिस्थिति को दर्शाता है।
- फिनटेक, एडटेक, बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B-2-B) कंपनियाँ आदि इसकी कई श्रेणियाँ हैं।
विशेषताएँ:
- विभाजनकारी नवाचार: अधिकतर सभी यूनिकॉर्न ने उस क्षेत्र में नवाचार लाए हैं जिससे वे संबंधित हैं, उदाहरण के लिये ‘उबर’ ने आवागमन के स्वरुप को बदल दिया है।
- तकनीक संचालित: यह व्यापार मॉडल नवीनतम तकनीकी नवाचारों और प्रवृत्तियों द्वारा संचालित होता है।
- उपभोक्ता-केंद्रित: इनका लक्ष्य उपभोक्ताओं के लिये कार्यों को सरल बनाना और उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनना है।
- निजी स्वामित्व: अधिकांश यूनिकॉर्न निजी स्वामित्व वाले होते हैं, जब एक स्थापित कंपनी इसमें निवेश करती है तो उनका मूल्यांकन और बढ़ जाता है।
- सॉफ्टवेयर आधारित: एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि यूनिकॉर्न के 87% उत्पाद सॉफ्टवेयर हैं, 7% हार्डवेयर हैं और बाकी 6% अन्य उत्पाद एवं सेवाएंँ हैं।
बिठूर महोत्सव 2025 | उत्तर प्रदेश | 26 Mar 2025
चर्चा में क्यों?
21 से 23 मार्च, 2025 तक उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिठूर महोत्सव का आयोजन किया गया।
मुख्य बिंदु
- महोत्सव के बारे में:
- यह महोत्सव प्रतिवर्ष कानपुर के ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल बिठूर में आयोजित किया जाता है।
- इस महोत्सव में 1857 की क्रांति की गौरवशाली झलक देखने को मिलेगी, साथ ही छवि, रंगमंच, संगीत, नाट्य और विभिन्न संस्कृतियों की मनोरम प्रस्तुतियाँ की जाती हैं।
- इस वर्ष का महोत्सव उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की साझा संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत पर आधारित था।
- 1857 की क्रांति में बिठूर की भूमिका
- उत्तर प्रदेश के कानपुर ज़िले में गंगा नदी के किनारे स्थित यह नगर 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा हुआ है।
- कानपुर की घेराबंदी (5- 25 जून 1857) बिठूर किले के पास आरंभ हुई। मराठा पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहब को अंग्रेज़ो द्वारा बिठूर में निर्वासित कर दिया गया था। उनका किला विद्रोह की रणनीति का मुख्यालय बना।
- स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक नाना साहब, रामचंद्र पांडुरंग और तात्या टोपे ने यहीं से अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत की।
- 19 जुलाई 1857 को ब्रिटिश जनरल हैवलॉक ने बिठूर पर कब्ज़ा कर लिया। इसके बाद अंग्रेज़ों ने बिठूर किले, घाटों और अनेक मंदिरों को आग के हवाले कर दिया। इस त्रासदी में नाना साहब की 14 वर्षीय पुत्री, मैनावती, आग में जलकर शहीद हो गईं। उनकी स्मृति में कानपुर में एक सड़क का नाम 'मैनावती मार्ग' रखा गया।