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हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 27 Mar 2024
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विश्व कबड्डी दिवस

चर्चा में क्यों?

हाल ही में 24 मार्च को हरियाणा के पंचकुला स्थित ताऊ देवी लाल इंडोर स्टेडियम में विश्व कबड्डी दिवस मनाया गया।

मुख्य बिंदु:

  • होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (HIPSA) ने विश्व कबड्डी नामक संगठन के साथ मिलकर इस वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया।
  • हाल ही में विश्व स्तर पर कबड्डी को बढ़ावा देने के लिये HIPSA और हरियाणा सरकार के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन (MoU) आयोजन स्थल के रूप में भारत तथा आयोजन के लिये हरियाणा को चुनने के मुख्य कारणों में से एक था।
  • हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्य अतिथि थे और गिनीज़ टीम द्वारा राज्यपाल को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
  • गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रयास 'कबड्डी प्रदर्शनी मैच में सर्वाधिक खिलाड़ियों' के लिये था।

विश्व कबड्डी दिवस

  • यह दिवस वर्ष 2019 से प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है।
  • थीम: पुरुषों द्वारा निर्मित, महिलाओं द्वारा परिपूर्ण।
    • इस विषय को महिलाओं के बीच खेल को बढ़ावा देने के लिये और विश्व स्तर पर कबड्डी के खेल को विकसित करने के लिये HIPSA के साथ हाल ही में हुए समझौता ज्ञापन के अनुरूप चुना गया था।

होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (HIPSA)

  • यह एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जो कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत पंजीकृत है। इसका मुख्यालय भारत में है।
  • इसका उद्देश्य उन खेलों पर विशेष ध्यान देने के साथ खेल के माध्यम से प्रवासी भारतीय युवाओं को भारत में बढ़ावा देना और 'एकीकृत' करना है जिन पर भारत को गर्व है।
  • क्रिकेट, कबड्डी, शतरंज, खो-खो, मल्लखंभ, कुस्ती, तीरंदाजी कुछ ऐसे खेल हैं जिनसे हमारा देश अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुआ है।
  • खेल, 'योग एक अभ्यास के रूप में' और 'ज्ञान के लिये संस्कृति' के साथ भविष्य हेतु HIPSA के दृष्टिकोण में निर्धारित समग्र उद्देश्य हैं।


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पलवल: बाल जन्म लिंगानुपात में शीर्ष स्थान

चर्चा में क्यों?

स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में पलवल ज़िला राज्य में 1,000 लड़कों के मुकाबले 946 लड़कियों के सर्वोत्तम बाल जन्म लिंगानुपात के साथ पहले स्थान पर रहा।

  • ज़िले के 25 गाँवों ने 1,000 या उससे अधिक बाल जन्म लिंगानुपात हासिल किया है।

मुख्य बिंदु:

  • वर्ष 2022 में यह ज़िला 12वें स्थान पर था। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पंचकुला में आयोजित एक समारोह में उपायुक्त को 5 लाख रुपए का नकद इनाम मिला।
  • जनवरी और दिसंबर 2023 के बीच ज़िले में कुल 28,989 जन्म दर्ज किये गए।
    • इस अवधि में 14,899 लड़कों के जन्म के मुकाबले लड़कियों की संख्या 14,090 थी, जिससे औसत लिंगानुपात पहली बार 946 के आँकड़े तक पहुँच गया।
  • पंचकुला और फतेहाबाद को 942 एवं 934 के अनुपात के साथ क्रमशः दूसरा तथा तीसरा स्थान मिला।
  • जहाँ नूंह और गुरुग्राम चौथे एवं पाँचवें स्थान पर रहे, वहीं रोहतक वर्ष 2023 में सिर्फ 883 के आँकड़े के साथ सबसे नीचे रहा।
  • पलवल के पड़ोसी ज़िले फरीदाबाद को वर्ष 2023 में 906 के अनुपात के साथ 16वाँ स्थान मिला।
  • वर्ष 2023 में राज्य का औसत बाल लिंगानुपात 906 था।
    • बाल लिंगानुपात की गणना 0-6 वर्ष आयु वर्ग में प्रति 1000 लड़कों पर लड़कियों की संख्या के आधार पर की जाती है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान

  • इसे जनवरी 2015 में लिंग चयनात्मक गर्भपात (Sex Selective Abortion) और गिरते बाल लिंग अनुपात (Declining Child Sex Ratio) को संबोधित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, जो 2011 में प्रति 1,000 लड़कों पर 918 लड़कियाँ था।
  • यह महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक संयुक्त पहल है।
  • यह कार्यक्रम देश के 405 ज़िलों में लागू किया जा रहा है।

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