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टिहरी बांध
चर्चा में क्यों?
24 सितंबर, 2021 को टिहरी बांध जलाशय को पहली बार 830 मीटर ऊँचाई तक भरा गया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि टिहरी जलविद्युत परियोजना के तहत अभी तक इसे 828 मीटर तक ही भरा जाता है, किंतु अगस्त महीने में ही सरकार से अनुमति मिलने के बाद जल के स्तर में वृद्धि की गई। इससे टिहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट अपनी पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन कर पाएगा।
- उल्लेखनीय है कि पारिस्थितिकीविदों द्वारा हिमालयी क्षेत्र में बाँधों के निर्माण से आपदाओं की संभाव्यता को लेकर चिंता व्यक्त की जाती रही है। ऐसे में हिमालयीय पारिस्थितिकी की संवेदनशीलता को देखते हुए बाँधों के जलस्तर में वृद्धि गंभीर संकट उत्पन्न कर सकती है, जैसे हाल ही में नंदा देवी ग्लेशियर के टूटने से तपोवन-विष्णुगढ़ परियोजना के क्षेत्र में आपदा की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
- भागीरथी नदी पर निर्मित टिहरी बाँध एवं जल विद्युत परियोजना का संचालन टिहरी हाइड्रो पॉवर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
- इस परियोजना द्वारा वर्ष 2006 से विद्युत उत्पादन शुरू किया गया था। टिहरी जलविद्युत परिसर (2400 मेगावाट) के तीन घटक हैं-
- टिहरी बांध एवं जलविद्युत परियोजना (1000 मेगावाट)
- कोटेश्वर बांध एवं जलविद्युत परियोजना (400 मेगावाट)
- टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (1000 मेगावाट)
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पर्यटकों के लिये लग्जरी वैन ‘कारवां’ का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर, 2021 को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड के दूरस्थ स्थानों की यात्रा हेतु उत्तराखंड के लोगों एवं पर्यटकों के लिये उच्च आराम सुविधाओं से लैस विशेष वैन ‘कारवां’ का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- पर्यटन मंत्री ने कहा कि यह कैंपिंग वाहन यात्रा के शौकीन पर्यटकों के लिये घर जैसी सभी सुविधाएँ मुहैया कराएगा। इस वाहन में एलसीडी टीवी, सैटेलाइट टीवी, जीपीआरएस नेविगेशन सिस्टम, वाशरूम, पेंट्री, माइक्रोवेव और अन्य सुविधाएँ हैं।
- इस वाहन से कोई भी सड़क मार्ग से कहीं भी यात्रा कर सकता है। इसका सीधा लाभ पर्यटकों और उत्तराखंड के लोगों, दोनों को होगा।
- उन्होंने कहा कि इस कारवां को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोज़गार योजना में शामिल किया गया है, साथ ही इसे पर्यटन योजना वर्ष 2018 के तहत एमएसएमई के अंतर्गत भी शामिल किया गया है, जिसमें स्थानीय लोग ‘कारवां’ खरीद सकते हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय सेब महोत्सव
चर्चा में क्यों?
24 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के साथ आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत राज्य में पहली बार आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय सेब महोत्सव’ का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- देहरादून में इस अंतर्राष्ट्रीय सेब महोत्सव का आयोजन 24 से 26 सितंबर तक किया जाएगा।
- महोत्सव में हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड समेत अन्य प्रदेशों से सेब उत्पादकों ने हिस्सा लिया। इस महोत्सव में देश भर से तकरीबन 50 सेब की वैरायटी सम्मिलित की गईं।
- महोत्सव का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में सेब उत्पादन को बढ़ावा देना और उत्तराखंड के सेब की पहचान अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार तक पहुँचाना है ताकि उत्तराखंड की सेब की ब्रॉन्डिंग राष्ट्रीय से लेकर अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में हो सके।
- इस अवसर पर धामी ने बागवानी श्रमिकों को कोविड योद्धा का दर्जा देने की घोषणा की, साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित मिशन सेब के लिये बजट दोगुना करने की भी घोषणा की।
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