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एसईएफसीओ-2025
चर्चा में क्यों?
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद - भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (CSIR-IIP), देहरादून 23 से 25 अप्रैल 2025 तक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “ऊर्जा भविष्य को आकार देना: चुनौतियाँ और अवसर” (SEFCO-2025) की मेज़बानी कर रहा है।
मुख्य बिंदु
- SEFCO के बारे में:
- CSIR-IIP ने 2017 में SEFCO सम्मेलन का पहला संस्करण आयोजित किया था।
- इसका उद्देश्य ऊर्जा और रसायन क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों का समाधान करके एक टिकाऊ ऊर्जा भविष्य के विकास में योगदान करना है।
- यह SEFCO सम्मेलन का 7वाँ संस्करण है और यह एक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन बन गया है।
- SEFCO-2025 का विषय है " सस्ती ऊर्जा और रसायनों के साथ एक सतत भविष्य को उत्प्रेरित करना।"
- SEFCO-2025 की मुख्य विशेषताएँ:
- तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे, जिनमें शिक्षा और उद्योग जगत के युवा वैज्ञानिक और शोधकर्त्ता भी शामिल होंगे।
- SEFCO-2025 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
- सम्मेलन में CSIR-IIP के तकनीकी नवाचारों और अनुसंधान उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी शामिल है।
- SEFCO-2025 को प्रमुख सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों से मज़बूत समर्थन प्राप्त हुआ है, जिनमें शामिल हैं:
- तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (EIL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), क्रिस्टोल, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), गेल, एयरबस, नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (NRL), चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CPCL) और आरएल सॉल्यूशंस।
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR)
- वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) वर्ष 1942 में स्थापित सबसे बड़े अनुसंधान एवं विकास (R&D) संगठनों में से एक है।
- इसका वित्तपोषण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया जाता है तथा यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करता है।
- यह रेडियो और अंतरिक्ष भौतिकी, समुद्र विज्ञान और भूभौतिकी से लेकर जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, खनन, वैमानिकी, पर्यावरण इंजीनियरिंग एवं सूचना प्रौद्योगिकी तक के व्यापक क्षेत्रों को कवर करता है।

