मध्य प्रदेश Switch to English
रीवा उद्योग सम्मेलन में निवेश प्रस्ताव
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रीवा में क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन के दौरान महत्त्वपूर्ण निवेश प्रतिबद्धताओं की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- निवेश घोषणा: सम्मेलन के दौरान 31,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों की घोषणा की गई, जो क्षेत्र के औद्योगिक विकास पर केंद्रित थे।
- इस निवेश से लगभग 60,000 नौकरियाँ सृजित होने का वादा किया गया है।
- प्रमुख क्षेत्रों में नवीकरणीय ऊर्जा, विनिर्माण और कृषि -संबंधी उद्योग शामिल हैं।
- मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने के प्रयासों पर ज़ोर दिया और राज्य की निवेशक-अनुकूल नीतियों पर प्रकाश डाला।
- सरकार और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिये बुनियादी ढाँचे तथा औद्योगिक पार्कों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
मध्य प्रदेश में प्रमुख परियोजनाएँ
- सिंचाई परियोजनाएँ: ऊपरी नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना, बसनिया बहुउद्देशीय परियोजना (5500 करोड़ रुपए)।
- सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाएँ: पारसदोह सूक्ष्म सिंचाई परियोजना, औलिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना (800 करोड़ रुपए)।
- रेलवे परियोजनाएँ: वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-जाखलौन मार्ग पर तीसरी लाइन परियोजनाएँ, गेज़ परिवर्तन परियोजना, पवारखेड़ा-जुझारपुर रेल लाइन फ्लाईओवर (2200 करोड़ रुपए)।
- औद्योगिक परियोजनाएँ: सीतापुर में मेगा लेदर और फुटवियर क्लस्टर, इंदौर में गारमेंट इंडस्ट्री प्लग एंड प्ले पार्क, औद्योगिक पार्क मंदसौर, पीथमपुर औद्योगिक पार्क का उन्नयन (1000 करोड़ रुपए)।
- कोयला क्षेत्र की परियोजनाएँ: जयंत OCP CHP साइलो, NCL सिंगरौली; दुधिचुआ OCP CHP-साइलो (1000 करोड़ रुपए)।
- विद्युत क्षेत्र: पन्ना, रायसेन, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम ज़िलों में छह सबस्टेशन।
- जल आपूर्ति परियोजनाएँ: विभिन्न अमृत 2.0 परियोजनाएँ, खरगोन में जलापूर्ति वृद्धि (880 करोड़ रुपये)।
- साइबर तहसील परियोजना: राजस्व अभिलेखों और बिक्री-खरीद अभिलेखों के म्यूटेशन में डिजिटल समाधान के लिये 55 ज़िलों में शुरू की गई।
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