छत्तीसगढ़ में स्कूली शिक्षा के लिये AI का उपयोग | छत्तीसगढ़ | 23 Aug 2024
चर्चा में क्यों?
अधिकारियों के अनुसार, छत्तीसगढ़ सरकार का शिक्षा विभाग स्कूली शिक्षा और मध्याह्न भोजन जैसे कार्यक्रमों को बेहतर बनाने के लिये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग कर रहा है।
प्रमुख बिंदु
- छात्रों के प्रदर्शन पर नज़र रखने, स्वच्छता की देख-रेख करने, शौचालय की सफाई की निगरानी करने और श्रमशक्ति की स्थिति का आकलन करने के लिये AI प्रणालियों का उपयोग किया जा रहा है।
- इसके अतिरिक्त, स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने, जवाबदेही और छात्र सुरक्षा बढ़ाने के लिये एक जियो-फेंस्ड उपस्थिति प्रणाली लागू की जाएगी।
- भोजन की गुणवत्ता का निष्पक्ष मूल्यांकन करने के लिये सब्ज़ियों की ताज़गी, चावल की बनावट और तेल की मात्रा का विश्लेषण करके भोजन की निगरानी में AI-संचालित प्रणालियों का उपयोग किया जाएगा।
- राज्य सरकार स्कूलों और विद्यार्थियों की निगरानी के लिये सॉफ्टवेयर तथा मोबाइल ऐप विकसित करने हेतु भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई के साथ सहयोग कर रही है।
- AI प्रणाली को लागू करने के लिये रायपुर में विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना की गई है। इसका उपयोग स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं की ऑनलाइन निगरानी और डेटा विश्लेषण के लिये किया जाएगा।
- सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी और सुविधाएँ छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को उपलब्ध होंगी।
- छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिये एक टोल-फ्री फोन नंबर जारी किया जाएगा।
विद्या समीक्षा केंद्र (VSK)
- VSK का उद्देश्य सीखने के परिणामों में बड़ी छलांग लगाने के लिये डेटा और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना है।
- यह 15 लाख से अधिक स्कूलों, 96 लाख शिक्षकों और 26 करोड़ छात्रों के डेटा को कवर करेगा तथा शिक्षा प्रणाली की समग्र निगरानी को बढ़ाने एवं इस तरह सीखने के परिणामों में सुधार करने के लिये बड़े डेटा विश्लेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) व मशीन लर्निंग का उपयोग करके उनका सार्थक विश्लेषण करेगा।