उत्तर प्रदेश Switch to English
ट्रांसमिशन लाइन विस्तार में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में राज्य ट्रांसमिशन उपयोगिताओं द्वारा ट्रांसमिशन लाइन के विस्तार के मामले में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है।
मुख्य बिंदु:
- उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPTCL) ने वित्त वर्ष 2024 में 220kV या इससे अधिक क्षमता वाली 1,460 ckm (सर्किट किलोमीटर) ट्रांसमिशन लाइन का विस्तार किया, जो अन्य राज्य उपयोगिताओं की तुलना में अधिक है।
- गुजरात एनर्जी ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (GETCO) वित्त वर्ष 24 के अंत तक 898 ckm अतिरिक्त के साथ दूसरे स्थान पर आया।
- UPPTCL ने राज्य क्षेत्र की कुल वृद्धि में 20% से थोड़ा अधिक योगदान दिया। इस बढ़ोतरी में 13% हिस्सेदारी के साथ गुजरात दूसरे स्थान पर रहा। गुजरात के बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और बिहार थे।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण
- केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को विद्युत (आपूर्ति) अधिनियम, 1948 की धारा 3(1) तथा बाद में विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 70 के तहत प्रतिस्थापित किया गया था।
- इसका एक उद्देश्य विद्युत उत्पादन के लिये उपलब्ध संसाधनों के इष्टतम उपयोग हेतु प्रत्येक पाँच वर्ष में एक राष्ट्रीय विद्युत योजना तैयार करना है।
- यह विद्युत मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और नई दिल्ली में स्थित है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL)
- 14 जनवरी 2000 को यूपी में विद्युत क्षेत्र के सुधारों और पुनर्गठन के परिणामस्वरूप स्थापित किया गया, जो विद्युत क्षेत्र का केंद्र बिंदु है जो विद्युत के संचारण, वितरण तथा आपूर्ति के माध्यम से क्षेत्र की योजना एवं प्रबंधन के लिये ज़िम्मेदार है।
- यह पेशेवर रूप से प्रबंधित उपयोगिता है जो राज्य के प्रत्येक नागरिक को विश्वसनीय और लागत कुशल विद्युत की आपूर्ति करती है।
राजस्थान Switch to English
जयपुर में रेड अलर्ट
चर्चा में क्यों?
जयपुर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है क्योंकि राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में तापमान 49 डिग्री से अधिक होने का पूर्वानुमान है, जिसमें "स्वास्थ्य को लेकर कमज़ोर व्यक्तियों के लिये अत्यधिक देखभाल" पर ज़ोर दिया गया है
मुख्य बिंदु:
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक हीट वेव का प्रकोप जारी रहेगा। जोधपुर, बीकानेर संभाग और शेखावाटी क्षेत्र में भीषण हीट वेव दर्ज की जाएगी।
- चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने के लिये बीकानेर ज़िला प्रशासन ने शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों पर जल का छिड़काव शुरू कर दिया है।
- इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये जल विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
- परिचय:
- यह देश की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा है और मौसम विज्ञान एवं संबद्ध विषयों से संबंधित सभी मामलों में प्रमुख सरकारी एजेंसी है।
- यह भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एक एजेंसी के रूप में कार्य करती है।
- उद्देश्य:
- कृषि, सिंचाई, नौवहन, विमानन, अपतटीय तेल अन्वेषण आदि जैसी मौसम-संवेदनशील गतिविधियों के इष्टतम संचालन के लिये मौसम संबंधी अवलोकन करना और वर्तमान एवं पूर्वानुमानित मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करना।
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात, नॉर्थवेस्टर, धूल भरी आँधी, भारी बारिश और बर्फ, ठंड तथा ग्रीष्म लहरें आदि जैसी गंभीर मौसम की घटनाओं, जो जीवन एवं संपत्ति के विनाश का कारण बनती हैं, के प्रति चेतावनी देना।
- कृषि, जल संसाधन प्रबंधन, उद्योगों, तेल की खोज और अन्य राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों के लिये आवश्यक मौसम संबंधी आँकड़े प्रदान करना।
- मौसम विज्ञान और संबद्ध विषयों में अनुसंधान का संचालन एवं प्रचार करना।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा सरकार की ई-पहल की आलोचना
चर्चा में क्यों?
हरियाणा सरकार को अपनी कुछ ई-पहलों को लेकर हितधारकों के एक वर्ग की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, विपक्ष ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया है और सत्ता में आने पर उन्हें वापस लेने का वादा किया है।
मुख्य बिंदु:
- परिवार पहचान पत्र और मेरी फसल मेरा ब्यौरा ई-पहल हैं, जिसके कारण सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
- परिवार पहचान-पत्र गोपनीयता संबंधी चिंताओं और उपयोगकर्त्ता विवरण में बड़े पैमाने पर विसंगतियों के कारण प्रभावहीन हो गया है, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है।
- सूत्रों के अनुसार मेरी फसल मेरा ब्योरा जो एक ही पोर्टल के माध्यम से किसानों को कई सेवाएँ प्रदान करता है, एक अच्छी पहल थी लेकिन खराब कार्यान्वयन और खामियों के कारण न केवल किसानों को परेशानी हुई बल्कि धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार की घटनाएँ भी हुईं।
परिवार पहचान-पत्र (PPP) योजना
- पृष्ठभूमि: राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित योजनाओं, सेवाओं और लाभों की ’पेपरलेस’ तथा ‘फेसलेस’ उपलब्धता के दृष्टिकोण के साथ हरियाणा सरकार ने जुलाई 2019 में PPP योजना की औपचारिक शुरुआत की थी।
- इसके तहत प्रत्येक परिवार को एक इकाई/यूनिट माना जाता है तथा उन्हें 8 अंकों की एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान की जाती है जिसे पारिवारिक ID कहा जाता है।
- पारिवारिक ID छात्रवृत्ति, सब्सिडी और पेंशन जैसी स्वतंत्र योजनाओं से भी जुड़ी होती है, ताकि स्थिरता तथा विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके।
- यह विभिन्न योजनाओं, सब्सिडी और पेंशन के लाभार्थियों के स्वचालित चयन को भी सक्षम बनाता है।
- उद्देश्य: परिवार पहचान-पत्र (PPP) का प्रमुख उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का प्रामाणिक, सत्यापित और विश्वसनीय डेटा तैयार करना है।
मेरी फसल मेरा ब्योरा
- इसे वर्ष 2022 में राज्य के किसानों की सुविधा के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शिकायतों के निवारण हेतु लॉन्च किया गया था।
- इस पोर्टल के माध्यम से किसान कहीं से भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=7V1Lb_L8C0I
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश का बौद्ध सर्किट
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के साँची में बौद्ध सर्किट ने बुद्ध पूर्णिमा के लिये पूरे विश्व से कई तीर्थयात्रियों को आकर्षित किया, जो प्रत्येक वर्ष 23 मई 2024 को बौद्धों द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्त्वपूर्ण त्योहार है।
मुख्य बिंदु:
- मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड (MPTB) एक बौद्ध सर्किट विकसित कर रहा है जो साँची और राज्य के अन्य स्थलों को देश के बौद्ध धर्म के दो प्रमुख केंद्रों बोधगया तथा सारनाथ से जोड़ेगा।
- इसका उद्देश्य इन स्थानों पर आने वाले बौद्ध तीर्थयात्रियों को मध्य प्रदेश में बौद्ध विरासत स्थलों के बारे में शिक्षित करना है।
- स्वदेश दर्शन योजना के तहत, MPTB ने साँची, मंदसौर, धार, सतना, रीवा, सतधारा, सोनारी, मुरेल खुर्द और ग्यारसपुर जैसे स्थलों को विकसित करने के लिये 70 करोड़ रुपए खर्च किये हैं।
- इस परियोजना में मार्शल हाउस, तलहटी, पहुँच मार्ग, पहाड़ी, लाइट एंड साउंड शो, साँची में पर्यटक सुविधा केंद्र, चैतन्य गिरि विहार के आस-पास परिदृश्य, साँची के आधार पर स्थित कनक सागर झील का विकास एवं सौंदर्यीकरण, एक बौद्ध थीम पार्क, स्क्वायर रोड जंक्शन का सौंदर्यीकरण, रेलवे स्टेशन से स्तूप के तलहटी तक पथ में सुधार और सतधारा, सोनारी, मुरेल खुर्दा, ग्यारसपुर में ध्यान कियोस्क तथा परिसर का निर्माण शामिल है।
बुद्ध पूर्णिमा
- बुद्ध पूर्णिमा को ‘वेसाक’ के नाम से भी जाना जाता है। यह तिथि राजकुमार सिद्धार्थ के जन्म का स्मरण कराती है, जो बाद में गौतम बुद्ध के नाम से जाने गए और बाद में उन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की।
- बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार सामान्यतः अप्रैल या मई माह में मनाया जाता है, यह हिंदू माह वैशाख की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है एवं विशेष रूप से इसका आयोजन दक्षिण, दक्षिण पूर्व और पूर्वी एशिया में किया जाता है।
- बुद्ध पूर्णिमा को 'तिहरा-धन्य दिवस' माना जाता है क्योंकि यह बुद्ध के जन्म, ज्ञानोदय और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है। वर्ष 1999 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे 'UN वेसाक दिवस' के रूप में मान्यता दी गई।
स्वदेश दर्शन योजना
- इसे वर्ष 2014-15 में देश में थीम आधारित पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास के लिये शुरू किया गया था। इस योजना के तहत पंद्रह विषयगत सर्किटों की पहचान की गई है- बौद्ध सर्किट, तटीय सर्किट, डेज़र्ट सर्किट, इको सर्किट, हेरिटेज सर्किट, हिमालयन सर्किट, कृष्णा सर्किट, नॉर्थ ईस्ट सर्किट, रामायण सर्किट, ग्रामीण सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी सर्किट, तीर्थंकर सर्किट, जनजातीय सर्किट, वन्यजीव सर्किट।
- यह केंद्र द्वारा 100% वित्तपोषित है और केंद्र एवं राज्य सरकारों की अन्य योजनाओं के साथ अभिसरण हेतु तथा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और कॉर्पोरेट क्षेत्र की कॉर्पोरेट सामाजिक ज़िम्मेदारी (CSR) पहल के लिये उपलब्ध स्वैच्छिक वित्तपोषण का लाभ उठाने के प्रयास किये जाते हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश पर्यटन ने बनाया नया रिकॉर्ड
चर्चा में क्यों?
सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश ने राज्य के पर्यटन के लिये एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए वर्ष 2023 में 110 मिलियन से अधिक पर्यटकों का स्वागत किया।
मुख्य बिंदु:
- वर्ष 2023 में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई और वर्ष 2022 में 34.1 मिलियन की तुलना में 112.1 मिलियन पर्यटक आए।
- भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के रूप में जाना जाने वाला उज्जैन, 52.8 मिलियन से अधिक तीर्थयात्रियों और यात्रियों को आकर्षित करते हुए सबसे लोकप्रिय गंतव्य के रूप में उभरा।
- राज्य के शीर्ष दस सबसे अधिक देखे जाने वाले स्थानों में से पाँच प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल थे, जिनमें उज्जैन, मैहर, चित्रकूट, ओंकारेश्वर और सलकनपुर शामिल हैं, जो आध्यात्मिक पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
- उज्जैन में महाकाल लोक और ओंकारेश्वर में एकात्म धाम जैसी प्रमुख पहलों ने आगंतुकों की संख्या बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (MPSTDC) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 24 मई को मध्य प्रदेश पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो अपने पर्यटन क्षेत्र के पोषण हेतु राज्य की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
श्री महाकाल लोक
- ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर महाकालेश्वर द्वारा शासित है जिसका अर्थ है 'समय के भगवान' यानी भगवान शिव। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर का निर्माण भगवान ब्रह्मा द्वारा किया गया था और वर्तमान में यह पवित्र नदी क्षिप्रा के किनारे स्थित है।
- उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, शिव के सबसे पवित्र निवास माने जाने वाले 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर भारत के 18 महाशक्ति पीठों में से एक के रूप में प्रतिष्ठित है।
- यह एकमात्र ज्योतिर्लिंग है जिसका मुख दक्षिण की ओर है जबकि अन्य सभी का मुख पूर्व की ओर है। ऐसा इसलिये क्योंकि मृत्यु की दिशा दक्षिण मानी जाती है।
- दरअसल, लोग अकाल मृत्यु से बचने के लिये महाकालेश्वर की पूजा करते हैं।
- पुराणों में कहा गया है कि भगवान शिव ने ज्योतिर्लिंग के रूप में ब्रह्मांड में प्रकाश के एक अखंड स्तंभ के रूप में प्रवेश किया।
- इनमें महाकाल के अलावा गुजरात में सोमनाथ और नागेश्वर, आंध्र प्रदेश में मल्लिकार्जुन, मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर, उत्तराखंड में केदारनाथ, महाराष्ट्र में भीमाशंकर, त्रियंबकेश्वर व घृष्णेश्वर, वाराणसी में विश्वनाथ, झारखंड में बैद्यनाथ तथा तमिलनाडु में रामेश्वरम शामिल हैं।
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