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डेटा विज्ञान पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
चर्चा में क्यों?
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का सांख्यिकी एवं परिचालन अनुसंधान विभाग “Innovative trends in statistics, optimisation, and data science अर्थात् सांख्यिकी, अनुकूलन और डेटा विज्ञान में नवीन रुझान” विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है।
- यह भारतीय संभाव्यता एवं सांख्यिकी सोसायटी (ISPS) के 44वें वार्षिक सम्मेलन और भारतीय विश्वसनीयता एवं सांख्यिकी एसोसिएशन के आठवें सम्मेलन के संयोजन में आयोजित किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का विवरण:
- तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 21 से 23 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
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चर्चा का उद्देश्य एवं विषय:
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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति के अनुसार यह सम्मेलन निम्नलिखित विषयों पर चर्चा के लिये एक मंच के रूप में कार्य करेगा:
- उत्तरदायी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)
- डेटा-केंद्रित AI
- एज इंटेलिजेंस
- डेटा सफाई का स्वचालन
- उद्योग-विशिष्ट डेटा अनुप्रयोग
- डाटा प्राइवेसी
- अन्य प्रासंगिक AI-संबंधित विषय
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कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)
- परिचय:
- AI एक कंप्यूटर या कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट की वह क्षमता है जो ऐसे कार्य कर सके जो आमतौर पर मनुष्यों द्वारा किये जाते हैं क्योंकि उनके लिये मानवीय बुद्धि और विवेक की आवश्यकता होती है।
- यद्यपि ऐसा कोई AI नहीं है जो सामान्य मनुष्य द्वारा किये जा सकने वाले विविध प्रकार के कार्य कर सके, फिर भी कुछ AI विशिष्ट कार्यों में मनुष्यों की बराबरी कर सकते हैं।
- AI एक कंप्यूटर या कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट की वह क्षमता है जो ऐसे कार्य कर सके जो आमतौर पर मनुष्यों द्वारा किये जाते हैं क्योंकि उनके लिये मानवीय बुद्धि और विवेक की आवश्यकता होती है।
- विशेषताएँ एवं घटक:
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता की आदर्श विशेषता इसकी तर्कसंगतता और ऐसे कार्य करने की क्षमता है, जिनसे किसी विशिष्ट लक्ष्य को प्राप्त करने की सबसे अच्छी संभावना होती है। AI का एक उपसमूह मशीन लर्निंग (ML) है।
- डीप लर्निंग (DL) तकनीकें पाठ (गद्य), चित्र या वीडियो जैसे असंरचित डेटा की विशाल मात्रा के अवशोषण के माध्यम से इस स्वचालित शिक्षण को सक्षम बनाती हैं।
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हरियाणा में विकास पहल
चर्चा में क्यों?
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पूंडरी विधानसभा क्षेत्र के लिये विकासात्मक पहल की घोषणा की तथा जनता को आश्वासन दिया कि इसे शीघ्र ही उपमंडल का दर्जा प्रदान किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- नये उपविभाग प्रस्ताव:
- राज्य सरकार ने नए उपमंडलों और ज़िलों के प्रस्तावों के मूल्यांकन के लिये एक समिति गठित की है।
- पुंडरी (कैथल ज़िला) को उपमंडल का दर्जा देने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है तथा समिति की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद इसे मंज़ूरी दी जाएगी।
- बुनियादी ढाँचा विकास पहल:
- शिक्षा एवं स्वास्थ्य परियोजनाएँ:
- पुराने स्कूल भवनों के नवीनीकरण के लिये 5 करोड़ रुपए आवंटित।
- भूमि उपलब्धता के अधीन, फतेहपुर और बदनारा गाँवों में स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण की योजना है।
- सड़क अवसंरचना:
- मार्केटिंग बोर्ड की सड़कों की मरम्मत के लिये 5 करोड़ रुपए निर्धारित।
- लोक निर्माण विभाग (PWD) की सड़कों के सुदृढ़ीकरण और मरम्मत के लिये 10 करोड़ रुपए आवंटित किये गए।
- उद्घाटन:
- 15 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- पुंडरी से सेगा तक संपर्क सड़क का निर्माण।
- नीलोखेड़ी-कारसा-ढांड सड़क का सुदृढ़ीकरण।
- छह अन्य सड़कों में सुधार।
- 15 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया गया, जिनमें शामिल हैं: