इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

स्टेट पी.सी.एस.

  • 20 Sep 2021
  • 1 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

कानपुर और आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन का अनावरण

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर और आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन का जनपद गोरखपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अनावरण किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत इस मेट्रो ट्रेन का निर्माण पूर्णतया देश में ही किया गया है।
  • उन्होंने कहा कि बड़ोदरा के उपक्रम द्वारा कोविड काल की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद इस प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन को समय से पहले उपलब्ध कराया गया है।
  • आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के चार शहरों- लखनऊ, गाज़ियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो ट्रेन का सफल संचालन किया जा रहा है। कानपुर और आगरा में मेट्रो का कार्य पूरा हो चुका है। इसके साथ ही पाँच अन्य प्रमुख शहरों- गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ और झाँसी में मेट्रो के लिये DPR तैयार है या अंतिम चरण में है।
  • उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अनुसार कानपुर की मेट्रो ट्रेनों में ‘रीजेनरेटिव ब्रेकिंग’ का फीचर होगा, जिसकी मदद से ट्रेन में लगने वाले ब्रेक्स के माध्यम से 45 प्रतिशत तक ऊर्जा को रीजेनरेट करके फिर से सिस्टम में इस्तेमाल कर लिया जाएगा।
  • वायु प्रदूषण को कम करने के लिये इन ट्रेनों में अत्याधुनिक ‘प्रॉपल्शन सिस्टम’ मौज़ूद होगा। इन ट्रेन में कार्बनडाईऑक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम होगा जो ट्रेन में मौज़ूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से चलेगा और ऊर्जा की बचत करेगा।
  • ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए ये ट्रेनें संचारित आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से चलेंगी। कानपुर मेट्रो ट्रेन की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की होगी।
  • इन ट्रेन की डिज़ाइन स्पीड 90 किमी./घंटा और ऑपरेशन स्पीड 80 किमी./घंटा तक होगी। ट्रेन के पहले और आखिरी कोच में दिव्यांगजन की ह्वीलचेयर के लिये अलग से स्थान होगा। ह्वीलचेयर के स्थान के पास ‘लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन’ होगा, जिसे दबाकर दिव्यांगजन ट्रेन ऑपरेटर को अधिक देर तक दरवाज़ा खुला रखने के लिये सूचित कर सकते हैं।
  • कानपुर की मेट्रो ट्रेन थर्ड रेल यानी पटरियों के समानांतर चलने वाली तीसरी रेल से ऊर्जा प्राप्त करेंगी, इसलिये इसमें खंभों और तारों के सेटअप की आवश्यकता नहीं होगी और बुनियादी ढाँचा बेहतर एवं सुंदर दिखाई देगा।
  • इन ट्रेनों को अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी के मानकों के आधार पर डिज़ाइन किया गया है। हर ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे होंगे, जिनका वीडियो फीड सीधे ट्रेन ऑपरेटर और सेंटर सिक्योरिटी रूम में पहुँचेगा।
  • इंफोटेंमेंट के लिये हर ट्रेन में एलसीडी स्क्रीन या पैनल्स भी होंगे। टॉक बैक बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकेंगे। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी की फुटेज सीधे ट्रेन ऑपरेटर के पास मौज़ूद मॉनीटर पर दिखाई देगी।

उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में आरोग्य वाटिका

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी स्कूल कॉलेजों में आरोग्य वाटिकाएँ बनाने की घोषणा की गई है।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि आरोग्यवाटिका नवभारत टाइम्स द्वारा प्रारंभ एक विशिष्ट हेल्थ कॉर्नर है, जिसके तहत शहर के विभिन्न पार्कों में उच्च औषधीय गुणवत्ता वाली एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली वनस्पति प्रजातियों को लगाया जाएगा, ताकि आमजन अपने आस-पास उपलब्ध पादपों से होने वाले स्वास्थ्य लाभों से परिचित हो सकें।
  • सरकार की घोषणा के अनुसार, शिक्षण संस्थाओं में आरोग्यवाटिका बनाए जाने का उद्देश्य औषधीय वनस्पतियों एवं उनके प्रयोग की प्राचीन भारतीय परंपराओं के संबंध में विद्यार्थियों को जागरूक करना है।
  • सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सबट्रापिकल हॉर्टीकल्चर, लखनऊ के वैज्ञानिक आर.ए. राम के अनुसार, जन सामान्य भी किचन गार्डन और टैरेस गार्डन में घर पर ही औषधीय पौधे उगा सकते हैं तथा इससे उत्पन्न कचरे को खाद में बदला जा सकता है।

राजस्थान Switch to English

राजस्थान विधानसभा का षष्ठम् सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2021 को राजस्थान विधानसभा का षष्ठम् सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया।

प्रमुख बिंदु

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने बताया कि 10 फरवरी, 2021 को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ इस सत्र की शुरुआत हुई थी। इसमें कुल 26 बैठकें हुईं तथा कार्यवाही समाप्त होने तक लगभग 186 घंटे 46 मिनट विधानसभा की कार्यवाही चली। 
  • उन्होंने बताया कि इस सत्र में कुल 8763 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से तारांकित प्रश्न 3941 एवं अतारांकित प्रश्न 4822 हैं। कुल 447 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए, जिनमें से 290 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गए एवं उनके उत्तर दिये गए। इसी तरह 470 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए।
  • सदस्यों से प्रक्रिया के नियम-50 के अंतर्गत कुल 405 स्थगन प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई। इनमें से 125 स्थगन प्रस्तावों पर सदन में बोलने का अवसर दिया गया तथा 116 सदस्यों ने अपने विचार रखे।
  • सदस्यों से प्रक्रिया के नियम-295 के अंतर्गत प्राप्त 362 विशेष उल्लेख के प्रस्ताव प्राप्त हुए। इनमें से 52 सूचनाएँ सदस्यों के सदन में अनुपस्थित होने के कारण व्यपगत हुईं।
  • प्रक्रिया के नियम-131 के अंतर्गत 890 प्रस्तावों की सूचनाएँ प्राप्त हुईं। सदन में कुल 4 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अग्राह्य किये गए।
  • विभिन्न विभागों से संबंधित 11 अनुदानों की मांगों पर विभिन्न दिवसों में हुई चर्चा में कुल 272 सदस्यों ने भाग लिया। 
  • अनुदान की मांगों पर 2682 कटौती प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई, जिनमें से 1929 कटौती प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किये गए एवं 753 कटौती प्रस्ताव अग्राह्य किये गए। 
  • डॉ. जोशी ने बताया कि वर्तमान सत्र में पुन:स्थापित किये गए 17 विधेयक तथा गत सत्र में पुन:स्थापित हुए विधेयकों को सम्मिलित करते हुए कुल 20 विधेयक सदन द्वारा पारित किये गए।
  • विधेयकों पर सदस्यों से कुल 362 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 30 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 332 संशोधन स्वीकार किये गए। सदन में 9 याचिकाएँ सदस्यों द्वारा उपस्थापित की गईं। सत्र में विभिन्न समितियों के कुल 41 प्रतिवेदन सदन में उपस्थापित किये गए।

मध्य प्रदेश Switch to English

एलोपैथी की तर्ज़ पर होम्योपैथी में भी सुपर स्पेशियलिटी उपचार

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा होम्योपैथी में फेलोशिप पाठ्यक्रम को मंज़ूरी दी गई है।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि होम्योपैथी में सुपर स्पेशलिस्ट तैयार करने के लिये देश में पहली बार भोपाल के सरकारी होम्योपैथी कॉलेजों में छह महीने का पेलोशिप कोर्स वर्तमान सत्र से शुरू किया जा रहा है।
  • फेलोशिप के लिये 20 विषयों, जैसे- डायबिटीज मैनेजमेंट, अस्पताल प्रबंधन, फॉर्माकोविजिलेंस आदि का चयन किया गया है।
  • इस पहल से होने वाले लाभ निम्न प्रकार हैं-
    • होम्योपैथी कॉलेजों में विशेषज्ञ क्लीनिक शुरू हो सकेंगे।
    • इन चिकित्सकों का उपयोग राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जैसी सरकारी योजनाओं में किया जा सकेगा, जिससे चिकित्सकों की उपलब्धता के संबंध में क्षेत्रीय विषमता कम होगी।
    • होम्योपैथी अस्पतालों में खास तरह की बीमारियों जैसे- ओबेसिटी, जेरियाट्रिक बीमारियाँ, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर आदि के इलाज के लिये अलग से इकाई बनाई जा सकेगी। परिणामस्वरूप द्वितीयक एवं तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं तक लोगों की आसान पहुँच हो सकेगी।

मध्य प्रदेश Switch to English

इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण से लाल मक्के के डीएनए में परिवर्तन

चर्चा में क्यों?

हाल ही में इंदौर के कस्तूरबा ग्राम स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण की सहायता से लाल मक्के के बीज के डीएनए में सकारात्मक परिवर्तन किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • यह प्रयोग कृषि विज्ञान केंद्र इंदौर द्वारा राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के सहयोग से किया गया है।
  • गौरतलब है कि लाल मक्के में कैंसररोधी गुण के साथ-साथ प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है अत: इसका उत्पादन बढ़ाने के लिये यह प्रयोग किया गया है।
  • इस आनुवंशिक परिवर्तन से न केवल लाल मक्के की ऊँचाई कम होगी, बल्कि इसके भुट्टे की लंबाई में वृद्धि होगी।
  • उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉन बीम विकिरण का प्रयोग अन्य क्षेत्रों में भी किया जा रहा है, जैसे- कैंसर उपचार, पर्यावरणीय प्रदूषकों, जैसे- VOCs (Volatile organic compounds) के उपचार, खाद्य परिरक्षण आदि।

हरियाणा Switch to English

रियल टाइम डाटा अधिग्रहण प्रणाली (RTDAS)

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा में नहर के पानी की चोरी रोकने के लिये रियल टाइम डाटा एक्विजिशन सिस्टम (RTDAS) का उद्घाटन किया। पहले चरण में राज्य भर में 90 स्थानों पर RTDAS लगाए गए हैं।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि RTDAS, नहर में छोड़े गए पानी और आखिरी टेल तक पहुँचने वाले पानी को ट्रैक करने में सक्षम होगा। यदि नहर के बीच में पानी चोरी का मामला आता है तो संबंधित अधिकारी को संदेश भेजा जाएगा। RTDAS के माध्यम से विभाग के पास नहरों में पूर्ण जल स्तर का डाटा भी उपलब्ध होगा।
  • इस अवसर पर फेमिना मिस ग्रैंड इंडिया-2021 सुश्री मनिका श्योकंद को जल संरक्षण अभियान का सद्भावना ‘राजदूत’ नियुक्त किया गया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पिछले वर्ष जल प्रबंधन के लिये दोवर्षीय योजना तैयार की थी। इसके तहत ‘मेरा पानी मेरी विरासत योजना’ को जनता का अच्छा प्रतिसाद मिला, क्योंकि इसके माध्यम से किसानों को 7,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। 
  • गौरतलब है कि हरियाणा सरकार द्वारा राज्य भर में जल जीवन मिशन और अन्य जल प्रबंधन योजनाओं को भी लागू की गई है। सिंचाई के लिये सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली योजना स्थापित की गई है, ताकि पानी की समस्या वाले दक्षिण हरियाणा के क्षेत्रों तक भी पानी पहुँच सके।

झारखंड Switch to English

डालमा हिल में ‘पाइथन’ का संरक्षण

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राज्य वन विभाग द्वारा डालमा वन्यजीव अभयारण्य में पाइथन समेत साँपों की अन्य प्रजातियों के संरक्षण की पहल की गई है।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि भारत में पाइथन की तीन प्रजातियाँ पाई जाती हैं-
    • इंडियन रॉक पाइथन
    • बर्मीज पाइथन
    • रेटिकुलेटेड पाइथन
  • इंडियन पाइथन, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की सूची-I के तहत संरक्षित किया गया है। ऐसे में पाइथन के संरक्षण के लिये राज्य वन विभाग द्वारा पाइथन के आवासों की पहचान करने के साथ-साथ ग्रामीण लोगों को मानव-वन्यजीव संघर्ष से बचने संबंधी उपायों के संबंध में जागरूक किया जा रहा है।
  • जमशेदपुर स्थित डालमा वन्यजीव अभयारण्य हाथियों के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ पाए जाने वाले अन्य जीवों में बार्क़िग डियर, स्लॉथ बियर एवं विविध सरीसृप प्रजातियाँ उल्लेखनीय हैं।
  • गौरतलब है कि वर्ष 2017 में गोवा के हर्पेटोलॉजिस्टक निर्मल कुलकर्णी द्वारा भारतीय पाइथन प्रजातियों के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिये ‘लिविंग विथ पाइथन’ नामक राष्ट्रव्यापी पहल प्रारंभ की गई थी।

छत्तीसगढ़ Switch to English

राजीव युवा मितान क्लब योजना

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित समारोह के दौरान राज्य में ‘राजीव युवा मितान क्लब योजना’ का शुभारंभ किया तथा क्लब के गठन एवं संचालन के लिये ज़िलों को 19.43 करोड़ रुपए की राशि भी जारी की।

प्रमुख बिंदु

  • इस योजना के तहत राज्य की सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में चरणबद्ध रूप से कुल 13,269 राजीव युवा मितान क्लब गठित किये जाएंगे। क्लबों को वर्ष भर में 132.69 करोड़ रुपए की अनुदान राशि दी जाएगी।
  • राजीव युवा मितान क्लब के लिये छत्तीसगढ़ सरकार ने बजट में 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। प्रत्येक क्लब को प्रत्येक तीन माह में 25 हज़ार रुपए के मान से एक साल में रचनात्मक गतिविधियों के संचालन के लिये एक लाख रुपए दिये जाएंगे। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के युवा भारत के सपने को साकार करने के लिये छत्तीसगढ़ राज्य में राजीव युवा मितान क्लब योजना की शुरुआत की गई है। 
  • इसका उद्देश्य राज्य की युवा प्रतिभाओं को तराशना, उन्हें संगठित करते हुए उपयुक्त मंच प्रदान करना तथा उनकी ऊर्जा का उपयोग नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में करना है। 
  • मुख्यमंत्री कहा कि युवा शक्ति, राज्य के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण पूंजी है। राज्य की युवा शक्ति को संगठित करने और उन्हें रचनात्मक कार्यों से जोड़ने का यह क्रांतिकारी कार्यक्रम है। युवाओं के माध्यम से छतीसगढ़ की संस्कृति, पर्यावरण, खेल को आगे बढ़ाने तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और लोगों को इसका लाभ दिलाने में मदद मिलेगी।
  • खेल एवं युवा कल्याण विभाग सचिव एन.एन. एक्का ने कहा कि राजीव युवा मितान क्लब का ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों में वार्ड स्तर पर गठन किया जाएगा। क्लब का पंजीयन फर्म एवं सोसायटी एक्ट के तहत होगा। प्रत्येक क्लब में 20 से 40 युवा होंगे, जिनकी आयु 15 से 40 वर्ष के मध्य होगी। 
  • योजना के क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन हेतु मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिस्तरीय समिति का गठन होगा। राज्यस्तरीय कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे। ज़िला एवं अनुविभाग स्तर पर भी समितियाँ गठित की जाएंगी। ज़िलों के प्रभारी मंत्री ज़िलास्तरीय समिति के संरक्षक होंगे।
  • उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 जनवरी, 2020 को छत्तीसगढ़ युवा उत्सव के समापन समारोह में राजीव युवा मितान क्लब के गठन की घोषणा की थी।

छत्तीसगढ़ Switch to English

तृतीय लिंग समुदाय के लिये नीति

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में तृतीय लिंग समुदाय के 13 नव-नियुक्त पुलिस आरक्षकों को सम्मानित किया और उन्हें बधाई व शुभकामनाएँ दीं।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सभी जाति, वर्ग, समुदाय और लिंग के व्यक्तियों के हितों एवं उनके संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिये काम कर रही है। सामाजिक सद्भाव और समरसता को आगे बढ़ाना राज्य सरकार की नीति है। 
  • उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने राज्य के तृतीय लिंग समुदाय के कल्याण और उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने के लिये पॉलिसी बनाई है।
  • छत्तीसगढ़ राज्य ने तृतीय लिंग के व्यक्तियों के पुनर्वास एवं अधिकारों के संरक्षण हेतु कल्याण बोर्ड का गठन भी किया है। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इस साल के बजट में तृतीय लिंग के व्यक्तियों के पुनर्वास हेतु आश्रम सह पुनर्वास केंद्र स्थापित करने के लिये 76 लाख रुपए का प्रावधान रखा है। यह देश में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
  • राज्य सरकार ने तृतीय लिंग समुदाय के डाटा संधारण के लिये ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया है। सर्वेक्षण में 2 हज़ार 919 तृतीय लिंग के व्यक्ति चिह्नांकित किये गए हैं, जिनमें से 1,025 व्यक्तियों को पहचान-पत्र जारी किया गया है, जो राशन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड इत्यादि के लिये मान्य है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगी, धार्मिक नगरी रतनपुर

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ कि धार्मिक और पौराणिक नगरी रतनपुर को देश एवं दुनिया के पर्यटकों के सामने लाने तथा इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु राज्य शासन कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है।

प्रमुख बिंदु

  • केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और राज्य शासन ने बीते दिनों रतनपुर व आसपास के पर्यटन स्थलों का जायजा लिया।
  • पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने के बाद राजा मोरध्वज और रत्नदेव की इस नगरी को दुनिया भर के पर्यटक अब करीब से देख सकेंगे।
  • पर्यटकों के लिहाज से यहाँ की विशेषता और कला को उभारा जाएगा, ऐतिहासिक और पुरातात्त्विक महत्त्व के महल व किले को सँवारा जाएगा।
  • तालाबों कि नगरी के नाम से प्रसिद्ध रतनपुर की सबसे बड़ी खाशियत ये है कि यहाँ कई सौ साल पुराने 200 तालाबों की ऐसी श्रृंखला है, जिसके कारण यहाँ अब तक अकाल नहीं पड़ा। तालाबों का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि बारिश के दिनों में एक तालाब के भर जाने पर पानी दूसरे तालाब में पहुँचता है। 
  • उल्लेखनीय है कि बिलासपुर ज़िले में स्थित यह नगरी आदिशक्ति माँ महामाया देवी के मंदिर के लिये प्रसिद्ध है। इस पवित्र पौराणिक नगरी का प्राचीन एवं गौरवशाली इतिहास है। इसे ‘चतुर्युगी नगरी’ भी कहा जाता है, जिसका तात्पर्य है कि इसका अस्तित्व चारों युगों में विद्यमान रहा है।
  • त्रिपुरी के कलचुरि राजा रत्नदेव प्रथम ने सर्वप्रथम रतनपुर को अपनी राजधानी बनाया था  और बाद के कलचुरि राजाओं ने इसी राजधानी से दीर्घकाल तक छत्तीसगढ़ में शासन किया था।
  • महामाया मंदिर का निर्माण राजा रत्नदेव प्रथम द्वारा 11वीं शताब्दी में कराया गया था। मंदिर के भीतर महाकाली, महासरस्वती और महालक्ष्मी स्वरूप देवियों की प्रतिमाएँ विराजमान हैं।
  • मान्यता है कि रतनपुर में देवी सती का दाहिना स्कंद गिरा था। भगवान शिव ने स्वयं आविर्भूत होकर उसे कौमारी शक्ति पीठ का नाम दिया था, जिसके कारण माँ के दर्शन से कुँवारी कन्याओं को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। नवरात्रि में श्रद्धालुओं द्वारा यहाँ हज़ारों की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किये जाते हैं।

उत्तराखंड Switch to English

वाहनों का फ्लैग ऑफ

चर्चा में क्यों?

20 सितंबर, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के एटीएमयुक्त 5 वित्तीय साक्षरता वाहनों का फ्लैग ऑफ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इन वाहनों का उपयोग राज्य की जनता को वित्तीय साक्षर बनाने एवं एटीएम के माध्यम से कर डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने में किया जाएगा।
  • ग्रामीण बैंक मोबाइल एटीएम वैन द्वारा राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को एटीएम के माध्यम से लेने-देने के साथ वित्तीय साक्षरता हेतु जागरूकता भी प्रदान की जाएगी।
  • इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के नवम् वार्षिक प्रतिवेदन का विमोचन भी किया।
  • उपर्युक्त सभी प्रयास वित्तीय समावेशन एवं डिजिटल इंडिया मिशन को अधिक सशक्त बनाने में कारगर साबित होंगे।
  • उल्लेखनीय है कि नाबार्ड के सहयोग से पूर्व में प्रदत्त एक वित्तीय साक्षरता वाहन का उपयोग अल्मोड़ा जनपद में किया जा रहा है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2