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बिहार लघु उद्यमी योजना
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बिहार सरकार ने स्वरोज़गार के अवसर उत्पन्न करने के लिये 9.4 मिलियन से अधिक गरीब परिवारों में से प्रत्येक परिवार को ₹2 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना को मंज़ूरी दी है।
मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान विभिन्न विभागों के 18 प्रस्तावों को मंज़ूरी दी गई, जिसमें "बिहार लघु उद्यमी योजना" को मंज़ूरी दी गई।
- पाँच वर्ष तक चलने वाली इस योजना का लक्ष्य 9.4 मिलियन से अधिक गरीब परिवारों को रोज़गार के अवसर प्रदान करना है जिनकी मासिक आय ₹6,000 प्रति माह से कम है।
- राज्य उद्योग विभाग इस योजना को लागू करेगा और लाभार्थियों का चयन कंप्यूटरीकृत रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
- गरीब परिवारों के कम-से-कम एक सदस्य को 63 प्रकार की इकाइयों में से हस्तशिल्प, कपड़ा, सैलून, भोजनालय जैसी छोटी औद्योगिक या प्रसंस्करण इकाइयों को स्थापित करने तथा उन्हें चलाने के लिये तीन किस्तों में ₹2 लाख तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
- कैबिनेट ने ₹9.79 करोड़ के अनुमानित वार्षिक व्यय को मंज़ूरी दी:
- सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा की तैयारी करने वाले अत्यंत पिछड़े वर्ग (EBC) परिवारों के छात्रों को प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता के दायरे का विस्तार करना।
- भर्ती और प्रतियोगी परीक्षाओं जैसी अन्य परीक्षाओं की तैयारी करने वाले EBC छात्रों को ₹75,000 से ₹30,000 तक का एकमुश्त वित्तीय अनुदान भी मिलेगा।
नोट:
- हाल ही में बिहार सरकार ने जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी करने के बाद राज्य विधानसभा में सामाजिक-आर्थिक आँकड़े जारी किये।
- आँकड़ों से पता चला कि राज्य के कुल 2,76,28,995 परिवारों में से 94,33,312 परिवार (या 34.13%) आर्थिक रूप से गरीब हैं।
- गरीब परिवारों में से 3.31 मिलियन परिवार EBC से, 2.47 मिलियन परिवार अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से, 2.34 मिलियन परिवार अनुसूचित जाति (SC) से, 1.08 मिलियन परिवार सामान्य वर्ग से और 2,01,000 परिवार अनुसूचित जनजाति (ST) से हैं।
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सरकार बिहार को स्टार्टअप क्षेत्र में अग्रणी बनाएगी
चर्चा में क्यों?
राज्य के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ के मुताबिक सरकार बिहार को स्टार्टअप के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के मिशन पर कार्य कर रही है।
मुख्य बिंदु:
- राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस (16 जनवरी) के अवसर पर अधिवेशन भवन में बिहार स्टार्टअप अवार्ड्स 2024 कार्यक्रम में मंत्री के अनुसार, जैसे-जैसे स्टार्टअप क्षेत्र बढ़ेगा, बिहार भी बढ़ेगा।
- कार्यक्रम में राज्य में सक्रिय कई स्टार्टअप्स को पुरस्कार प्रदान किये गए, जिनमें शामिल हैं:
- मेडिवाइजर प्राइवेट लिमिटेड को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप का पुरस्कार मिला, वेद प्रभा एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड इस श्रेणी में प्रथम रनर-अप और बीरो पावर प्राइवेट लिमिटेड दूसरे रनर-अप के रूप में उभरी।
- महिला नेतृत्व, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स, इलेक्ट्रिक वाहन और शैक्षणिक प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न श्रेणियों में भी पुरस्कार दिये गए।
- बिहार स्टार्टअप नीति के तहत उद्यमियों को:
- नवोदित उद्यमियों को दस वर्ष की अवधि के लिये 10 लाख रुपए तक की ब्याज मुक्त प्रारंभिक निधि प्रदान की जाती है।
- महिलाओं द्वारा शुरू किये गए स्टार्टअप के लिये सीड फंडिंग के रूप में 5% अधिक राशि आवंटित की जाती है और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा अलग-अलग श्रेणी में दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व वाले स्टार्टअप के लिये 15% अधिक राशि आवंटित की जाती है।
- त्वरण कार्यक्रमों में भाग लेने वाले व्यक्तियों को 3 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाता है।
- यदि पंजीकृत संस्थाओं और एंजेल निवेशकों से निवेश प्राप्त होता है, तो 50 लाख रुपए तक का मैचिंग लोन भी प्रदान किया जाता है।
राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
- भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की सराहना करने और उसे बढ़ावा देने के लिये प्रत्येक वर्ष 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जाता है।
- स्टार्टअप इंडिया पहल 16 जनवरी, 2016 को नवाचार को बढ़ावा देने, स्टार्टअप का समर्थन करने और निवेश को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण से शुरू की गई थी।
- इसमें सीड फंड योजना तथा क्रेडिट गारंटी योजना जैसी पहल शामिल हैं, जो स्टार्टअप को और सहायता प्रदान करती हैं।
- 31 मई, 2023 तक भारत वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप्स के लिये तीसरे सबसे बड़े पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है।
- भारत मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच वैज्ञानिक प्रकाशनों की गुणवत्ता और अपने विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में शीर्ष स्थान के साथ नवाचार गुणवत्ता में दूसरे स्थान पर है।
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