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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 13 Dec 2024
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छत्तीसगढ़ में माओवादियों से मुठभेड़

चर्चा में क्यों?

हाल ही में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा पर अबूझमाड़ के वनों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सात माओवादी मारे गए।

मुख्य बिंदु

  • प्रमुख माओवादी विरोधी अभियान:
    • इस ऑपरेशन में शामिल बल: यह कार्य कोंडागाँव, बस्तर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा के ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG) के साथ-साथ राज्य के विशेष कार्य बल (STF) और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा किया गया।
    • केंद्रित या फोकस क्षेत्र: इस अभियान का लक्ष्य अबूझमाड़ था, जो बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर ज़िलों को कवर करने वाला एक घना वन क्षेत्र है और माओवादी गतिविधियों के लिये जाना जाता है।
    • अक्तूबर  2024 में अबूझमाड़ में छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें 38 माओवादी मारे गए।
    • बरामद सामान: हथियारों और दैनिक उपयोग की वस्तुओं का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया, जबकि सुरक्षा बलों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
    • वार्षिक प्रगति: पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि 13 दिसंबर, 2023 से अब तक माड़ बचाओ आंदोलन के तहत बस्तर में 217 माओवादी मारे गए हैं, जिनमें से लगभग आधे अबूझमाड़ में मारे गए हैं।

ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG)

  • ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG) छत्तीसगढ़ में एक विशेष पुलिस इकाई है, जिसकी स्थापना वर्ष 2008 में माओवादी हिंसा से निपटने के लिये की गई थी।
  • इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित कार्मिक शामिल होते हैं जो प्रभावित ज़िलों में माओवाद-विरोधी अभियान चलाते हैं, तलाशी और ज़ब्ती करते हैं तथा खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं।
  • माओवादी विद्रोह का मुकाबला करने के लिये DRG केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) जैसे अन्य सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करता है।


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