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स्टेट पी.सी.एस.

  • 16 Aug 2021
  • 2 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

मोबाइल ई-वैन कोर्ट

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2021 को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने मोबाइल ई-वैन कोर्ट का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • उत्तर भारत में मोबाइल कोर्ट की शुरुआत अपनी तरह की पहली होगी।
  • पहले चरण में उत्तराखंड के पाँच ज़िलों- पिथौरागढ़, चंपावत, उत्तरकाशी, टिहरी और चमोली में मोबाइल ई-कोर्ट शुरू किये जाएंगे।
  • इस तरह की मोबाइल अदालतें उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मामलों के त्वरित निस्तारण में मददगार साबित होंगी।

उत्तराखंड Switch to English

लच्छीवाला नेचर पार्क

चर्चा में क्यों?

14 अगस्त, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में लच्छीवाला नेचर पार्क का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • उन्होंने पार्क की सराहना करते हुए कहा कि नेचर पार्क पर दूसरे चरण के काम के लिये बजटीय प्रावधान किया जाएगा।
  • इस अवसर पर लेज़र और साउंड शो का आयोजन तथा अमृत महोत्सव गीत का विमोचन भी किया गया।
  • राज्य के वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि लच्छीवाला नेचर पार्क अद्वितीय है एवं पूरे भारत एवं विदेशों से पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

उत्तर प्रदेश Switch to English

राष्ट्रपति वीरता पदक

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के नौ पुलिसकर्मियों को वीरता के लिये राष्ट्रपति पदक, चार को विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पदक जबकि 73 पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिये पदक से सम्मानित किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जौनपुर के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी सहित नौ पुलिसकर्मियों को वीरता के लिये राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया। इनमें अजय कुमार साहनी, बिजेंद्र पाल राणा, अक्षय शर्मा, भूपेंद्र कुमार शर्मा, सुनील नागर, तस्लीम खान, प्रवेश कुमार शुक्ला, पंकज मिश्रा और शैलेंद्र कुमार शामिल हैं।
  • इसी प्रकार गौतमबुद्धनगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, सीबी सीआईडी लखनऊ की एसपी गीता सिंह, ज़िला देवरिया के सब-इंस्पेक्टर वाजिद अली खान और 11 बीएन पीएसी, सीतापुर के प्लाटून कमांडर जगत नारायण मिश्रा को विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। 
  • वहीं, राज्य के 73 पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिये मेडल प्रदान किया गया। 
  • इस बीच, स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर, राज्य सरकार ने विभिन्न ज़ेलों से 75 महिला कैदियों को रिहा कर दिया।

राजस्थान Switch to English

केंद्रीय जेल में सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय कारागृह जयपुर में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर महानगर द्वितीय के अध्यक्ष रणधीर सिंह मिर्धा द्वारा किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • उक्त कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय कारागृह जयपुर में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया गया। इस अवसर पर प्राधिकरण द्वारा 300 पौधे (छायादार एवं फलदार) लगाये गये।
  • इसी प्रकार विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर महानगर द्वितीय न्याय क्षेत्र आमेर व चौमू में भी सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ चौमू न्यायालय में 110 पौधे एवं आमेर न्यायालय में 55 पौधे लगाये गये।
  • ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर महानगर द्वितीय के सचिव विक्रम सिंह भाटी ने बताया गया कि यह कार्यक्रम संपूर्ण राजस्थान में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश Switch to English

राष्‍ट्रपति पुलिस पदक

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2021 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मध्य प्रदेश के 59 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु

  • प्रदेश के 9 अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्राप्त हुआ है। प्रियदर्शन श्रीवास्तव उपजेल अधीक्षक, भोपाल को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त हुआ। इसके अलावा नगर सेना तथा नागरिक सुरक्षा के लिये राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक विक्रम सिंह मालवीय ज़िला सेनानी शाजापुर, उमेश कुमार तिवारी कंपनी कमांडर नगर सेना भोपाल एवं इमदार अली, सहायक उपनिरीक्षक आगर-मालवा को मिला।
  • इसके साथ ही राज्य के 35 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति का पुलिस पदक दिया गया तथा जेल विभाग के 11 एवं अन्य 4 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा पदक मिला।

मध्य प्रदेश Switch to English

तुलसी जयंती

चर्चा में क्यों?

14-15 अगस्त, 2021 को मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा तुलसी जयंती के अवसर पर भक्ति संगीत, नृत्य और संवाद पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस कार्यक्रम का आयोजन मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा आदिवासी लोक कला एवं भाषा विकास अकादमी तुलसी शोध संस्थान-चित्रकूट में किया गया।
  • इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप्ति गेदम परमार एवं उनके समूह भोपाल के ‘भक्ति संगीत’ और आचार्य मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, इंदौर द्वारा हनुमान की भक्ति पर केंद्रित ‘व्याख्यान’ से हुई।
  • दीप्ति ने संगीत में अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता प्रकाश गेदम और शिक्षक इंदा गेदम से चार साल की उम्र से शुरू की थी। वर्तमान में वे प्रसिद्ध गायक ग्वालियर घराने के पं. सज्जनलाल ब्रह्मभट्ट रसरंग से ख्याल गायन और ठुमरी, टप्पा, दादरा, चतुरंगा, त्रिवत में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
  • गौरतलब है कि दीप्ति ने 2007 में आयोजित 12वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव, पुणे में शास्त्रीय संगीत (हिंदुस्तानी गायन) में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उन्होंने देश के कई प्रतिष्ठित मंचों में सफल प्रस्तुति दी। वर्तमान में वह आकाशवाणी दूरदर्शन भोपाल की ‘बी’ उच्च श्रेणी की कलाकार हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वार्षिक सम्मान समारोह

चर्चा में क्यों?

14 अगस्त, 2021 को मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित करने के लिये वार्षिक सम्मान समारोह, 2020 का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय सम्मान, 2020, प्रादेशिक सम्मान, 2020 और स्थानीय पुरस्कार, 2020 के तहत विभिन्न श्रेणियों में साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। 
  • इसके साथ ही स्व. प्रभाकर श्रोत्रिय द्वारा लिखित पुस्तक भारतीय भाषाओं में महाभारत की कथा, शंकरशरण लाल बत्ता द्वारा लिखित बिखरे मोती और डॉ. मैथिली मिलिंद साठे द्वारा लिखित पुस्तक अर्घ्य का विमोचन भी किया गया।

अखिल भारतीय सम्मान, 2020 निम्नलिखित व्यक्तियों को प्रदान किया गया-

  • श्री नरेश मेहता वांग्मय सम्मान                  : श्री जगराम सिंह, चंडीगढ़
  • श्री वीरेंद्र तिवारी स्मृति सम्मान                  : श्री हेमंत कुकरेती, दिल्ली
  • श्री शैलेश मटियानी स्मृति चित्र-कुमार          : श्रीमती सुषमा मुनीन्द्र, सतना
  • श्री सुरेश शुक्ल ‘चंद्र’नाट्य पुरस्कार कथा पुरस्कार   : श्री सत्येंद्र कुमार तनेजा, दिल्ली
  • श्री प्रभाकर श्रोत्रिय स्मृति आलोचना सम्मान    : श्रीमती स्मृति शुक्ला, जबलपुर

प्रादेशिक सम्मान, 2020 निम्नलिखित व्यक्तियों को प्रदान किया गया-

  • स्व. हजारीलाल जैन स्मृति वांग्मय पुरस्कार                   : श्री नारायण व्यास, भोपाल
  • अंबिका प्रसाद स्मृति दिव्य सम्मान                             : श्री घनश्याम मैथिल ‘अमृत’, भोपाल
  • श्री शंकर शरण लाल बत्ता पौराणिक आख्यायिका पुरस्कार    : श्री लोकेंद्र सिंह ‘कोट’, बड़नगर
  • सैय्यद अमीर अली मीर पुरस्कार                                : श्री संतोष सुपेकर, उज्जैन
  • श्री हरिहर निवास द्विवेदी स्मृति पुरस्कार                      : श्री संतोष मोहंती ‘दीप’, इंदौर
  • स्व. हुकमदेवी प्रकाशचंद्र कपूर स्मृति सम्मान                 : सुश्री सुमन ओबेराय, भोपाल
  • स्व. प्रकाशकुमारी हरकावत नारी लेखन सम्मान               : डॉ. सुधा चौहान ‘राज’, इंदौर
  • श्री सतीश बालकृष्ण ओबेराय स्मृति                            : डॉ. मालती महावर बसंत, भोपाल

महिला पुरस्कार

  • श्रीमती संतोष बत्ता स्मृति स्त्री लेखन पुरस्कार         : डॉ. लता अग्रवाल, भोपाल
  • स्व. रामेश्वर श्रीवास्तव स्मृति नवीन पुरस्कार           : डॉ. मीनू पांडेय, भोपाल
  • श्रीमती रश्मि जोशी विशिष्ट हिन्दी सेवी सम्मान         : श्री वीरेंद्र निर्झर, बुरहानपुर
  • श्रीमती सम्पत्तिदेवी विजयवर्गीय स्मृति महिला           : सुश्री जनक पलटा मगिलिगन, इंदौर

कल्याण पुरस्कार

  • श्रीमती सुंदरबाई शंकरलाल तिवारी स्मृति  महिला समाजसेवी सम्मान : श्रीमती तृप्ति मिश्रा, महू
  • स्व. यशवंत अरगरे स्मृति सकारात्मक पत्रकारिता पुरस्कार : श्री पंकज पाठक, भोपाल
  • स्व. यशवंत अरगरे स्मृति सकारात्मक पत्रकारिता पुरस्कार   : श्री आनंद सक्सेना, भोपाल

स्थानीय पुरस्कार-2020 निम्नलिखित व्यक्तियों को प्रदान किया गया-

  • श्रीमती रक्षा सिसोदिया शिक्षक सम्मान                           : श्रीमती नंदिता श्रीवास्तव, भोपाल
  • डॉ. अजय दुबे एवं डॉ. अनिमेष दुबे संगीत (गायन) पुरस्कार    : कु. पियुष मलक, भोपाल
  • डॉ. अजय दुबे एवं डॉ. अनिमेष दुबे संगीत  (वादन) पुरस्कार   : कु. प्रसून जैन, भोपाल
  • सर्वश्रेष्ठ पाठक पुरस्कार                                          : डॉ. मंजरी चतुर्वेदी, भोपाल

हरियाणा Switch to English

हरियाणा के दो स्थल अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि की रामसर सूची में

चर्चा में क्यों?

14 अगस्त, 2021 को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, रामसर कन्वेंशन के तहत हरियाणा में दो स्थलों भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य तथा सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान को अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि के रूप में मान्यता दी गई है।

प्रमुख बिंदु

  • हरियाणा के इन दो स्थलों के साथ ही गुजरात के 2 स्थलों- थोल झील वन्यजीव अभयारण्य और वधवाना को भी आर्द्रभूमि के रूप में मान्यता दी गई है, जिससे देश में ऐसे स्थलों की संख्या अब 46 हो गई है।
  • ऐसा पहली बार है कि जब हरियाणा से दो स्थलों- गुरुग्राम के सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान और झज्जर से भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य को रामसर सूची में डाला गया है।
  • भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य मानवनिर्मित मीठे पानी की आर्द्रभूमि है। यह हरियाणा में सबसे बड़ी आर्द्रभूमि है। वर्ष भर पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियाँ इस अभयारण्य का उपयोग विश्रामस्थल के रूप में करती हैं। यह स्थल मिस्र के गिद्ध, स्टेपी ईगल, पलास की फिश ईगल और ब्लैक-बेलिड टर्न सहित विश्व स्तर पर 10 से अधिक विलुप्तप्राय प्रजातियों के उपयुक्त है।
  • सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान उसके मूल पक्षियों, शीतकालीन प्रवासियों और स्थानीय प्रवासी जलपक्षियों की 220 से अधिक प्रजातियों के लिये उनके जीवन चक्र के महत्त्वपूर्ण चरणों में अनुकूल है। इनमें से 10 से अधिक प्रजातियाँ वैश्विक स्तर पर विलुप्तप्राय श्रेणी में आती हैं। 
  • गौरतलब है कि रामसर संधि आर्द्रभूमि के संरक्षण और सतत् उपयोग के लिये एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है। इसका नाम कैस्पियन सागर पर स्थित ईरानी शहर रामसर के नाम पर रखा गया है, जहाँ 2 फरवरी, 1971 को संधि पर हस्ताक्षर किये गए थे। 
  • रामसर सूची का उद्देश्य ‘आर्द्रभूमि के एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क को विकसित करना और बनाए रखना है, जो वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण के लिये और उनके पारिस्थितिक तंत्र घटकों, प्रक्रियाओं और लाभों के रखरखाव के माध्यम से मानव जीवन को बनाए रखने के लिये महत्त्वपूर्ण है’।

झारखंड Switch to English

दक्षिण-पूर्वी रेलवे ने बांग्लादेश को भेजी सातवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन

चर्चा में क्यों?

हाल ही में दक्षिण-पूर्व रेलवे ने दक्षिण-पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के राउरकेला से बांग्लादेश के बेनापोल के लिये 7वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन भेजी।

प्रमुख बिंदु

  • यह ट्रेन राउरकेला से 10 कंटेनरों में 186 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर बांग्लादेश रवाना हुई।
  • बांग्लादेश सरकार के अनुरोध पर कोविड प्रभावित रोगियों के इलाज के लिये तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की खेप भेजी जा रही है। बांग्लादेश के बेनापोल के लिये पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन 24 जुलाई को टाटानगर से भेजी गयी थी।
  • अब तक चक्रधरपुर मंडल के अंतर्गत टाटानगर और राउरकेला से सात ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें बांग्लादेश भेजी जा चुकी हैं। टाटानगर से 200 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) बांग्लादेश को भेजी जा चुकी हैं।
  • गौरतलब है कि कोविड प्रभावित रोगियों के इलाज़ के लिये ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये, दक्षिण-पूर्व रेलवे इस साल 23 अप्रैल से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चला रहा है ताकि कोविड-19 से पीड़ित रोगियों के इलाज़ के लिये आवश्यक तरल ऑक्सीजन की त्वरित परिवहन और सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

छत्तीसगढ़ Switch to English

इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव प्रोग्राम

चर्चा में क्यों?

14 अगस्त, 2021 को इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव प्रोग्राम (IHCI) के तहत रायपुर ज़िले के सात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 15,634 पंजीकृत रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज करने के लिये सम्मानित किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • यह रैंकिंग विश्व स्वास्थ्य संगठन के छत्तीसगढ़ प्रतिनिधियों द्वारा तिमाही रिपोर्ट पर आधारित थी।
  • स्वास्थ्य केंद्रों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिये रोगियों की संख्या, रक्तचाप की नियंत्रण दर, अनुवर्ती दवाओं की उपलब्धता और नए रोगी की खोज के आधार पर 100 अंकों पर रैंकिंग दी जाती है।
  • रायपुर मार्च 2020 से IHCI लागू कर रहा है। इसके तहत रक्तचाप के रोगियों की जाँच की जाती है और दवाएँ तथा सलाह दी जाती है। अब तक 15,634 मरीज़ों का इलाज किया जा चुका है।
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) मंदिर हसौद (85 अंक) पहले स्थान पर रहा। आरंग ब्लॉक पीएचसी चंद्रखुरी ने 80, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिल्दा (78), शहरी पीएचसी चंगोराभाथा (77), पीएचसी तोरला (74), पीएचसी मंधार (73) और तिल्दा ब्लॉक पीएचसी बांगोली (65) ने स्कोर किया।
  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर डॉ. मीरा बघेल ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। डॉक्टरों, रेजिडेंट मेडिकल असिस्टेंट्स, स्टाफ नर्सों, फार्मासिस्टों और रेजिडेंट हाउस ऑफिसर्स को भी सर्टिफिकेट दिये गए।

छत्तीसगढ़ Switch to English

स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री की घोषणा

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ राज्य में ज़िलों का पुनर्गठन करते हुए चार नए ज़िलों के गठन की घोषणा के साथ ही अन्य कई घोषणाएं की।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री द्वारा घोषित चार नये जिले हैं- मोहला-मानपुर, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़ तथा मनेन्द्रगढ़।
  • उन्होंने राज्य में 18 नई तहसीलों के गठन का भी ऐलान किया।
    • इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निम्नलिखित अन्य घोषणाएँ भी की-
    • सभी जिला मुख्यालयों एवं नगर-निगमों में महिलाओं के लिये ‘मिनीमाता उद्यान’ के निर्माण की घोषणा।
    • महाविद्यालयों में प्रवेश के लिये आयु-सीमा का बंधन समाप्त करने की घोषणा की।
    • ‘मुख्यमंत्री सस्ती दवा योजना’ अब ‘श्री धन्वन्तरी योजना’ के नाम से जानी जाएगी।
    • राज्य में राजस्व संबंधी कामकाज की जटिलता से राहत दिलाने के लिये नामांतरण की प्रक्रिया को सरल करने की घोषणा 
    • ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि पर निवासरत लोगों को उनकी काबिज ज़मीन का हक दिलाने के लिये ‘स्वामित्व योजना’ प्रारंभ करने की घोषणा।
    • डायल 112’ सेवा की उपयोगिता को देखते हुए इसका विस्तार अब पूरे प्रदेश में किये जाने की घोषणा की।
    • राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि में काबिज लोगों को हक दिलाने के लिये राज्य में स्वामित्व योजना प्रारंभ किये जाने की घोषणा।

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