इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 16 May 2024
  • 0 min read
  • Switch Date:  
हरियाणा Switch to English

हरियाणा की नई आबकारी नीति

चर्चा में क्यों?

हाल ही में हरियाणा कैबिनेट ने निर्वाचन आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वर्ष 2024-25 के लिये एक नई आबकारी नीति को अपनी मंज़ूरी दे दी।

मुख्य बिंदु:

  • 12 जून से शुरू होने वाली नई नीति में इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) और देशी शराब पर एक्साइज़/आबकारी शुल्क में मामूली बढ़ोतरी होगी।
  • मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में यहाँ कैबिनेट की बैठक हुई।
  • वर्ष 2024-25 के लिये IMFL का अधिकतम बेसिक कोटा 700 लाख प्रूफ लीटर (माप इकाई) और देशी शराब के लिये 1,200 लाख प्रूफ लीटर होगा।
  • IMFL और देशी शराब के लिये वर्ष 2023-24 में शुरू की गई QR कोड-आधारित ट्रैक एवं ट्रेस प्रणाली का विस्तार आयातित विदेशी शराब तक भी किया जाएगा।
  • नई नीति में रिटेल दुकानों की अधिकतम संख्या वही रहेगी। ई-नीलामी में भाग लेने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को आधार कार्ड या परिवार पहचान-पत्र, पिछले तीन मूल्यांकन वर्षों के लिये आयकर रिटर्न प्रस्तुत करना होगा और उसकी न्यूनतम कुल संपत्ति 60 लाख रुपए होनी चाहिये।
  • चूँकि मौजूदा लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र आदर्श आचार संहिता लागू है, इसलिये नीति पर निर्णय लेने से पूर्व निर्वाचन आयोग की मंज़ूरी ली गई थी।

आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct)

  • MCC एक सर्वसम्मत दस्तावेज़ है। राजनीतिक दल स्वयं चुनाव के दौरान अपने आचरण को नियंत्रित रखने और संहिता के भीतर काम करने पर सहमत हुए हैं।
  • यह चुनाव आयोग को संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत दिये गए जनादेश को ध्यान में रखते हुए मदद करता है, जो उसे संसद और राज्य विधानमंडलों के लिये स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनावों की निगरानी एवं संचालन करने की शक्ति प्रदान करता है।
  • MCC चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की तारीख से परिणाम की घोषणा की तारीख तक लागू रहता है।
  • संहिता लागू रहने के दौरान सरकार किसी वित्तीय अनुदान की घोषणा नहीं कर सकती, सड़कों या अन्य सुविधाओं के निर्माण का वादा नहीं कर सकती और न ही सरकारी या सार्वजनिक उपक्रम में कोई तदर्थ नियुक्ति कर सकती है।

आयकर रिटर्न

  • आयकर: आयकर एक वित्तीय वर्ष में अर्जित किसी व्यक्ति या व्यवसाय की वार्षिक आय पर लगाया जाने वाला कर है।
    • भारत में आयकर प्रणाली आयकर अधिनियम, 1961 द्वारा शासित होती है और यह एक प्रत्यक्ष कर है।
  • आयकर रिटर्न: यह एक निर्दिष्ट दस्तावेज़ है जिसका उपयोग किसी वित्तीय वर्ष में किसी व्यक्ति की आय और उस आय पर भुगतान किये गए करों के विषय में आयकर विभाग को विवरण देने के लिये किया जाता है।
    • इसके अतिरिक्त, यह फॉर्म लोगों को हुए नुकसान को दर्शाने तथा आयकर विभाग से रिफंड का दावा करने की सुविधा भी देता है।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा में हीटवेव

चर्चा में क्यों

हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हरियाणा में हीटवेव की स्थिति की संभावना का संकेत देते हुए "येलो" और "ऑरेंज" अलर्ट जारी किया है।

मुख्य बिंदु:

  • हीटवेव, चरम गर्म मौसम की लंबी अवधि होती है जो मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
    • भारत एक उष्णकटिबंधीय देश होने के कारण विशेष रूप से हीटवेव के प्रति अधिक संवेदनशील है, जो हाल के वर्षों में लगातार और अधिक तीव्र हो गई है
  • भारत में हीट वेव घोषित करने के मानदंड:
    • मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्र:
      • यदि किसी स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम-से-कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक एवं पहाड़ी क्षेत्रों में कम-से-कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुँच जाता है तो इसे हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
      • हीट वेव के मानक से विचलन का आधार: विचलन 4.50 डिग्री सेल्सियस से 6.40 डिग्री सेल्सियस तक होता है।
        • चरम हीट वेव: सामान्य तापमान स्तर से वृद्धि >6.40 डिग्री सेल्सियस हो।
      • वास्तविक अधिकतम तापमान हीट वेव पर आधारित: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥45 डिग्री सेल्सियस हो।
        • चरम हीट वेव: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥47 डिग्री सेल्सियस हो।
      • यदि एक मौसम विज्ञान उपखंड के भीतर कम-से-कम दो स्थान लगातार दो दिनों तक उपरोक्त तापमान स्थिति बनी रहती है, तो अगले दिन इसकी घोषणा की जाती है।
    • तटीय क्षेत्र:
      • जब अधिकतम तापमान विचलन सामान्य से 4.50 डिग्री सेल्सियस अथवा इससे अधिक होता है, तो इसे हीट वेव कहा जा सकता है, बशर्ते वास्तविक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या अधिक हो।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2