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बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री का निधन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में वरिष्ठ राजनेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का 72 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में निधन हो गया। वह कैंसर से पीड़ित थे।
मुख्य बिंदु:
- वह वर्ष 2005 से 2013 और वर्ष 2017 से 2020 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ बिहार के वित्त मंत्री भी रहे।
- वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आजीवन सदस्य रहे
- उन्हें जुलाई वर्ष 2011 में वस्तु एवं सेवा कर के कार्यान्वयन के लिये राज्य के वित्त मंत्रियों की अधिकार प्राप्त समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
उपमुख्यमंत्री
- भारत में उपमुख्यमंत्री का पद कोई संवैधानिक पद नहीं है, बल्कि किसी पार्टी के भीतर सहयोगियों या गुटों को खुश करने के लिये एक राजनीतिक व्यवस्था है।
- वह रैंक और भत्तों के मामले में एक कैबिनेट मंत्री के समतुल्य होता है लेकिन उसके पास कोई विशिष्ट वित्तीय या प्रशासनिक शक्तियाँ नहीं होती हैं।
- उपमुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करना होता है और अपने पोर्टफोलियो से संबंधित किसी भी निर्णय के लिये उसकी स्वीकृति लेनी होती है।
- उपमुख्यमंत्री के पास उन फाइलों या मामलों तक पहुँच नहीं है जो मुख्यमंत्री के लिये हैं।
- न तो अनुच्छेद 163 और न ही अनुच्छेद 164(1) में स्पष्ट रूप से उप मुख्यमंत्री की स्थिति का उल्लेख है।
- अनुच्छेद 163(1) राज्यपाल की सहायता और सलाह देने के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक मंत्रिपरिषद की स्थापना का प्रावधान करता है।
- अनुच्छेद 164(1) नियुक्ति प्रक्रिया की रूपरेखा प्रदान करता है, जिसमें मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री की सलाह पर की जाती है।
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बिहार लोकसभा चुनाव
चर्चा में क्यों?
लोकसभा चुनाव वर्ष 2024 के चौथे चरण में बिहार में पाँच निर्वाचन क्षेत्रों में 54% से अधिक मतदान दर्ज किया गया।
मुख्य बिंदु:
- सबसे अधिक मतदान प्रतिशत बेगुसराय में 58.40% दर्ज किया गया, इसके बाद समस्तीपुर में 58.10%, दरभंगा में 56.63%, उजियारपुर में 56% और मुंगेर में 55% मतदान हुआ।
- राज्य में चौथे चरण के मतदान के दौरान 5,398 मतदान केंद्रों पर 95.85 लाख से अधिक मतदाताओं द्वारा वोटिंग/मतदान के माध्यम से 55 उम्मीदवारों के भविष्य का निर्णय लिया गया।
भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा प्रदत्त तथ्य और आँकड़े
- लोकसभा चुनाव-2024 सात चरणों में आयोजित होगा।
- लोकसभा 2024 चुनाव में कुल 96.8 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे।
- लोकसभा चुनाव- 2024 में पहली बार मतदान करने वाले नागरिकों की संख्या 1.8 करोड़ और 20-29 वर्ष की आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 19.47 करोड़ हैं।
- 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।
- वर्ष 2024 के आम चुनाव में पहली बार मतदान करने वाली महिला मतदाताओं की संख्या 85 लाख से अधिक है।
- अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण, अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 के कार्यान्वयन जैसी ऐतिहासिक घटनाओं के बाद यह पहला आम चुनाव होगा।
- आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम राज्यों में विधान सभा चुनाव आम चुनाव के साथ-साथ 16 राज्यों में 35 सीटों के लिये उपचुनाव भी होंगे।
- वर्ष 2024 के आम चुनाव, जिसे लोकसभा चुनाव- 2024 के रूप में भी जाना जाता है, का परिणाम 4 जून 2024 को घोषित किया जाएगा।
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