UPDIC रक्षा उत्पादन में भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाना | उत्तर प्रदेश | 15 Feb 2024
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC) 24,510.60 करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित कर रहा है और इसका लक्ष्य 41,667 रोज़गार के अवसर उत्पन्न करना है।
मुख्य बिंदु:
- ब्रह्मोस एयरोस्पेस, टाटा टेक्नोलॉजीज़ और अदानी डिफेंस सिस्टम्स जैसी प्रमुख कंपनियों ने कॉरिडोर में निवेश का प्रस्ताव दिया है।
- UPDIC महत्त्वपूर्ण प्रगति करते हुए, बड़े निवेश को आकर्षित कर रहा है और रक्षा व एयरोस्पेस क्षेत्र में भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने के लिये प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहा है।
- 3585.85 करोड़ रुपए की 34 निवेश परियोजनाएँ आगामी ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में शामिल होने के लिये तैयार हैं।
- ये परियोजनाएँ रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़, झाँसी, कानपुर और लखनऊ नोड्स में फैली हुई हैं तथा 8,530 से अधिक रोज़गार के अवसर उत्पन्न करेंगी।
- यूपी सरकार निवेशकों के लिये अनुकूल माहौल बनाते हुए सभी नोड्स में बुनियादी ढाँचे के विकास में निवेश कर रही है।
- आईआईटी कानपुर और आईआईटी (BHU) वाराणसी को अनुसंधान करने तथा महत्त्वपूर्ण अनुसंधान एवं विकास अंतराल को भरने के लिये उत्कृष्टता केंद्र के रूप में नामित किया गया है।
- UPDIC राज्य को रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र में बदल रहा है, जो भारत की आत्मनिर्भरता तथा आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है।
- इसने अनुकूलित ऋण प्रस्तुत करने और रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र में MSME व स्टार्ट-अप की विशिष्ट ज़रूरतों को पूरा करने के लिये वित्तीय संस्थानों के साथ सहयोग किया है।
उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC)
- यह एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र पर विदेशी निर्भरता को कम करना है। इसका उद्घाटन वर्ष 2018 में हुआ था।
- उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को विभिन्न अन्य राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस परियोजना को निष्पादित करने के लिये नोडल एजेंसी बनाया गया था।