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बिहार में मंदिर में भगदड़
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बिहार के जहानाबाद ज़िले में स्थित मखदुमपुर स्थित बाबा सिद्धनाथ मंदिर में भगदड़ मचने से कई लोगों की मृत्यु हो गई।
मुख्य बिंदु:
- यह घटना कथित तौर पर मंदिर के प्रवेश द्वार के पास काँवड़ियों और फूल विक्रेताओं के बीच विवाद के कारण हुई।
- स्थानीय अधिकारी घटना के कारणों की जाँच कर रहे हैं तथा पीड़ितों के परिवारों के लिये वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है।
भगदड़
- परिचय:
- भगदड़, भीड़ का एक आवेगपूर्ण सामूहिक आंदोलन है जिसके परिणामस्वरूप लोग प्रायः घायल होते हैं और उनकी मृत्यु होती हैं।
- यह प्रायः किसी खतरे की आशंका, भौतिक स्थान की हानि तथा किसी संतुष्टिदायक वस्तु को प्राप्त करने की सामूहिक इच्छा के कारण उत्पन्न होती है।
- प्रकार:
- भगदड़ के दो मुख्य प्रकार हैं: एकदिशात्मक भगदड़ तब होती है जब एक ही दिशा में चलती भीड़ को अचानक परिवर्तन का सामना करना पड़ता है, जो अचानक रुकने जैसी शक्तियों अथवा टूटे हुए अवरोधों जैसी नकारात्मक शक्तियों के कारण उत्पन्न होता है।
- अशांत भगदड़ तब होती है जब भीड़ अनियंत्रित हो और विभिन्न दिशाओं से भीड़ आ जाए।
- भगदड़ में मृत्यु:
- अभिघातजन्य श्वासावरोध: यह सबसे आम कारण है जो वक्ष या ऊपरी पेट के बाहरी दबाव के कारण होता है। यह 6-7 लोगों की मध्यम भीड़ में भी हो सकता है जो एक दिशा में धक्का दे रहे हों।
- अन्य कारण: मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (दिल का दौरा), आंतरिक अंगों को प्रत्यक्ष रूप से दमित करने वाली चोटें, सिर की चोटें और गर्दन का संपीड़न।
- भगदड़ के कारण निम्नलिखित प्रकार से मृत्यु हो सकती है:
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