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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 09 Oct 2024
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पन्ना के खनन समुदाय में सिलिकोसिस त्रासदी

चर्चा में क्यों? 

खनन के विनाशकारी प्रभाव से पन्ना में लोगों की जान जा रही है, यहाँ के परिवार सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित हैं, जिसे गलत तरीके से क्षय रोग के रूप में पहचाना जाता है। 

प्रमुख बिंदु 

  • सिलिकोसिस:
    • यह एक घातक फेफड़ों की बीमारी है जो महीन सिलिका धूल को साँस के माध्यम से अंदर लेने से होती है, जो कि खनन उद्योगों में आम है।
    • इसके लक्षणों में पुरानी खाँसी, साँस लेने में तकलीफ और थकान शामिल है, जिसे प्रायः क्षय रोग समझ लिया जाता है।
    • 2014 से, सिलिकोसिस से संदिग्ध रूप से परिवार के पाँच सदस्यों की मृत्यु हो चुकी है।
  • क्षय रोग (Tuberculosis- TB): 
    • TB रोग माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक जीवाणु के कारण होता है, जो माइकोबैक्टीरियासी परिवार से संबंधित है, जिसमें लगभग 200 सदस्य हैं।
    • कुछ सूक्ष्म जीवाणु मनुष्यों में TB और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियाँ उत्पन्न करते हैं, तथा अन्य कई प्रकार के पशुओं को संक्रमित करते हैं।
    • मनुष्यों में, TB सबसे अधिक फेफड़ों (फुफ्फुसीय TB) को प्रभावित करता है, लेकिन यह अन्य अंगों (इतर-फुफ्फुसीय TB) को भी प्रभावित कर सकता है।
    • क्षय रोग (TB) एक बहुत ही प्राचीन बीमारी है और मिस्र में 3000 ईसा पूर्व से ही इसका अस्तित्व होने के प्रमाण मौजूद हैं। यह एक उपचार योग्य और इलाज योग्य बीमारी है।


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सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव पुरस्कार

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (27 सितंबर) पर मध्य प्रदेश के तीन गाँवों को उनके सतत् पर्यटन प्रयासों के लिये मान्यता दी गई।

प्रमुख बिंदु 

  • पुरस्कृत गाँव:
    • प्राणपुर:
      • श्रेणी: शिल्प
      • यह अपनी बुनाई परंपरा के लिये उल्लेखनीय है, जहाँ 243 परिवार हथकरघा उत्पादन में लगे हुए हैं।
      • कारीगर बाँस, लकड़ी, पत्थर, आभूषण और मिट्टी से वस्तुएँ बनाते हैं।
      • बुनियादी ढाँचे में सुधार के लिये आगंतुकों के उपयोग हेतु स्थानीय स्तर पर पत्थर शामिल किये गए हैं।
      • इसमें एक "हैंडलूम कैफे" और सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिये एक रंगभूमि (Amphitheatre) भी है।
    • साबरवानी:
      • श्रेणी: रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म
      • 2019 से यह एक पर्यटन केंद्र में तब्दील हो चुका है, जहाँ 300 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आते हैं।
      • पारंपरिक व्यंजन और स्थानीय कृषि पद्धतियों में भागीदारी जैसे सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।
      • आकर्षणों में अनहोनी गर्म पानी का झरना, घोघरा झरना और सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की निकटता शामिल हैं।
      • पर्यटकों के लिये गतिविधियों में बैलगाड़ी की सवारी, गाय का दूध निकालना और मोनाखेड़ी पहाड़ी पर ट्रैकिंग शामिल हैं।
    • लाडपुरा खास:
      • श्रेणी: रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म
      • यह समुदाय के साथ जुड़ाव और स्थानीय परंपराओं को बढ़ावा देने के लिये जाना जाता है।
  • सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव प्रतियोगिता 2024:
    • इसे सतत् प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था।
    • इसका उद्देश्य सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित रखने वाले गाँवों की पहचान करना था।
    • आठ श्रेणियों में कुल 36 गाँवों को मान्यता दी गई।

अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस

  • इतिहास: अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पहली बार वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (United Nations World Tourism Organization- UNWTO) द्वारा मनाया गया था, और इसका उद्देश्य पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। 
    • यह दिन वर्ष 1975 में UNWTO की विधियों को अपनाने का प्रतीक है, जो पाँच वर्ष बाद इसकी आधिकारिक स्थापना का प्रतीक है। 
    • UNWTO आर्थिक वृद्धि, समावेशी विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के चालक के रूप में पर्यटन की वकालत करता है, साथ ही विश्व भर में ज्ञान एवं नीतियों को आगे बढ़ाने में इस क्षेत्र का समर्थन करता है। 
      • UNWTO में 160 सदस्य देश (भारत सहित), 6 सहयोगी सदस्य, 2 पर्यवेक्षक और 500 से अधिक संबद्ध सदस्य शामिल हैं।  
      • इसका मुख्यालय मैड्रिड, स्पेन में है।


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