FSSAI ने चार धाम यात्रा के दौरान स्वस्थ आहार को बढ़ावा दिया | उत्तराखंड | 21 Apr 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तराखंड सरकार ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के सहयोग से चार धाम यात्रा मार्ग पर खाद्य विक्रेताओं और भोजनालयों को भोजन में नमक, चीनी और तेल का उपयोग कम करने के लिये जागरूक करने के लिये एक अभियान शुरू किया है।
- प्रशिक्षण कार्यशालाएँ उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, ऋषिकेश, हरिद्वार, चम्बा और श्रीनगर में आयोजित की गई हैं।
चार धाम यात्रा
- यमुनोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
- देवी यमुना को समर्पित।
- यमुना नदी भारत में गंगा नदी के बाद दूसरी सबसे पवित्र नदी है।
- गंगोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
- देवी गंगा को समर्पित।
- सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
- केदारनाथ धाम:
- स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला।
- भगवान शिव को समर्पित।
- मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
- भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक।
- बद्रीनाथ धाम:
- स्थान: चमोली ज़िला।
- बद्रीनारायण मंदिर का पवित्र धाम।
- भगवान विष्णु को समर्पित।
- वैष्णवों के लिये पवित्र तीर्थस्थलों में से एक।
मुख्य बिंदु
अभियान की मुख्य विशेषताएँ:
- उद्देश्य:
- यह फिट इंडिया मूवमेंट और नमक, चीनी और तेल की खपत में 10% की कमी के लिये प्रधानमंत्री की अपील का एक हिस्सा है।
- चार धाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के बीच स्वास्थ्य संबंधी जोखिम (जैसे, हृदयाघात, साँस लेने संबंधी समस्याएँ) को कम करने के लिये स्वास्थ्यवर्धक खाना पकाने की पद्धतियों और आहार संबंधी आदतों को बढ़ावा देना।
- कार्यान्वयन एवं निगरानी एजेंसियाँ:
- खाद्य विक्रेताओं के लिये आहार संबंधी दिशा-निर्देश:
- भोजन में नमक, चीनी और तेल का प्रयोग कम करना।
- पापड़, अचार और एमएसजी (मोनोसोडियम ग्लूटामेट) युक्त चीजों से बचना।
- एमएसजी, जिसे अजिनोमोटो के नाम से भी जाना जाता है, एक व्यापक रूप से प्रयुक्त खाद्य योज्य है जो स्वाद, विशेष रूप से उमामी स्वाद को बढ़ाता है।
- यह ग्लूटामिक एसिड का सोडियम लवण है, जो कई खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से मौजूद एक एमिनो एसिड है।
- खजूर और फलों जैसे प्राकृतिक मीठे पदार्थों का प्रयोग करना।
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था:
- 50 वर्ष से अधिक आयु के तीर्थयात्रियों के लिये स्वास्थ्य जाँच अनिवार्य।
- 2024 में 9.5 लाख लोगों की स्वास्थ्य जाँच की गई।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI)
- परिचय:
- FSSAI खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत स्थापित एक स्वायत्त वैधानिक निकाय है।
- FSSAI स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन कार्य करते हुए भारत में खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता को विनियमित और पर्यवेक्षण करके सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा और संवर्धन के लिये ज़िम्मेदार है।
- FSSAI का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और देश भर में आठ क्षेत्रों में इसके क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
- FSSAI के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। अध्यक्ष भारत सरकार के सचिव के पद पर होते हैं।
- कार्य एवं शक्तियाँ:
- खाद्य उत्पादों और योजकों के लिये विनियमन और मानक तैयार करना।
- खाद्य व्यवसायों को लाइसेंस एवं पंजीकरण प्रदान करना।
- खाद्य सुरक्षा कानूनों और विनियमों का प्रवर्तन।
- खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता की निगरानी और निरीक्षण।
- खाद्य सुरक्षा मुद्दों पर जोखिम मूल्यांकन और वैज्ञानिक अनुसंधान आयोजित करना।
- खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता पर प्रशिक्षण और जागरूकता प्रदान करना।
- खाद्य सुदृढ़ीकरण और जैविक खाद्य को बढ़ावा देना।
- खाद्य सुरक्षा मामलों पर अन्य एजेंसियों और हितधारकों के साथ समन्वय करना।
- घटनाएँ और सूचकांक: