मध्य प्रदेश Switch to English
42वीं नेशनल सीनियर रोइंग चैंपियनशिप
चर्चा में क्यों ?
3 से 7 मार्च तक भोपाल में 42वीं नेशनल सीनियर रोइंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर से 500 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
मुख्य बिंदु
- चैंपियनशिप के बारे में:
-
आयोजन:
- यह प्रतियोगिता भोपाल के बड़े तालाब स्थित राज्य वाटर स्पोर्ट्स अकादमी, बोट क्लब में आयोजित हो रही है।
- महत्त्व और उद्देश्य
- इस प्रतियोगिता का आयोजन वॉटर स्पोर्ट्स को प्रोत्साहित करने और युवाओं को एक नया मंच देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने स्वयं इस प्रतियोगिता का उद्घाटन किया है।
- प्रतियोगिता का स्वरूप
- इस प्रतियोगिता में 14 इवेंट्स का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे 2 इवेंट्स पैरा सिंगल स्कल महिला एवं पुरुष वर्ग भी शामिल है।
- प्रतियोगिता का समापन 7 मार्च 2025 को होगा, जिसमें सभी फाइनल्स आयोजित किये जाएंगे।
- इसमें कुल 27 टीमों के 500 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहें हैं, जो प्रतियोगिता के व्यापक स्तर को दर्शाता है।
-
रोइंग खेल
- परिचय:
- रोइंग एक ऐसा खेल है जिसमें एथलीट एक विशेष प्रकार की नाव को पतवारों (ओअर्स) की मदद से आगे बढ़ाते हैं। यह अन्य वॉटर स्पोर्ट्स से अलग होता है क्योंकि इसमें रोवर (नाविक) की पीठ नाव की चाल की दिशा में होती है।
- इतिहास:
- रोइंग की शुरुआत प्राचीन मिस्र, ग्रीस और रोम में एक परिवहन साधन के रूप में हुई थी।
- एक खेल के रूप में इसकी शुरुआत 17वीं और 18वीं शताब्दी में हुई, जब यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी बोट रेस का आयोजन हुआ, जिसका उद्धाघटन 1828 में हुआ था।
- प्रतिस्पर्द्धा दूरी:
- रोअर एथलीट व्यक्तिगत रूप से या फिर 2,4 या 8 की टीमों में 2,000 मीटर की प्रतिस्पर्द्धा करते हैं।
- रोइंग के प्रकार:
- डबल स्कल्स: प्रत्येक एथलीट दोनों हाथों में एक-एक पतवार रखता है।
- स्वीप रोइंग: एथलीट दोनों हाथों से एक ही पतवार संभालता है।

