आठ नए सरकारी कॉलेजों की घोषणा | उत्तराखंड | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
4 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आठ नए सरकारी कॉलेजों की स्थापना की घोषणा की। साथ ही कहा कि सात डिग्री कॉलेजों को पीजी कॉलेजों में अपग्रेड किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएँ शासकीय स्नातकोत्तर (पीजी) कॉलेज, रायपुर मालदेवता में विज्ञान खंड के उद्घाटन के अवसर पर की।
- उन्होंने कहा कि देहरादून शहर, हरिद्वार शहर (भूपतवाला), हल्द्वानी शहर, गदरपुर ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा में दन्यां, पौड़ी में कल्जीखाल और खिर्सू तथा चमोली में देवल में नए सरकारी कॉलेज खोले जाएंगे।
- वहीं मुनस्यारी (पिथौरागढ़), गैरसैंण (चमोली), कपकोट (बागेश्वर), सोमेश्वर, हल्दुचौड़ (नैनीताल), लक्सर (हरिद्वार) और थलीसैण (पौड़ी) के सरकारी कॉलेजों को पीजी कॉलेजों में अपग्रेड किया जाएगा।
- इसके अलावा उन्होंने प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल तथा आधुनिक लेक्चर हॉल का निर्माण किये जाने की भी घोषणा की।
स्वच्छता महाभियान | उत्तर प्रदेश | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर जनपद के रैंपस स्कूल, शाहपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में एक सप्ताह तक संचालित होने वाले ‘स्वच्छता महाभियान’ का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों- इंसेपेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, हैजा, डायरिया आदि की रोकथाम के लिये इस स्वच्छता महाभियान का शुभारंभ किया गया है।
- इसमें सफाई, जलनिकासी, सेनिटाइजेशन, फॉगिंग, छिड़काव जैसे कार्य किये जाएँगे। साथ ही पेयजल की शुद्धता का ध्यान रखने के लिये क्लोरीन की टेबलेट भी वितरित की जाएँगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1977-78 से 2017 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रति वर्ष बड़ी संख्या में बच्चे इंसेफेलाइटिस के कारण जान गँवा देते थे, परंतु वर्ष 2014 में शुरू हुए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के कारण इंसेपेलाइटिस से होने वाली मौत न्यूनतम स्तर पर है और यह बीमारी लगभग समाप्त हो चुकी है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाईकर्मियों को उपहार व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने स्वच्छता महाभियान में शामिल सफाईकर्मियों की टोली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
‘मिलिये सरकार से’: एक अनूठी वर्चुअल श्रृंखला | राजस्थान | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राजस्थान फाउंडेशन ने ‘मिलिये सरकार से’ नामक एक अनूठी वर्चुअल श्रृंखला की शुरुआत की है, जिससे देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में बसे प्रवासी राजस्थानी राज्य सरकार के मंत्रियों तथा अन्य प्रतिनिधियों से सीधे वार्तालाप कर पाएँगे।
प्रमुख बिंदु
- राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ वार्तालाप की इस श्रृंखला की पहली कड़ी में राज्य के नगरीय विकास एवं आवासीय मंत्री शांति धारीवाल ने वेबीनार के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों को राज्य सरकार के विकास कार्यों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
- उन्होंने राज्य में चल रही अनेक जन-कल्याणकारी और विकास योजनाओं से प्रवासियों को अवगत कराते हुए कहा कि राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल में 1200 बेड का आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आईपीडी टॉवर बनने जा रहा है, जहाँ हेलीपैड की भी सुविधा दी जाएगी, जिससे प्रदेश के चिकित्सा के क्षेत्र को प्रगति मिल सकेगी।
- ‘मिलिये सरकार से’ कार्यक्रम की इस पहली कड़ी में मंत्री धारीवाल के समक्ष देश और विदेश से जुड़े अनेक प्रवासियों ने राजस्थान में चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोड तथा आर्थिक और सामाजिक विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किये।
- फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि ‘मिलिये सरकार से’ कार्यक्रम से न केवल प्रवासियों को अपने प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को करीब से जानने का मौका मिलेगा, बल्कि राजस्थान में जो निवेश के अवसर सरकार द्वारा समय-समय पर खोजे जा रहे हैं, उनमें भी प्रवासियों के योगदान की रूपरेखा तैयार हो सकेगी।
- आयुक्त ने कोरोना महामारी से निपटने में प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रवासियों द्वारा प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट लगवाने, लिक्विड ऑक्सीजन भिजवाने, राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से हर तरह का सहयोग राज्य सरकार को प्रदान किया गया।
‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ एग्जीबिशन | राजस्थान | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राजस्थान के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की अलंकार गैलरी में ‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ आर्ट एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। यह एग्जीबिशन 12 सितंबर तक आयोजित की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- यह एग्जीबिशन कबाड़ के उपयोग से आर्ट और डेकोर की वस्तुओं का एक अनूठा प्रदर्शन है। जवाहर कला केंद्र के साथ कार्टिस्ट ने पुरानी कार के पार्ट्स और ऑटोमोटिव वेस्ट के उपयोग से ऑटो पार्ट्स की अपसाइकिलिंग को बढ़ावा देने और डिज़ाइनर फर्नीचर को क्यूरेट करने के लिये इस पहल की शुरुआत की है।
- ‘सस्टेन बाई कार्टिस्ट’ नामक इस अनूठी पहल को एक महीने के लिये राजस्थान के 33 ज़िलों तक पहुँचाया जाएगा। सभी ज़िलों में स्थानीय कारीगरों के साथ मिलकर काम करते हुए वर्कशॉप्स और एग्जीबिशंस का आयोजन किया जाएगा।
- कार्टिस्ट द्वारा इस अनूठी पहल में पुरानी गाड़ियाँ, जो कबाड़ बन गई हैं और जिन्हें कबाड़ में डाल दिया जाता है, उनका पूरी तरह से उपयोग किया गया है। इस एग्जीबिशन में टायर, ग्रिल, हुड, सीट आदि जैसे गाड़ियों के प्रत्येक भाग का उपयोग फर्नीचर और सज़ावट की वस्तुओं को बनाने के लिये किया गया है।
- इन स्क्रैप पार्ट्स का उपयोग कलाकृतियाँ बनाने के लिये किया गया है, जिससे कि सभी नए कलाकारों को ऐसे कई मटेरियल्स का उपयोग करके उसे कला का रूप देने के लिये प्रेरित किया जा सके।
शक्ति पटेल को मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार | मध्य प्रदेश | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस पर मंडला ज़िले के शिक्षक शक्ति पटेल को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, 2021 से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि वर्चुअल कार्यक्रम में देश के 44 शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किये गए।
- ज्ञातव्य है कि 32 वर्षीय शक्ति पटेल मंडला ज़िले के ग्राम मांद के शासकीय हाई स्कूल में हिंदी विषय के माध्यमिक शिक्षक हैं।
- इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को सम्मिलित किया तथा क्यूआर कोड द्वारा नि:शुल्क नोट्स बच्चों को वितरित किये। इनकी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध मनोरंजक शिक्षण सामग्री से देश के हज़ारों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही इन्होंने हिंदी विषय के पाठों की घटनाओं को वास्तविक जीवन की घटनाओं से जोड़कर पढ़ाने पर महत्त्व दिया।
- उल्लेखनीय है कि प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में काम कर रहे प्रतिभाशाली शिक्षकों की उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता को सम्मान देने के लिये वर्ष 1958 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी।
- 5 सितंबर, 1962 को भारत में पहली बार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाया गया था।
- इसी तरह 5 सितंबर, 2021 को ही मध्य प्रदेश में आयोजित राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह, 2021 के ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के 27 शिक्षकों को शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये सम्मानित किया गया।
मध्य प्रदेश विधानसभा में दो नई समितियाँ गठित | मध्य प्रदेश | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा की नियम समिति ने सदन को दो नई समितियाँ बनाने की सिफारिश की है।
प्रमुख बिंदु
- विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के सभापतित्व वाली नियम समिति ने विधानसभा में कार्य की अधिकता व अनुभव के आधार पर बेहतर कार्य के लिये इन समितियों के गठन हेतु सिफारिश की है।
- पहली समिति का नाम ‘शिष्टाचार एवं सम्मान अनुरक्षण समिति’ तथा दूसरी समिति का नाम ‘पिछड़े वर्ग हेतु कल्याण समिति’ रखा गया है।
- नियम समिति के अनुसार विधायकों के साथ शासकीय अधिकारियों द्वारा किये जाने वाले असम्मानजनक व्यवहार संबंधी विषयों की निगरानी के लिये ‘शिष्टाचार एवं सम्मान अनुरक्षण समिति’ बनाई जाने की सिफारिश की गई है।
- विधायक द्वारा स्पीकर को की गई असम्मानजनक व्यवहार की शिकायत को परीक्षण के उपरांत स्पीकर जाँच हेतु शिष्टाचार समिति को सौंपेंगे। गंभीर शिकायत होने पर स्पीकर इसे विशेषाधिकार समिति को भी सौंप सकेंगे।
- उपरोक्त नई समिति संबंधित मामलों की जाँच के लिये पहले से विद्यमान सदस्य सुविधा समिति के अतिरिक्त होंगी।
- पिछड़े वर्ग के मामलों की देखरेख के लिये गठित पिछड़े वर्ग की कल्याण समिति को पहले से विद्यमान अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं ओबीसी कल्याण समिति को तोड़कर बनाया जाएगा।
नौ सड़कों के निर्माण को मंज़ूरी | झारखंड | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को पलामू के सांसद वी.डी. राम ने कहा कि गृह मंत्रालय (एमएचए) ने पलामू और गढ़वा ज़िलों के वामपंथी-चरमपंथी प्रभावित क्षेत्रों के लिये अपनी सड़क संपर्क परियोजना के तहत नौ सड़कों और आठ लॉजिस्टिक सपोर्ट ब्रिज को मंज़ूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- उन्होंने कहा कि नौ सड़कों में से दो गढ़वा ज़िले में तथा सात पलामू में हैं, जबकि सभी आठ लॉजिस्टिक सपोर्ट ब्रिज पलामू ज़िले में साथी, सापी, सतबहिनी और पत्थलबाजा नदियों पर हैं।
- उल्लेखनीय है कि इन सड़कों और लॉजिस्टिक सपोर्ट ब्रिज को एमएचए द्वारा तभी मंज़ूरी दी जाती है, जब संबंधित ज़िला पुलिस अधीक्षक (एसपी) उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में इसके रणनीतिक मूल्य पर इसके लिये सिफारिश करते हैं।
‘स्पेक्ट्रल एन्हांसमेंट’ (एसपीई) | झारखंड | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने ‘स्पेक्ट्रल एन्हांसमेंट’ (एसपीई) नामक एक सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है, जो कोयला अन्वेषण प्रक्रिया के दौरान भूकंपीय सर्वेक्षण का उपयोग करके पृथ्वी की क्रस्ट के नीचे पतले कोयले की परतों की पहचान करने और कोयला संसाधनों के आकलन में सुधार करने में मदद करेगा।
प्रमुख बिंदु
- सीआईएल के अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) शाखा सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) ने गुजरात एनर्जी रिसर्च एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (जीईआरएमआई) के सहयोग से अपनी तरह का यह पहला सॉफ्टवेयर विकसित किया है।
- कोयला संसाधन अन्वेषण के लिये वर्तमान भूकंपीय सर्वेक्षण तकनीकों में पृथ्वी के नीचे पतले कोयले की परतों की पहचान करने की सीमाएँ हैं। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब भूकंपीय संकेतों के समाधान को बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे कोयले की सबसे पतली परत का चित्रण होता है।
- यह ‘मेड इन इंडिया’ सॉफ्टवेयर कोयले की खोज़ के समय और लागत को बचाने में भी मदद करेगा, जिससे कोयला उत्पादन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मिशन को बढ़ावा मिलेगा।
- गौरतलब है कि भारत के कुल कोयला उत्पादन में सीआईएल की हिस्सेदारी 80 फीसदी है।
मनोज कुमार सिंह को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार | झारखंड | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्चुअल माध्यम से राज्य के हिंदुस्तान मित्र मंडल स्कूल, गोलमुरी के शिक्षक मनोज कुमार सिंह को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, 2021 से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- मनोज कुमार सिंह इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के झारखंड से एकमात्र प्राप्तकर्त्ता हैं। पुरस्कार में उन्हें एक पदक, एक प्रमाण-पत्र और 50,000 रुपए दिये गए।
- मूलरूप से बिहार के गया के रहने वाले मनोज कुमार सिंह ने कक्षा एक से आठ तक के लिये जेसीईआरटी हेतु गणित की किताब तैयार की थी तथा कोविड के दौरान स्कूल बंद रहने के बाद भी बच्चों को गणित पढ़ाते थे।
- उन्हें जटिल गणितीय अवधारणाओं को नवोन्मेषी व्यावहारिक और कला-आधारित शिक्षाशास्त्र के माध्यम से पढ़ाने के लिये जाना जाता है, जो ज़्यादातर कक्षा के बाहर किया जाता है। वह अपने YouTube चैनल ‘क्रिएटिव लर्निंग विथ मनोज’ के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण भी संचालित करते हैं।
- वह झारखंड शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) की ई-कंटेंट डेवलपर टीम का भी हिस्सा हैं, जिन्होंने डिजी स्कूल ऐप के माध्यम से महामारी के दौरान गणित के लिये ऑनलाइन सामग्री तैयार की है।
- गौरतलब है कि वर्ष 1958 में स्थापित, ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के मेधावी शिक्षकों को सार्वजनिक मान्यता देने के लिये हर साल शिक्षक दिवस पर प्रदान किया जाता है।
- इस पुरस्कार में एक रजत पदक, प्रमाण-पत्र और 50,000 रुपए दिये जाते हैं।
शिक्षक स्मृति पुरस्कार और राज्य शिक्षक सम्मान | छत्तीसगढ़ | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राज्यपाल अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्य के 54 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार 2020 से और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित 54 शिक्षकों में से प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति-पत्र, शाल और 21 हज़ार रुपए की सम्मान निधि प्रदान की गई।
- इसके अलावा प्रदेश की महान विभूतियों की स्मृति में दिये जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति-पत्र, शाल और 50 हज़ार रुपए की सम्मान निधि देकर सम्मानित किया गया।
- स्मृति पुरस्कारों की श्रेणी-
- डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार- केशव राम वर्मा (प्रधान पाठक, पंचम दीवान शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भाटापारा- बलौदाबाज़ार)
- डॉ. गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार- चोवाराम वर्मा (व्याख्याता, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केसदा, सिमगा, बलौदाबाज़ार)
- डॉ. मुकुटधर पांडेय स्मृति पुरस्कार- विजय कुमार शर्मा, (प्रधान पाठक, शासकीय उच्चतर प्राथमिक शाला कसेकेरा बागबाहरा, महासमुंद)
- डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार- कमलकिशोर ताम्रकार (शिक्षक, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला उसरीजोर, गरियाबंद)
- इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी के आमापारा स्थित आर.डी. तिवारी शासकीय अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल में आयोजित ‘शिक्षा मड़ई’ में कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिये नवाचार करने वाले राज्य के 20 शिक्षकों को सम्मानित किया।
राज्य के तीन जीआई टैग्ड उत्पादों पर डाक विभाग द्वारा जारी विशेष आवरण का विमोचन | छत्तीसगढ़ | 06 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
5 सितंबर, 2021 को राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राजभवन में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के तीन जीआई टैग्ड उत्पादों- बस्तर का आयरन क्राफ्ट, वुडेन क्राफ्ट एवं जीराफूल चावल पर भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी किये जा रहे विशेष आवरण का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की तर्ज़ पर डाक विभाग द्वारा प्रदेश के 3 जीआई टैग्ड धरोहरों पर विशेष आवरण जारी कर देश भर में फैले डाक विभाग के विशाल नेटवर्क/फिलाटेली ब्यूरो एवं काउंटरों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु यह पहल की गई है।
- इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि बस्तर आयरन क्राफ्ट एवं वुडेन क्राफ्ट (काष्ठ शिल्प) का प्रदेश की आदिवासी संस्कृति एवं इतिहास में एक अभिन्न स्थान रहा है और ये शिल्प देश-विदेश में छत्तीसगढ़ की संस्कृति की पहचान भी बने हैं।
- साथ ही उन्होंने कहा कि जीराफूल चावल, प्रदेश का पहला एवं अभी तक का एकमात्र कृषि उत्पाद है, जिसे भारत सरकार द्वारा इसकी विशेष गुणवत्ता एवं पहचान के लिये जीआई टैग प्रदान किया गया है।
- उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल भविष्य में भी राज्य के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक गौरव एवं धरोहरों का देश-विदेश में इसी प्रकार प्रचार-प्रसार में योगदान देते रहेंगे।