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अग्निवीर भारतीय सेना की गोरखा राइफल्स में शामिल
चर्चा में क्यों?
हाल ही में वाराणसी में, तीसरे बैच के अग्निवीरों ने भारतीय सेना की 3 और 9 गोरखा राइफल्स में शामिल होने के लिये ‘अंतिम पग’ पार करते हुए 39 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र (GTC) के परेड ग्राउंड पर मार्च किया।
- 3 और 9 गोरखा राइफल्स भारतीय सेना की गोरखा पैदल सेना रेजिमेंट हैं।
- ये भारतीय सेना की सात गोरखा रेजिमेंटों में से हैं। अन्य रेजिमेंट 1 GR, 4 GR, 5 GR (FF), 8 GR और 11 GR हैं।
मुख्य बिंदु:
- अग्निपथ योजना वर्ष 2022 में शुरू की गई थी। यह देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार वर्ष की अवधि के लिये सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है। सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा।
- इस योजना के तहत, प्रत्येक वर्ष लगभग 45,000 से 50,000 सैनिकों की भर्ती की जाएगी, और जिनमें से अधिकतर सिर्फ चार वर्ष में ही सेवा छोड़ देंगे।
- इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार वर्ष के लिये भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25% को 15 वर्ष तक सेवारत रखने का प्रावधान है।
- पात्रता मानदंड:
- यह केवल अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों (जो कमीशन अधिकारी के रूप में सेना में शामिल नहीं होते हैं) के लिये है।
- कमीशन अधिकारी भारतीय सशस्त्र बलों में एक विशेष रैंक रखते हैं। वे प्रायः राष्ट्रपति की संप्रभु शक्ति के तहत कमीशन रखते हैं और आधिकारिक तौर पर देश की रक्षा करने के निर्देश दिये जाते हैं।
- 17.5 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र हैं।
- यह केवल अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों (जो कमीशन अधिकारी के रूप में सेना में शामिल नहीं होते हैं) के लिये है।
- उद्देश्य:
- इससे भारतीय सशस्त्र बलों की औसत आयु प्रोफ़ाइल में लगभग 4 से 5 वर्ष की कमी आने की उम्मीद है।
- इस योजना का लक्ष्य है कि आज सेना में जो औसत आयु 32 वर्ष है, वह छह से सात वर्षों में घटकर 26 वर्ष हो जाएगी।
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IIT-BHU में फैकल्टी इंडक्शन
चर्चा में क्यों?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा प्रायोजित मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत IIT (BHU), वाराणसी में 24 दिवसीय फैकल्टी इंडक्शन कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
मुख्य बिंदु:
- इस गहन कार्यक्रम में पूरे भारत से 40 प्रतिष्ठित संकाय सदस्य भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देना और शैक्षणिक कौशल को बढ़ाना है।
- मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम:
- इसका उद्देश्य पूरे भारत में 15 लाख शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के लक्ष्यों को पूरा करने के लिये आवश्यक कौशल से लैस करना है।
- कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के लिये अनुकूलित प्रशिक्षण प्रदान करके शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
- मानव संसाधन विकास केंद्रों (HRDC) का नाम बदलकर मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र करने की भी घोषणा की गई।
- इसका उद्देश्य पूरे भारत में 15 लाख शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के लक्ष्यों को पूरा करने के लिये आवश्यक कौशल से लैस करना है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
- यह 28 दिसंबर, 1953 को अस्तित्त्व में आया और विश्वविद्यालय शिक्षा में शिक्षण, परीक्षा एवं अनुसंधान के मानकों के समन्वय, निर्धारण तथा रखरखाव के लिये वर्ष 1956 में संसद के एक अधिनियम द्वारा एक वैधानिक निकाय बन गया।
- UGC का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
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