बिहार Switch to English
बिहार में बिजली गिरने से मौत
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बिहार के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने से कम-से-कम 12 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने इन मौतों पर अपनी संवेदना व्यक्त की और प्रत्येक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
- अनुग्रहपूर्वक भुगतान का अर्थ है किसी संगठन या सरकार द्वारा दावों और क्षतियों के लिये व्यक्तियों को किया जाने वाला भुगतान।
मुख्य बिंदु
- मुख्यमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने और आँधी-तूफान के दौरान घर पर रहने को कहा है।
- उन्होंने नागरिकों को राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा आँधी-तूफान और अत्यधिक वर्षा के संबंध में जारी की गई सलाह का पालन करने के लिये भी प्रोत्साहित किया है।
- बिहार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2023-2024 के अनुसार, राज्य में वर्ष 2022-23 में बिजली और वज्रपात से संबंधित 400 मौतें हुईं तथा सबसे ज़्यादा मौतें गया (46), भोजपुर (23) और नवादा (21) में हुईं।
- राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 में आपदा प्रबंधन के लिये 430 करोड़ रुपए आवंटित किये और इसमें से 285.22 करोड़ रुपए बिजली गिरने तथा डूबने जैसी स्थानीय आपदाओं के लिये खर्च किये गए।
बिजली चमकना
- यह "मेघ और ज़मीन के बीच या बादल के भीतर बहुत कम अवधि तथा उच्च वोल्टेज के विद्युत निर्वहन" की प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसके साथ एक चमकदार चमक, एक तेज़ आवाज़ एवं कभी-कभी आँधी भी आती है।
- आकाशीय बिजली एक शक्तिशाली और दृश्यमान विद्युत घटना है जो तब घटित होती है जब बादलों के अंदर एवं बादलों तथा ज़मीन के बीच विद्युत आवेश का निर्माण होता है।
राजस्थान Switch to English
भारत करेगा तरंग शक्ति की मेज़बानी
चर्चा में क्यों?
सूत्रों के अनुसार, भारत दो चरणों में तमिलनाडु और राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय वायु अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ की मेज़बानी करेगा।
मुख्य बिंदु
- यह भारत में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अभ्यास होगा, जिसमें 51 देशों को निमंत्रण दिया गया है।
- भारतीय वायु सेना को दस देशों से उनकी संपत्तियों के साथ भाग लेने तथा 18 देशों से पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेने की पुष्टि प्राप्त हो चुकी है।
- अभ्यास का पहला चरण 6 अगस्त से 14 अगस्त तक तमिलनाडु के सुलूर में आयोजित किया जाएगा और फ्राँस, जर्मनी, स्पेन तथा यूनाइटेड किंगडम सहित चार देश अपने साजो-सामान के साथ इसमें भाग लेंगे।
- दूसरा चरण 1 से 14 सितंबर तक राजस्थान के जोधपुर में आयोजित किया जाएगा और इसमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ग्रीस, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात तथा अमेरिका अपने संसाधनों के साथ भाग लेंगे।
- इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना के F-18, A-18, C-130 विमान, F-16 विमान, A-10, KC-130 विमान, KC-135 विमान भाग लेंगे।
- इसका उद्देश्य सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना और भारत के रक्षा उद्योग को उज़ागर करना है, जो देश के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण का समर्थन करता है।
- इसका उद्देश्य सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना और भारत के रक्षा उद्योग को उज़ागर करना है, जो देश के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण का समर्थन करता है।
उत्तराखंड Switch to English
दुर्लभ आर्किड प्रजातियाँ
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड वन विभाग के दो अनुसंधान सहयोगियों ने पिथौरागढ़ ज़िले के मुनस्यारी तहसील के गिनी बैंड में एक दुर्लभ आर्किड प्रजाति, कैलेंथे डेविडी, पाई ।
मुख्य बिंदु
- भारत में आर्किड की 244 प्रजातियाँ पाई जाती हैं तथा उत्तराखंड में इनमें से 120 प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ अत्यंत दुर्लभ हैं।
- ऐसी ही एक दुर्लभ प्रजाति है कैलन्थे डेविडी, जो एक स्थलीय पौधा है जो गुच्छों में उगता है और 40 से 90 सेंटीमीटर तक की ऊँचाई तक पहुँचता है।
- इस प्रजाति की खोज सबसे पहले पश्चिमी हिमालय में की गई थी, जिसमें उत्तराखंड में मसूरी और मायाबस्ती, हिमाचल प्रदेश में चंबा, जम्मू-कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।
- उत्तराखंड में यह पहली बार वर्ष 1898 में मसूरी में और वर्ष 2002 में चंपावत में पाया गया था।
- मौसमी बकरी चराने की गतिविधियों के कारण यह प्रजाति खतरे में है।
- ऐसी ही एक दुर्लभ प्रजाति है कैलन्थे डेविडी, जो एक स्थलीय पौधा है जो गुच्छों में उगता है और 40 से 90 सेंटीमीटर तक की ऊँचाई तक पहुँचता है।
- इसके जवाब में उत्तराखंड वन अनुसंधान विंग ने इस प्रजाति के संरक्षण के लिये चमोली ज़िले में स्थित एक नर्सरी में पौधों की खेती के प्रयास शुरू किये हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
महानदी में बाढ़ का खतरा नहीं
चर्चा में क्यों?
सरकारी अधिकारियों के अनुसार महानदी नदी प्रणाली पर बाढ़ का कोई डर नहीं है।
मुख्य बिंदु
- महानदी प्रणाली गोदावरी और कृष्णा के बाद प्रायद्वीपीय भारत की तीसरी सबसे बड़ी नदी है तथा ओडिशा राज्य की सबसे बड़ी नदी है
- नदी का जलग्रहण क्षेत्र छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र तक विस्तृत है
- इसका बेसिन उत्तर में मध्य भारत की पहाड़ियों, दक्षिण और पूर्व में पूर्वी घाट तथा पश्चिम में मैकाल रेंज से घिरा है
- स्रोत:
- यह नदी छत्तीसगढ़ राज्य में रायपुर के निकट सिहावा के निकट अमरकंटक के दक्षिण में स्थित स्थान से निकलती है।
- प्रमुख सहायक नदियाँ:
- शिवनाथ, हसदेव, मांड और इब नदियाँ महानदी में बायीं ओर से मिलती हैं जबकि ओंग, तेल तथा जोंक नदियाँ इसमें दायीं ओर से मिलती हैं।
- महानदी विवाद:
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में महानदी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया।
- महानदी पर प्रमुख बाँध/परियोजनाएँ:
- हीराकुंड बाँध भारत का सबसे लंबा बाँध है।
- रविशंकर सागर, दुधावा जलाशय, सोंदुर जलाशय, हसदेव बांगो और तंदुला अन्य प्रमुख परियोजनाएँ हैं।
- शहरी केंद्र:
- इस बेसिन में तीन महत्त्वपूर्ण शहरी केंद्र रायपुर, दुर्ग और कटक हैं।
- उद्योग:
- महानदी बेसिन अपने समृद्ध खनिज संसाधन और पर्याप्त ऊर्जा संसाधन के कारण अनुकूल औद्योगिक जलवायु है।
- भिलाई में लोहा और इस्पात संयंत्र
- हीराकुंड और कोरबा में एल्युमीनियम कारखाने
- कटक के पास पेपर मिल
- सुंदरगढ़ में सीमेंट कारखाना।
- मुख्यतः कृषि उपज पर आधारित अन्य उद्योग चीनी और कपड़ा मिलें हैं।
- कोयला, लोहा और मैंगनीज़ का खनन अन्य औद्योगिक गतिविधियाँ हैं।
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