आजू गुजा | राजस्थान | 03 Mar 2025
चर्चा में क्यों?
22-23 फरवरी 2025 को राजस्थान के बीकानेर में पहला बाल महोत्सव 'आजू गुजा' आयोजित किया गया।
मुख्य बिंदु
- महोत्सव के संदर्भ में:
- इस महोत्सव का आयोजन ज़िला प्रशासन द्वारा किया गया, जिसमें देश भर से 50 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया।
- महोत्सव के दौरान बच्चों को नृत्य, संगीत, चित्रकला और कई अन्य कला रूपों से परिचित कराया गया।
- कला एवं शिल्प गतिविधियाँ:
- इस महोत्सव में बच्चों ने कठपुतली, कथा-कारिता, रंगमंच, चित्रकला, मूकाभिनय, विदूषक करतब, क्लाउन शो, वाक्चातुर्य, कावड़, बायस्कोप तथा लोक संगीत एवं नृत्य सहित अनेक जीवंत प्रस्तुतियों से मन मोह लिया।
- विभिन्न प्रकाशकों द्वारा बाल साहित्य की पुस्तकों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिनमें प्रमुख हैं प्रथम, नेशनल बुक ट्रस्ट, एकलव्य, अमर चित्र कथा, आदिदेव, राज कॉमिक्स और कैलास्टिक।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT)
- NBT, इंडिया वर्ष 1957 में भारत सरकार (उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय) द्वारा स्थापित एक सर्वोच्च निकाय है।
- NBT के उद्देश्य हैं:
- अंग्रेज़ी, हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में अच्छे साहित्य का सृजन एवं प्रोत्साहन करना।
- इस तरह के साहित्य को जनता को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराना।
- पुस्तक सूची प्रकाशित करना, पुस्तक मेले/प्रदर्शनी और सेमिनार आयोजित करना तथा लोगों को पुस्तक के प्रति रुचि रखने वाला बनाने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाना।
सैन्य अभ्यास डेज़र्ट हंट- 2025 | राजस्थान | 03 Mar 2025
चर्चा में क्यों?
भारतीय वायु सेना ने 24 से 28 फरवरी, 2025 तक वायु सेना स्टेशन जोधपुर में एकीकृत त्रि-सेवा विशेष बल अभ्यास, एक्सरसाइज़ डेज़र्ट हंट- 2025 का आयोजन किया।
मुख्य बिंदु
- विशेष बलों की भागीदारी:
- उद्देश्य और प्रमुख फोकस क्षेत्र:
- इस अभ्यास का उद्देश्य तीन विशेष बल इकाइयों के बीच अंतर-संचालन, समन्वय एवं तालमेल को बढ़ाना था।
- इसमें उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- इस अभ्यास में हाई-इंटेंसिटी वाले अभ्यास शामिल थे, जिनमें शामिल हैं:
- एयरबॉर्न इंसर्शन
- प्रिसिज़न स्ट्राइक
- बंधक बचाव अभियान
- आतंकवाद विरोधी मिशन
- कॉम्बैट फ्री-फॉल्स
- अर्बन वॉरफेयर सिनेरियो
- विशेष बलों ने अपनी युद्ध तत्परता का परीक्षण करने के लिये वास्तविक परिस्थितियों में सैन्य अभ्यास किया।
- पर्यवेक्षण और रणनीतिक महत्त्व:
- वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने संयुक्त परिचालन सिद्धांतों को मान्य करने के लिये अभ्यास का पर्यवेक्षण किया।
- इस अभ्यास ने निर्बाध अंतर-सेवा सहयोग को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया।