हरियाणा Switch to English
सोलर वाटर पम्पिंग सिस्टम पर किसानों को सब्सिडी
चर्चा में क्यों?
हरियाणा सरकार की ओर से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान ( पीएम-कुसुम) योजना के तहत 75 प्रतिशत अनुदान पर सोलर वाटर पम्पिंग सिस्टम के लिये ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर 19 जनवरी 29 जनवरी 2024 तक किये जा सकेंगे।
मुख्य बिंदु:
- पीएम-कुसुम योजना के माध्यम से राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करके सिंचाई का अवसर प्रदान करना है।
- इसके तहत 3 Hp से 10 Hp सोलर वाटर पम्पिंग सिस्टम के लिये आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं। इस वर्ष के लक्षित लाभार्थियों का चयन परिवार की वार्षिक आय व भूमि धारण के आधार पर किया जाएगा।
- चयनित लाभार्थी मूल्य निर्धारण के उपरांत आवेदक सरकार द्वारा सूचीबद्ध कंपनी का चयन करके लाभार्थी हिस्सा जमा करवा सकेंगे, जिसकी सूचना आपको पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगी।
- हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण के सर्वेक्षण के अनुसार उन गाँवों जहाँ भूजल स्तर 100 फीट से नीचे चला गया है, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की व्यवस्था अनिवार्य है।
- अन्य किसानों को भूमिगत पाइप लाइन या सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को लगाना अनिवार्य होगा। धान उगाने वाले किसान जिनके क्षेत्र में भूजल स्तर 40 मीटर से नीचे गिर गया है वह किसान इस योजना के पात्र नहीं है।
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान ( पीएम-कुसुम)
- पीएम-कुसुम भारत सरकार द्वारा वर्ष 2019 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य सौर ऊर्जा समाधानों को अपनाने को बढ़ावा देकर कृषि क्षेत्र में बदलाव लाना है।
- यह मांग-संचालित दृष्टिकोण पर कार्य करती है। विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (UT) से प्राप्त मांगों के आधार पर क्षमताओं का आवंटन किया जाता है।
- विभिन्न घटकों और वित्तीय सहायता के माध्यम से पीएम-कुसुम का लक्ष्य 31 मार्च, 2026 तक 30.8 गीगावॉट की महत्त्वपूर्ण सौर ऊर्जा क्षमता वृद्धि हासिल करना है।
राजस्थान Switch to English
राजस्थान प्रेरणा स्कूल शुरू करेगा
चर्चा में क्यों?
राजस्थान सरकार गुजरात के मेहसाणा ज़िले के अनुभव से सीख लेते हुए प्रेरणा स्कूल विकसित करने की योजना बना रही है।
मुख्य बिंदु:
- इसका उद्देश्य छात्रों को विभिन्न छात्रों के साथ बातचीत करके तकनीकी प्रगति, जीवन कौशल और अन्य कौशल के विषय में सीखना है।
- शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई पहल, प्रेरणा: एक अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को सार्थक, अद्वितीय और प्रेरणादायक अनुभव प्रदान करना है, उन्हें नेतृत्व गुणों के साथ सशक्त बनाना है।
- प्रेरणा कार्यक्रम वर्तमान में गुजरात के एक स्थानीय स्कूल में चल रहा है, जो कक्षा IX से XII के चयनित छात्रों के लिये एक सप्ताह का आवासीय कार्यक्रम है।
- यह सर्वोत्तम श्रेणी की तकनीक वाले छात्रों के लिये एक अनुभवात्मक और प्रेरणादायक शिक्षण कार्यक्रम है जहाँ विरासत नवाचार से मिलती है।
- इस पहल के लिये, देश के विभिन्न हिस्सों से हर हफ्ते 20 चयनित छात्र जिनमें 10 लड़के और 10 लड़कियाँ शामिल हैं, कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इस स्कूल के लिये पाठ्यक्रम IIT द्वारा तैयार किया गया है।
झारखंड Switch to English
भ्रष्टाचार के मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री गिरफ्तार
चर्चा में क्यों?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पार्टी के हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है तथा सात घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्य बिंदु:
- JMM पार्टी ने परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को पूर्वी राज्य का अगला मुख्यमंत्री नामित किया है।
- उनके खिलाफ मामला राँची शहर में कथित तौर पर उनके स्वामित्व वाली ज़मीन के एक हिस्से से संबंधित है।
- ED के अनुसार, यह संपत्ति भारतीय सेना के स्वामित्व वाली ज़मीन को अवैध रूप से बेचकर "प्रोसेड्स ऑफ क्राइम" के माध्यम से खरीदी गई थी।
- हेमंत सोरेन ने आरोप से इनकार करते हुए दावा किया है कि संपत्ति पर "स्वामित्व का आरोप गलत तरीके से लगाया गया है"।
- ने उनके खिलाफ जाँच को राजनीति से प्रेरित ''विच-हंट'' बताया है।
- कई अन्य मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ में वेतन वृद्धि और महिला सशक्तीकरण योजना लागू
चर्चा में क्यों?
हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों का पारिश्रमिक 4,000 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 5,500 रुपए करने और ‘महतारी वंदन’ योजना लागू करने का निर्णय लिया।
मुख्य बिंदु:
- कैबिनेट बैठक में सरकार ने 'महतारी वंदन योजना' (Mahtari Vandan Yojana) को मंज़ूरी दे दी है। इस योजना के तहत राज्य में विवाहित महिलाओं को 1,000 रुपए प्रतिमाह ( कुल 12,000 रुपए सालाना) वित्तीय सहायता दी जाएगी, जो प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाएगी।
- इस योजना का उद्देश्य राज्य में महिलाओं के बीच लैंगिक भेदभाव, असमानता और जागरूकता की कमी को समाप्त करना तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार करना है।
- लाभ उन विवाहित महिलाओं को मिलेगा जो 1 जनवरी, 2024 तक 21 वर्ष या उससे अधिक आयु के साथ छत्तीसगढ़ की मूल निवासी हैं। विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्त महिलाएँ भी योजना के लिये पात्र हैं।
- तेंदूपत्ता संग्राहकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये एक नई योजना लागू की जाएगी, जिसमें 75% वित्तीय सहायता सरकार द्वारा और शेष 25% छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज (व्यापार और विकास) सहकारी संघ द्वारा प्रदान की जाएगी।
- मंत्रिमण्डल ने छत्तीसगढ़ राज्य में भारत (BH) शृंखला वाहन पंजीयन लागू करने का भी निर्णय लिया है।
- भारत सरकार द्वारा लागू की गई BH शृंखला के तहत दोपहिया और चौपहिया वाहनों को एक बार में दो साल का टैक्स देना होगा।
- छत्तीसगढ़ वस्तु और सेवा कर (संशोधन) विधेयक-2024 के प्रारूप का भी अनुमोदन किया गया।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ के बस्तर में मिली माओवादियों की सुरंग
चर्चा में क्यों?
हाल ही में माओवाद प्रभावित बीजापुर में एक ऑपरेशन से लौट रहे सैनिकों को नक्सलियों द्वारा खोदी गई 130 फीट लंबी सुरंग का पता चला है।
मुख्य बिंदु:
- लगभग दो दशक पहले उग्रवाद शुरू होने के बाद से यह बस्तर में इस तरह की पहली खोज है और इसने उग्रवाद विरोधी अभियानों में जटिलता की एक परत जोड़ दी है।
- ज़िला रिज़र्व गार्ड के जवानों को रायपुर से लगभग 330 किमी. दक्षिण में इंद्रावती के तट पर ताड़ोपोट गाँव के पास सुरंग मिली।
- ऐसी सुरंग की खोज से संकेत मिलता है कि माओवादी सुरक्षा अभियानों और हवाई निगरानी को तेज़ करने से निपटने के लिये रणनीति बदल रहे हैं।
भारत में वामपंथी उग्रवाद
- वामपंथी उग्रवादियों को विश्व के अन्य देशों में माओवादियों के रूप में और भारत में नक्सलियों के रूप में जाना जाता है।
- नक्सलवाद शब्द का नाम पश्चिम बंगाल के गाँव नक्सलबाड़ी से लिया गया है। इसकी शुरुआत स्थानीय ज़मींदारों के खिलाफ विद्रोह के रूप में हुई, जिन्होंने भूमि विवाद पर एक किसान की पिटाई की थी।
- विद्रोह की शुरुआत वर्ष 1967 में कानू सान्याल और जगन संथाल के नेतृत्व में मेहनतकश किसानों को भूमि के उचित पुनर्वितरण के उद्देश्य से की गई थी।
- यह आंदोलन छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे कम विकसित पूर्वी भारत के राज्यों में फैल गया है।
- यह माना जाता है कि नक्सली माओवादी राजनीतिक भावनाओं और विचारधारा का समर्थन करते हैं।
- माओवाद, साम्यवाद का एक रूप है जो माओत्सेतुंग द्वारा विकसित किया गया है। इस सिद्धांत के समर्थक सशस्त्र विद्रोह, जनसमूह और रणनीतिक गठजोड़ के संयोजन से राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा करने में विश्वास रखते हैं।
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