मोरनी के जंगल में भीषण आग | हरियाणा | 01 Jun 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में हरियाणा के हिल स्टेशन मोरनी हिल्स में 46°C से अधिक तापमान के कारण जंगल में भीषण आग लग गई।
मुख्य बिंदु:
- अत्यधिक गर्मी और शुष्क परिस्थितियों के कारण आग पहाड़ियों के एक बड़े क्षेत्र में तेज़ी से फैल गई तथा झाड़ियों एवं पेड़ों को अपनी चपेट में ले लिया। शिवालिक पर्वतमाला के निचले हिस्से में स्थित मोरनी हिल्स, समुद्र तल से लगभग 3,600 फीट की ऊँचाई पर स्थित विविध प्रकार के पौधों और जानवरों का निवास स्थल है।
- हरियाणा के विभिन्न भागों में विभिन्न पहाड़ियाँ और श्रेणियाँ पाई जाती हैं।
- शिवालिक पर्वतमाला हरियाणा के उत्तर में स्थित है तथा अरावली पर्वतमाला दक्षिण-पश्चिम से हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली तक फैली हुई है।
- हरियाणा का एकमात्र हिल स्टेशन, मोरनी हिल्स पंचकूला ज़िले में स्थित है, जबकि महेंद्रगढ़ ज़िले में स्थित ढोसी हिल्स विलुप्त ज्वालामुखी के लिये जाना जाता है।
अरावली पर्वत शृंखला
- अरावली विश्व के सबसे प्राचीनतम वलित अवशिष्ट पर्वतों में से एक है, जो मुख्य रूप से वलित चट्टानों से बना है। यह गठन प्रोटेरोज़ोइक युग (2500-541 मिलियन वर्ष पूर्व) के दौरान टेक्टोनिक प्लेटों के अभिसरण के परिणामस्वरूप हुआ।
- भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) की रिपोर्ट में अरावली रेंज की पहाड़ियों को और उनके निचले भागों के नज़दीक एक समान 100 मीटर चौड़ा बफर ज़ोन शामिल करने के रूप में परिभाषित किया गया है।
- इसकी ऊँचाई 300 से 900 मीटर है। राजस्थान में सांभर सिरोही रेंज और सांभर खेतड़ी रेंज दो प्राथमिक श्रेणियाँ हैं जो पर्वतों का निर्माण करती हैं।
- माउंट आबू पर गुरु शिखर, अरावली रेंज (1,722 मीटर) की सबसे ऊँची चोटी है।
- इसके आस-पास के प्रमुख जनजातीय समुदायों में भील, भील-मीणा, मीना, गरासिया और अन्य शामिल हैं।
- सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2009 में हरियाणा के फरीदाबाद, गुणगाँव (अब गुरुग्राम) और नूँह ज़िलों की अरावली रेंज में खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया।