उत्तर प्रदेश में आधे से अधिक स्टार्टअप का नेतृत्व महिलाएँ कर रही हैं | 06 Dec 2024

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश में पंजीकृत स्टार्टअप्स में से आधे से अधिक का नेतृत्व अब महिलाएँ कर रही हैं, जो राज्य के प्रगतिशील व्यापार परिदृश्य को दर्शाता है। 

मुख्य बिंदु

  • उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के अनुसार, राज्य में 13,370 से अधिक स्टार्टअप्स में से 6,812 से अधिक, यानी लगभग 51%, महिला उद्यमियों द्वारा संचालित हैं।
  • राज्य की स्टार्टअप नीति, जिसे शुरू में वर्ष 2020 में प्रस्तुत किया गया था और वर्ष 2022 में संशोधित किया गया था, का उद्देश्य सभी 75 ज़िलों में 100 इनक्यूबेटर स्थापित करना है, जो नए उद्यमों के लिये एक दृढ़ बुनियादी ढाँचा प्रदान करेगा। 
    • नीति में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिये विशेष रूप से तैयार की गई वित्तीय प्रोत्साहन और सहायता प्रणालियाँ भी शामिल हैं।
  • उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप्स ने सामूहिक रूप से 100,000 से अधिक नौकरियाँ  सृजित की हैं, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। 
  • एकल खिड़की मंज़ूरी प्रणाली, 'निवेश मित्र' जैसी पहल, व्यापार अनुकूल वातावरण बनाने में सहायक रही हैं। 
    • इसकी निपटान दर 97.22% है, जिसके कारण इसे केंद्र सरकार से पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है।
  • भविष्य को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ में भारत का पहला कृत्रिम बुद्धिमत्ता शहर विकसित करने और AI पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिये एक विशेष कोष स्थापित करने की योजना बना रही है। 
    • इन पहलों से तकनीकी स्टार्टअप और नवाचार के केंद्र के रूप में राज्य की लोकप्रियता में और वृद्धि होने की आशा है।