उत्तराखंड जीवन-यापन सुधार परियोजना | 07 Nov 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत सरकार और एशियाई विकास बैंक (ADB) ने उत्तराखंड में जलापूर्ति, स्वच्छता और शहरी गतिशीलता सहित शहरी सेवाओं को बढ़ाने के लिये 200 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण पर हस्ताक्षर किये।

मुख्य बिंदु

  • परियोजना के उद्देश्य:
    • यह परियोजना भारत के शहरी विकास एजेंडे और शहरी सेवाओं में सुधार के उत्तराखंड के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य शहरों में बेहतर जीवन-यापन और स्थायित्व सुनिश्चित करना है।
    • यह उत्तराखंड की आबादी को बाढ़ और भूस्खलन जैसे खतरों से बचाने के लिये जलवायु और आपदा-रोधी शहरी बुनियादी ढाँचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा।
  • परियोजना के अंतर्गत शामिल पहल:
    • उत्तराखंड के आर्थिक केंद्र हल्द्वानी में प्रमुख उन्नयन:
      • हल्द्वानी में जलवायु-अनुकूल सड़कें विकसित की जाएंगी, साथ ही कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली, CNG बसें और इलेक्ट्रिक बस पायलट भी विकसित किये जाएंगे।
      • इस परियोजना में वर्षा जल निकासी और सड़क किनारे नालियों का निर्माण तथा बाढ़ से निपटने के लिये पूर्व चेतावनी प्रणाली का क्रियान्वयन शामिल है।
      • हरित -प्रमाणित प्रशासनिक परिसर और बस टर्मिनल से सार्वजनिक सेवा वितरण में वृद्धि होगी।
  • चार शहरों में जलापूर्ति और स्वच्छता में सुधार:
    • चंपावत, किच्छा, कोटद्वार और विकासनगर में परियोजना का लक्ष्य 100% जल सेवा कवरेज, जलवायु-अनुकूल पाइपलाइनें, ट्यूबवेल, नए जलाशय और जल उपचार संयंत्र स्थापित करना है।
    • सीवेज उपचार सुविधाओं के माध्यम से स्वच्छता कवरेज को बढ़ाया जाएगा।
    • महिला सशक्तीकरण एवं आजीविका के अवसर:
      • इस परियोजना के तहत महिलाओं को बस चलाने, टिकट बुक करने और इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों के प्रबंधन जैसे कौशल प्रशिक्षण प्रदान किये जाएंगे।
      • यह परियोजना कमज़ोर परिवारों की महिलाओं सहित महिलाओं को जल एवं स्वच्छता सेवाओं के संचालन एवं प्रबंधन में प्रशिक्षित करेगी।

एशियाई विकास बैंक (ADB)

  • ADB एक बहुपक्षीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना वर्ष 1966 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक विकास और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
  • इसका मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में है और इसके 69 सदस्य हैं। 
  • यह एक बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा शासित होता है और सदस्यों के योगदान, ऋण से अर्जित आय तथा ऋण पुनर्भुगतान के माध्यम से वित्त पोषित होता है।

यूरोपीय निवेश बैंक (EIB)

  • इसकी स्थापना वर्ष 1958 में हुई थी और यह यूरोपीय संघ की ऋणदाता शाखा है। 
  • यह विश्व की सबसे बड़ी बहुपक्षीय वित्तीय संस्थाओं में से एक है तथा जलवायु वित्त का सबसे बड़ा प्रदाता है
  • वर्ष 1993 से, EIB धारणीय शहरी परिवहन और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश करके भारत की उभरती हरित महत्वाकांक्षाओं का समर्थन कर रहा है।