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उत्तराखंड

हमले के बाद उत्तराखंड साइबर सुरक्षा समीक्षा

  • 07 Oct 2024
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में, मैलवेयर हमले के कारण उत्तराखंड के डेटा सेंटर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था, जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा साइबर सुरक्षा की समीक्षा की गई थी।

मुख्य बिंदु 

  • साइबर हमले की घटना:
  • साइबर सुरक्षा संवर्द्धन:
    • मुख्यमंत्री ने राज्य डेटा सेंटर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा ऑडिट के निर्देश दिये।
    • साइबर सुरक्षा में अन्य राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों से सर्वोत्तम प्रथाओं के अध्ययन और कार्यान्वयन का निर्देश दिया ।
    • ITDA के तकनीकी कार्य की समीक्षा करने तथा लापरवाही पाए जाने पर संभावित कार्यवाही का आदेश दिया गया।
  • कार्मिक एवं प्रशिक्षण:
    • ITDA में कार्मिकों के रिक्त पदों को भरने तथा कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गए।
    • भविष्य में होने वाली घटनाओं को रोकने के लिये प्रत्येक सरकारी कार्यालय में एंटी-वायरस सिस्टम को अद्यतन करना सुनिश्चित किया गया।
  • क्षति नियंत्रण:
    • वर्चुअल मशीनों पर मैलवेयर हमले से कोई डेटा हानि की सूचना नहीं मिली।
    • 1378 मशीनों में से 11 प्रभावित हुईं।
    • ई-ऑफिस और CM हेल्पलाइन जैसी साइटें पहले ही बहाल कर दी गई हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (Information Technology Development Agency- ITDA)

  • सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (ITDA) उत्तराखंड सरकार के अधीन एक स्वतंत्र और स्वायत्त निकाय है।
  • इसका प्राथमिक मिशन उत्तराखंड में सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र के विकास को गति देना और पूरे राज्य में ई-गवर्नेंस परियोजनाओं को लागू करना है।
  • ITDA सरकारी विभागों को सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित इनपुट और सहायता प्रदान करता है, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देता है, सूचना प्रौद्योगिकी मानव संसाधन विकास को सुविधाजनक बनाता है, तथा प्रौद्योगिकी में नवाचार को प्रोत्साहित करता है। 
  • इसके अलावा, यह सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाओं (ITeS), सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) और इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित कार्य भी करता है।

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