उत्तराखंड
उत्तराखंड में सिल्क्यारा सुरंग
- 17 Apr 2025
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चर्चा में क्यों?
16 अप्रैल, 2025 को उत्तराखंड में 4.53 किमी. लंबी सिल्क्यारा सुरंग की खुदाई पूरी हो गई, जिसका नाम स्थानीय देवता बाबा बौखनाग के नाम पर रखा गया।
मुख्य बिंदु
- मंदिर का उद्घाटन:
- राज्य के मुख्यमंत्री ने सिल्क्यारा सुरंग के मुहाने पर बाबा बौखनाग मंदिर का उद्घाटन किया।
- उन्होंने सुरंग निर्माण में हुई सफलता को उन्नत इंजीनियरिंग, विश्वास और समर्पण का प्रतीक बताया।
- सुरंग के निर्माण का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL), जो सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, द्वारा हैदराबाद स्थित नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी को सौंपा गया था।
- चार धाम संपर्क और सामरिक महत्त्व:
- यह डबल लेन सुरंग, चारधाम बारहमासी सड़क परियोजना का हिस्सा है तथा एक प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजना है।
- 1,384 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली इस सुरंग से गंगोत्री और यमुनोत्री के बीच की दूरी 25 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे क्षेत्रीय संपर्क में सुधार होगा।
चार धाम यात्रा
- यमुनोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
- समर्पित: देवी यमुना।
- गंगा नदी के बाद यमुना नदी भारत की दूसरी सबसे पवित्र नदी है।
- गंगोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
- समर्पित: देवी गंगा।
- सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
- केदारनाथ धाम:
- स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला।
- समर्पित: भगवान शिव।
- मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
- भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक।
- बद्रीनाथ धाम:
- स्थान: चमोली ज़िला।
- पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का स्थान।
- समर्पित: भगवान विष्णु।
- वैष्णवों के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक