शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस | 31 Jul 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि 31 जुलाई को शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस के सम्मान में राजपत्रित अवकाश रहेगा।

मुख्य बिंदु 

  • अवकाश की घोषणा: हरियाणा सरकार ने शहीद उधम सिंह बलिदान दिवस हेतु 31 जुलाई को राजपत्रित अवकाश घोषित किया है।
  • स्कूल में अवकाश: इस घोषणा के परिणामस्वरूप गुड़गाँव और फरीदाबाद सहित संपूर्ण राज्य में सभी सरकारी और निजी स्कूल में अवकाश रहेगा।
  • सार्वजनिक अवकाश की घोषणा: विगत वर्ष दिसंबर में हरियाणा सरकार ने 2024 के लिये सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की, जिसमें शहीद उधम सिंह और अन्य शहीदों के सम्मान में 31 जुलाई, 2024 को सभी सार्वजनिक कार्यालयों, स्कूलों एवं कॉलेजों को बंद करने का निर्णय किया गया था।
  • शहीद उधम सिंह की महत्ता: शहीद उधम सिंह को जलियाँवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिये  इसके मास्टरमाइंड माइकल ओ'डायर की हत्या करने के लिये जाना जाता है।

उधम सिंह

  • उधम सिंह का जन्म वर्ष 1899 में पंजाब के संगरूर ज़िले के सुनाम में हुआ और उन्हें शहीद-ए-आज़म सरदार उधम सिंह भी कहा जाता है जिसका अर्थ 'महान शहीद' होता है।
  • उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी क्रांतिकारियों में से एक माना जाता है।
  • 13 अप्रैल, 1919 को जलियाँवाला बाग नरसंहार के बाद वे क्रांतिकारी गतिविधियों और राजनीति में अधिक सक्रिय हुआ। वे भगत सिंह से बहुत प्रभावित थे।
  • वर्ष 1924 में वह गदर पार्टी में शामिल हुए और औपनिवेशिक शासन का समूल नाश करने उद्देश्य से प्रवासी भारतीयों को संगठित किया।
  • 1927 में क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम देने के लिये सहयोगियों और हथियारों के साथ भारत लौटते समय, उन्हें अवैध रूप से आयुध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया तथा पाँच वर्ष का कारावास दिया गया।
  • 13 मार्च, 1940 को सिंह ने कैक्सटन हिल में ईस्ट इंडिया एसोसिएशन और रॉयल सेंट्रल एशियन सोसाइटी की एक बैठक में जनरल डायर की जगह माइकल ओ'डायर को गोली मार दी।
  • उन्हें मृत्युदंड दिया गया और 31 जुलाई, 1940 को लंदन की पेंटनविल जेल में फाँसी की सज़ा दी गई।