मध्य प्रदेश
संपदा 2.0: एक पूर्णतया डिजिटल और सुरक्षित ई-रजिस्ट्री प्रणाली
- 10 Oct 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में, मध्य प्रदेश भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने सम्पदा 2.0 नामक अत्याधुनिक ई-रजिस्ट्री प्रणाली शुरू की है, जिससे दस्तावेज़ पंजीकरण पूरी तरह से डिजिटल और सुरक्षित हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- संपदा 2.0:
- संपदा 2.0 दस्तावेज़ पंजीकरण सॉफ्टवेयर और मोबाइल ऐप का नया संस्करण है।
- मध्य प्रदेश दस्तावेज़ पंजीकरण प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाने वाला पहला राज्य है।
- यह प्रणाली पंजीकरण के लिये उप-पंजीयक कार्यालय जाने की आवश्यकता को समाप्त कर देती है, जिससे प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और कागज़रहित हो जाती है।
- आधार से जुड़ी सुरक्षा:
- दस्तावेज़ों और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये पूरी प्रणाली को आधार से जोड़ा गया है।
- हस्ताक्षर के स्थान पर आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों के माध्यम से OTP सत्यापन किया जाता है।
- रजिस्ट्री लिंक सहित सभी सूचनाएँ उपयोगकर्त्ताओं को व्हाट्सएप, ईमेल और आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों के माध्यम से भेजी जाएंगी।
- पंजीकरण के लिये तीन विकल्प:
- वीडियो KYC: पक्षकार वीडियो लिंक का उपयोग करके घर से ही दस्तावेज़ों का पंजीकरण कर सकते हैं।
- सेवा प्रदाता के माध्यम से: दस्तावेज़ों को पंजीकृत सेवा प्रदाता के माध्यम से पंजीकृत किया जा सकता है।
- उप-पंजीयक कार्यालय में: पक्षकार पंजीकरण के लिये उप-पंजीयक कार्यालय में जाना चुन सकते हैं।
- संपदा 2.0 की अनूठी विशेषताएँ:
- जियो-टैगिंग: जियो-टैगिंग का उपयोग करके संपत्तियों की पहचान की जाएगी और मूल्यांकन एवं स्टांप ड्यूटी विवरण स्वचालित रूप से प्राप्त किये जाएंगे।
- कागज़ रहित प्रक्रिया: कोई भौतिक प्रिंट प्रदान नहीं किया जाएगा। इसके बजाय, रजिस्ट्री को ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से PDF फाइलों के रूप में भेजा जाएगा।
- गवाहों की आवश्यकता नहीं: नई प्रणाली पंजीकरण के दौरान गवाहों की आवश्यकता को समाप्त कर देती है।
- वास्तविक समय डेटा एकीकरण: संपत्ति विवरण के लिये विभिन्न विभागों (राजस्व, नगर नियोजन, नगर निगम ) से जानकारी स्वचालित रूप से प्राप्त की जाएगी।
- स्वचालित नामांतरण: स्वचालित नाम परिवर्तन के लिये रजिस्ट्री डिजिटल रूप से भेजी जाएगी, जिससे परिवर्तन प्रक्रिया सरल हो जाएगी।