क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन | 18 Feb 2025

चर्चा में क्यों?

17 फरवरी 2025 को जयपुर में संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया गया

मुख्य बिंदु 

  • सम्मेलन के बारे में:
  • अतिथि: मुख्य अतिथि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल जबकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में मौजूद रहे
  • इस सम्मेलन में केंद्रीय सरकारी कार्यालयों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों से लगभग 3000 लोगों ने भाग लिया 
  • सरकारी कामकाज़ में हिंदी के अधिकाधिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को सम्मानित भी किया गया 
  • उद्देश्य: इस सम्मलेन का उद्देश्य सरकारी विभागों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देना था 

हिंदी भाषा के बारे में:

  • परिचय:
    • हिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है, जो मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बोली जाती है। यह भारतीय संविधान के अनुसार भारत की प्रमुख राजभाषा है और यह भारतीय समाज, संस्कृति और साहित्य में महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। 
    • यह दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और यूनेस्को महा सम्मेलन की दस आधिकारिक भाषाओं में से एक है।
  • इतिहास: हिंदी का विकास संस्कृत से हुआ है और इसे भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीन काल से बोला जाता है। समय के साथ, हिंदी ने फारसी, अरबी और अंग्रेज़ी भाषाओं से भी शब्द ग्रहण किये हैं, विशेषकर मुग़ल साम्राज्य और ब्रिटिश शासन के दौरान।
  • लिपि: हिंदी की लिपि देवनागरी है, जो संस्कृत की लिपि से विकसित हुई है। इसमें 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं। देवनागरी लिपि का उपयोग न केवल हिंदी बल्कि कई अन्य भारतीय भाषाओं के लिये भी होता है।
  • भाषायी विविधता: हिंदी भाषा में कई बोलियाँ हैं, जैसे कि अवधी, भोजपुरी, ब्रज, हरियाणवी, मारवाड़ी आदि।
  • विस्तार: हिंदी न केवल भारत में, बल्कि नेपाल, पाकिस्तान, मलेशिया, थाईलैंड, फिजी और अन्य देशों में भी बोली जाती है।
  • संविधान में स्थान: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को संघ की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है। इसके अलावा, हिंदी को आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक माना गया है।