राजस्थान में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण की प्रगति | 05 Dec 2024
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SBM-G) के कार्यान्वयन में राजस्थान की प्रगति और चुनौतियों का आकलन करने के लिये एक महत्त्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
प्रमुख बिंदु
- स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (SBM-G) और राजस्थान:
- इसे वर्ष 2014 में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज प्राप्त करने के प्रयासों में तेज़ी लाने और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने के लिये लॉन्च किया गया था।
- इस मिशन को एक राष्ट्रव्यापी अभियान/जनआंदोलन के रूप में क्रियान्वित किया गया जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच को समाप्त करना था।
- राजस्थान ने SBM-G पहल के तहत उल्लेखनीय प्रगति प्रदर्शित की है:
- ODF (खुले में शौच मुक्त) प्लस मॉडल उपलब्धियों के लिये राष्ट्रीय स्तर पर 10 वाँ स्थान प्राप्त किया।
- राज्य के 98 प्रतिशत गाँव ODF + घोषित हो चुके हैं।
- 85% गाँवों ने सफलतापूर्वक ODF + मॉडल का दर्जा हासिल कर लिया है।
- इसे वर्ष 2014 में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज प्राप्त करने के प्रयासों में तेज़ी लाने और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने के लिये लॉन्च किया गया था।
- उपलब्धियाँ:
- मल कीचड़ प्रबंधन (FSM):
- वर्तमान स्थिति: केवल 114 ब्लॉकों ने FSM सत्यापन पूरा कर लिया है।
- अभी तक कोई ग्रामीण मल-कीचड़ उपचार संयंत्र (FSTP) का निर्माण नहीं किया गया है।
- अनुशंसाएँ: शहरी संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करें।
- एक मज़बूत FSM नीति को अंतिम रूप देना और लागू करना।
- वर्तमान स्थिति: केवल 114 ब्लॉकों ने FSM सत्यापन पूरा कर लिया है।
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (SWM):
- प्रगति: 94% गाँव SWM पहल के अंतर्गत आ गए हैं।
- सिफारिशें: स्थिरता बढ़ाने के लिये खाद बाज़ारों को जोड़ते समय पृथक्करण शेड और वाहनों का उचित संचालन सुनिश्चित करना।
- प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयाँ (PWMU):
- ग्रामीण राजस्थान में केवल एक कार्यशील PWMU मौजूद है, जिसे महत्त्वपूर्ण पैमाने पर विस्तारित करने की आवश्यकता है।
- मल कीचड़ प्रबंधन (FSM):
- ग्रे जल प्रबंधन (GWM):
- प्रगति: 98% गाँवों में GWM प्रणालियाँ स्थापित हो चुकी हैं, तथा शेष गाँवों में भी शीघ्र ही पूर्णतः स्थापित हो जाने की आशा है।
- फोकस क्षेत्र: जल जीवन मिशन (JJM) के तहत नल के जल कनेक्शन के लिये घरेलू सेप्टिक टैंक को बढ़ावा देना।
- स्वच्छता पहल को आगे बढ़ाने में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को मज़बूत करना।
- पर्यटन और स्वच्छता:
- राजस्थान से आग्रह किया गया कि वह अपनी समृद्ध पर्यटन विरासत को स्वच्छता पहलों के साथ जोड़े तथा स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग कार्यक्रम को अपनाए, ताकि यह प्रदर्शित हो सके कि परंपरा और नवाचार मिलकर स्थायी स्वच्छता के लिये एकजुट हो सकते हैं।
स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग (SGLR) कार्यक्रम
- यह आतिथ्य क्षेत्र में स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देने के लिये एक सरकारी पहल है।
- SGLR कार्यक्रम का उद्देश्य निम्नलिखित तरीकों से जीवन की गुणवत्ता और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करना है:
- होटलों, रिसॉर्ट्स और होमस्टे में विश्व स्तरीय सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करना
- पर्यटन स्थलों की प्रतिष्ठा में सुधार।
- ODF + मॉडल का दर्जा प्राप्त करने के लिये स्थानीय ग्राम पंचायतों को सहायता प्रदान करना।