राजस्थान
पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना
- 21 Mar 2025
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चर्चा में क्यों?
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने “पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव योजना” के तहत प्रदेश के 5000 गाँवों को गरीबी मुक्त बनाने की घोषणा की है।
मुख्य बिंदु
- योजना के बारे में:
- इस योजना के अंतर्गत चिह्नित गाँवों के सभी बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के उद्देश्य से 300 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की है।
- इसके तहत अवैध कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को पट्टे प्रदान किये जाएंगे।
- योजना के प्रथम चरण में 5,000 गाँवों को शामिल किया जाएगा, जहाँ सरकार द्वारा विकास योजनाओं, स्वरोजगार के अवसरों, कौशल विकास कार्यक्रमों तथा वित्तीय सहायता की व्यवस्था की जाएगी।
- इसके अतिरिक्त, प्रमुख ज़िला सड़कों (MDR) के माध्यम से गाँवों को बेहतर परिवहन सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी, जिससे संपर्क और आजीविका के अवसरों में वृद्धि होगी।
- उद्देश्य
- यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करेगी और राज्य को गरीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम होगी।
- सरकार का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को आत्मनिर्भर बनाना तथा गरीबी उन्मूलन करना है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय
- परिचय: इनका जन्म 25 सितंबर 1916 को हुआ और यह भारतीय राजनीतिज्ञ, दार्शनिक और RSS एवं भारतीय जनसंघ (BJS) (भारतीय जनता पार्टी के पूर्ववर्ती) के विचारक अथवा सिद्धांतकार थे।
- योगदान: उन्होंने अंत्योदय अर्थात समाज में सबसे आखिरी व्यक्ति के उत्थान और सर्वाधिक सुविधावंचितों की आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया।
- यह "समग्र मानवतावाद" दर्शन के प्रणेता थे जिसमें कल्याण, सामाजिक न्याय, आर्थिक समानता और आत्मनिर्भरता पर ज़ोर दिया गया।
- मान्यता: राष्ट्र के प्रति उनके योगदान के सम्मान में वर्ष 2014 से 25 सितंबर को उनकी जयंती को अंत्योदय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- वर्ष 2015 में, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के नाम में परिवर्तन कर इसे दीनदयाल अंत्योदय योजना-NRLM कर दिया गया।
- वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश में मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर उनके नाम पर रखा गया।