उत्तर प्रदेश
मॉडल गाँव अभियान
- 20 Mar 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या ज़िले के 1147 गाँवों को मॉडल गाँव बनाने के लिये अभियान शुरू किया।
मुख्य बिंदु
- अभियान के बारे में:
- इस अभियान की शुरुआत अयोध्या ज़िले के तारून ब्लॉक स्थित महानमऊ गाँव से की गई।
- यह पहल 772 ग्राम पंचायतों में फैले 1,147 गाँवों को कवर करेगी।
- मुख्य उद्देश्य
- गाँवों को मुख्य सड़कों से जोड़कर आवागमन को सुगम बनाना।
- खुले में शौच से पूर्ण मुक्ति सुनिश्चित करना।
- कचरा निपटान व पुनर्चक्रण की प्रभावी व्यवस्था करना।
- अभियान के लाभ
- जीवन स्तर में वृद्धि होगी।
- आर्थिक व सामाजिक गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा।
- स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
मॉडल गाँव के बारे में:
- मॉडल गाँव वह होता है, जहाँ स्वच्छता, सुरक्षित वातावरण और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होती है।
- ऐसे गाँवों में खुले में शौच से पूर्ण मुक्ति, सभी घरों में शौचालय, सुरक्षित एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्धता, गोबर के लिये कंपोस्ट गड्ढे, गीले और सूखे कूड़े के पृथक संग्रहण हेतु गड्ढे तथा संपर्क मार्गों की उपलब्धता जैसी सुविधाएँ होती हैं।
- ये विशेषताएँ किसी गाँव को मॉडल गाँव की श्रेणी में लाने के लिये आवश्यक मानी जाती हैं।
अयोध्या जिला के बारे में:
- परिचय:
- यह सरयू नदी के तट पर स्थित एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है।
- अयोध्या, भगवान राम की जन्मभूमि होने के कारण विशेष महत्त्व रखती है।
- यह प्राचीन काल में कोशल साम्राज्य की राजधानी रही थी।
- अयोध्या शहर के निकट फैजाबाद शहर की स्थापना 1730 में अवध के पहले नवाब सआदत अली खान ने की थी।
- क्षेत्रफल
- इसका कुल क्षेत्रफल: 2522.0 वर्ग किमी. है।
- जैन धर्म में अयोध्या का महत्त्व
- जैन धर्म के अनुसार, चौबीस तीर्थंकरों में से पाँच तीर्थंकरों का जन्म अयोध्या में हुआ था:
- पहले तीर्थंकर ऋषभनाथ जी
- दूसरे तीर्थंकर अजितनाथ जी
- चौथे तीर्थंकर अभिनंदननाथ जी
- पाँचवें तीर्थंकर सुमतिनाथ जी
- चौदहवें तीर्थंकर अनंतनाथ जी
- जैन धर्म के अनुसार, चौबीस तीर्थंकरों में से पाँच तीर्थंकरों का जन्म अयोध्या में हुआ था:
- प्रमुख दर्शनीय स्थल
- राम जन्मभूमि
- कनक भवन
- हनुमान गढ़ी
- दशरथ महल