राजस्थान
मिल्कवीड फाइबर
- 24 Dec 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में कपड़ा मंत्रालय ने दूधिया रेशे सहित नए प्राकृतिक रेशों में अपने अनुसंधान और विकास प्रयासों को बढ़ाकर भारत के कपड़ा उद्योग के विकास में सहयोग को दृढ़ किया है।
मुख्य बिंदु
- रणनीतिक सहभागिता:
- भारत के वस्त्र क्षेत्र को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, वस्त्र मंत्री ने इन्वेस्ट इंडिया द्वारा आयोजित एक बैठक में यूनिक्लो के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की।
- यह भारत में कपास उत्पादन क्षमता, उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार लाने पर भी केंद्रित है।
- भारत के वस्त्र पारिस्थितिकी तंत्र में यूनिक्लो (Uniqlo) का योगदान:
- यूनिक्लो पूरे भारत में 15 स्टोर संचालित करता है, जिससे 31 मार्च, 2024 तक 30% की वृद्धि दर के साथ 814 करोड़ रुपए का खुदरा राजस्व प्राप्त होगा।
- भारत के वस्त्र विकास लक्ष्यों के साथ संरेखण:
- भारत ने 2030 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कपड़ा बाज़ार तथा 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखा है।
- मंत्रालय ने यूनिक्लो को प्रधानमंत्री मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान (PM MITRA) पार्कों में निवेश करने के लिये आमंत्रित किया है, जो सतत् संचालन के साथ एक तैयार पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश करेगा।
- आगामी सहयोग के अवसर:
- यूनिक्लो फरवरी 2025 में "भारत टेक्स" ग्लोबल टेक्सटाइल एक्सपो में भाग लेगा, जिसमें नवाचार, स्थिरता और ट्रेसबिलिटी पर प्रकाश डाला जाएगा।
- दूधिया रेशा:
- परिचय:
- यह दूधिया पौधों से प्राप्त बीज फाइबर है।
- मिल्कवीड (एस्क्लेपियस सिरिएका एल) पौधा एस्कलेपियाडेसी परिवार के एस्कलेपियस वंश से संबंधित है और इसे जिद्दी खरपतवार के रूप में भी जाना जाता है।
- भारत में यह जंगली पौधे के रूप में राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों में पाया जाता है।
- मिल्कवीड की पत्तियों, तनों और फलियों में प्रचुर मात्रा में दूध का रस होता है।
- गुण:
- इसमें तैलीय पदार्थ और लिग्निन (एक लकड़ी जैसा पौधा पदार्थ) होता है, जो इसे कताई के लिये बहुत भंगुर बना देता है।
- फाइबर की सतह पर पाए जाने वाले प्राकृतिक मोम के कारण इसकी सतह हाइड्रोफोबिक-ओलियोफोबिक होती है।
- अनुप्रयोग:
- इसका उपयोग कागज उद्योग में किया जाता है।
- इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग इन्सुलेटिंग भराव सामग्री के रूप में भी किया जाता है।
- इसका उपयोग जीवन रक्षक जैकेट और बेल्ट जैसे जल-सुरक्षा उपकरणों में किया जाता है।
- शोधकर्त्ताओं ने पाया कि यह आसानी से तेल को सोख लेता है और साथ ही पानी को भी दूर रखता है, इस प्रकार यह तेल रिसाव को साफ करने में सहायता करने वाला एक प्रभावी फाइबर बन जाता है।
पीएम मित्र योजना
- पीएम मित्र (PM MITRA) पार्क का विकास एक विशेष प्रयोजन वाहन द्वारा किया जाएगा, जिसका स्वामित्व केंद्र और राज्य सरकार के पास होगा तथा यह सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) मोड में होगा।
- प्रत्येक मित्रा पार्क में एक इनक्यूबेशन सेंटर, सामान्य प्रसंस्करण गृह, सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्र तथा अन्य वस्त्र संबंधी सुविधाएँ जैसे डिज़ाइन केंद्र और परीक्षण केंद्र होंगे।