बस्तर में माओवादियों से मुठभेड़ | 18 Nov 2024
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में उग्रवाद विरोधी अभियान में पाँच माओवादी मारे गए तथा दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
प्रमुख बिंदु
- ऑपरेशन में शामिल बल:
- इस ऑपरेशन में सीमा सुरक्षा बल (BSF), ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG) और विशेष कार्य बल (STF) के जवान शामिल हैं।
- सीमा सुरक्षा बल (BSF) भारत में वर्ष 1965 में स्थापित एक अर्द्धसैनिक बल है, जिसकी स्थापना मुख्य रूप से देश की भूमि सीमाओं की रक्षा करने तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिये की गई थी।
- बस्तर क्षेत्र में माओवादियों के हताहत होने की संख्या:
- वर्ष 2024 में बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 197 माओवादियों के शव बरामद किये गये।
ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG)
- ज़िला रिज़र्व गार्ड (DRG) छत्तीसगढ़ में एक विशेष पुलिस इकाई है, जिसे वर्ष 2008 में माओवादी हिंसा से निपटने के लिये स्थापित किया गया था।
- इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित कार्मिक शामिल होते हैं जो प्रभावित ज़िलों में माओवाद-विरोधी अभियान चलाते हैं, तलाशी और जब्ती करते हैं तथा खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं।
- माओवादी विद्रोह का मुकाबला करने के लिये DRG केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) जैसे अन्य सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करता है।