मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश: भारत की खनन राजधानी के रूप में उभर रहा है
- 16 Oct 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश अपनी विशाल खनिज संपदा और बुनियादी ढाँचे का लाभ उठाते हुए भारतीय खनन क्षेत्र में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति बना रहा है ।
मुख्य बिंदु
- खनिज संपदा:
- मध्य प्रदेश हीरा उत्पादक एकमात्र राज्य है तथा मैंगनीज़, ताँबा, चूना पत्थर और कोयले के उत्पादन में अग्रणी है।
- पन्ना हीरा खदान से प्रतिवर्ष 1 लाख कैरेट हीरा उत्पादन होता है, जबकि बंदर ब्लॉक में 32.2 मिलियन कैरेट हीरा है।
- खनिज ब्लॉक नीलामी में मध्य प्रदेश देश में अग्रणी रहा, जहाँ वर्ष 2022-23 में 78 ब्लॉकों की नीलामी की गई और खनिज नीलामी के लिये शीर्ष पुरस्कार प्राप्त किये गए।
- राज्य में 5.1 लाख किमी. सड़कें, 7 हवाई अड्डे और 6 अंतर्देशीय डिपो हैं।
- जिला खनिज निधि ने स्थानीय विकास के लिये 7,500 से अधिक परियोजनाएँ पूरी की हैं।
- निवेश के अवसर:
- खनन प्रौद्योगिकी (AI/ML) और ऊर्जा पर चर्चा के लिये 17-18 अक्तूबर , 2024 को दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा ।
- मध्य प्रदेश कोलबेड मीथेन (CBM) और राष्ट्रीय गैस ग्रिड कनेक्शन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
भारत में हीरा उद्योग
- भारत दुनिया में हीरों की कटाई और पॉलिशिंग का सबसे बड़ा केंद्र है तथा वैश्विक स्तर पर पॉलिश किये गए हीरों के निर्माण में 90% से अधिक का योगदान यहीं पर है।
- भारतीय खनिज वर्ष पुस्तिका 2019 के अनुसार, भारत के हीरा क्षेत्रों को चार क्षेत्रों में बाँटा गया है:
- मध्य प्रदेश का मध्य भारतीय भूभाग, जिसमें पन्ना बेल्ट शामिल है।
- आंध्र प्रदेश का दक्षिण भारतीय क्षेत्र, जिसमें अनंतपुर, कडपा, गुंटूर, कृष्णा, महबूबनगर और कुरनूल ज़िले के कुछ हिस्से शामिल हैं।
- छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िले में बेहरादीन-कोडावली क्षेत्र और बस्तर ज़िले में तोकापाल, दुगापाल आदि क्षेत्र।
- पूर्वी भारतीय भूभाग, जो अधिकतर ओडिशा का है, महानदी और गोदावरी घाटियों के बीच स्थित है।
- वर्ष 2022 में, भारत कटे और पॉलिश किये गए हीरों के शीर्ष निर्यातकों में पहले स्थान पर है।